चेन्नई, 8 अगस्त (युआईटीवी/आईएएनएस)| कुछ क्षेत्रों में कम मानसूनी बारिश के कारण इस खरीफ सीजन में दलहन, तिलहन और चावल के बुवाई क्षेत्र में गिरावट आई है। बैंक ऑफ बड़ौदा राज्यों की एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून की प्रगति के परिणामस्वरूप 5 अगस्त, 2022 तक संचयी वर्षा लंबी अवधि के औसत (एलपीए) से छह प्रतिशत अधिक है।
हालांकि इस अवधि के लिए वास्तविक वर्षा पिछले वर्ष के स्तर से कम है।
रिपोर्ट में कहा गया है, “पूर्वी क्षेत्र में लगातार कम बारिश होने से चिंता बढ़ रही है। दलहन और तिलहन के बुवाई क्षेत्र में गिरावट आई है। यहां तक कि चावल भी भौगोलिक विषमताओं के कारण पिछड़ रहा है।”
बैंक ऑफ बड़ौदा के अनुसार, 36 में से छह उपमंडलों में इस अवधि के दौरान कम बारिश हुई है और छह राज्य कमी वाले क्षेत्र में हैं।
जल भंडारण स्तरों पर, दक्षिणी राज्यों ने उच्च भंडारण स्तर दर्ज करना जारी रखा है क्योंकि इस क्षेत्र में भरपूर बारिश जारी है। उच्च भंडारण स्तर रबी की बुवाई के लिए अच्छा है।
रिपोर्ट के अनुसार, दलहन, तिलहन, कपास और जूट और मेस्टा के लिए डेटा 5 अगस्त तक है और अन्य के लिए, यह 29 जुलाई तक है।
