मुंबई,15 सितंबर (युआईटीवी)- बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान ने एक बार फिर चर्चा छेड़ दी है,लेकिन इस बार बात फिल्म इंडस्ट्री में सेलिब्रिटी स्टेटस के दुरुपयोग की है। एक बेबाक इंटरव्यू में,आमिर खान ने स्वीकार किया कि कई अभिनेता अपनी प्रसिद्धि का फायदा उठाते हैं और निर्माता अक्सर ड्राइवरों,जिम ट्रेनरों और अन्य निजी कर्मचारियों के वेतन जैसे अनावश्यक खर्च उठाते हैं।
इस मामले पर बात करते हुए,आमिर ने कहा, “कई अभिनेता अपने स्टारडम का दुरुपयोग करते हैं। निर्माता उन सेवाओं के लिए भुगतान करते हैं,जो फिल्म या प्रोजेक्ट के लिए ज़रूरी नहीं हैं,जैसे कि उनके निजी ड्राइवर,जिम ट्रेनर और अन्य सुख-सुविधाएँ। यह अनुचित है और प्रोडक्शन पर अनुचित दबाव डालता है।” उनकी यह टिप्पणी उद्योग के भीतर बढ़ते बजट और अधिकार की संस्कृति को लेकर बढ़ती चिंता को दर्शाती है,जो कभी-कभी पेशेवर ज़िम्मेदारियों पर भारी पड़ जाती है।
आमिर की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है,जब फिल्म उद्योग वित्तीय तंगी से जूझ रहा है,खासकर महामारी के बाद के दौर में,जहाँ बढ़ती लागत और कम थिएटर राजस्व का असर प्रोडक्शन पर पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि धन का ऐसा दुरुपयोग न केवल फिल्मों की लाभप्रदता को प्रभावित करता है,बल्कि अस्वस्थ कार्य वातावरण को भी बढ़ावा देता है।
अभिनेता के इस दृष्टिकोण पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं। जहाँ कुछ उद्योग जगत के लोग उनकी ईमानदारी की सराहना करते हैं और मानते हैं कि अब सितारों के लिए ज़्यादा जवाबदेह होने का समय आ गया है,वहीं कुछ लोगों का मानना है कि उनकी टिप्पणियाँ बहुत तीखी हो सकती हैं और साथी कलाकारों को अलग-थलग कर सकती हैं। इस बीच,प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर आमिर के रुख की सराहना की है और इसे ताज़ा और ज़रूरी बताया है,वहीं कुछ ने सितारों का बचाव करते हुए तर्क दिया है कि उनके व्यस्त कार्यक्रम के कारण सहायक कर्मचारियों को नियुक्त करना उचित है।
आमिर खान हमेशा से अपनी बात बेबाकी से रखने और फिल्म उद्योग में व्यावसायिकता को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पहले भी सुव्यवस्थित निर्माण प्रक्रियाओं और ज़िम्मेदार फिल्म निर्माण की वकालत की है। इस बात पर ज़ोर देकर कि कैसे कभी-कभी फिल्म निर्माता निजी फिजूलखर्ची का खर्च उठाते हैं,वे निर्माण के दौरान संसाधनों के आवंटन में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा दे रहे हैं।
बॉलीवुड में नैतिकता,स्थायित्व और व्यावसायिकता पर बातचीत तेज़ होते देख, आमिर की यह टिप्पणी फिल्म निर्माताओं और अभिनेताओं दोनों को यह सोचने पर मजबूर कर सकती है कि वे सेट पर संसाधनों और रिश्तों का प्रबंधन कैसे करते हैं। इससे कोई बदलाव आएगा या बहस,यह तो आने वाला समय ही बताएगा,लेकिन एक बात तो साफ़ है कि आमिर खान के शब्दों ने एक बार फिर एक गंभीर मुद्दे को सार्वजनिक चर्चा के केंद्र में ला दिया है।
