अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड

अदाणी ग्रुप का 2025 में राजकोष में ऐतिहासिक योगदान,74,945 करोड़ रुपए का टैक्स योगदान दिया

अहमदाबाद,5 जून (युआईटीवी)- भारत के कॉर्पोरेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए,अदाणी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2025 के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों के राजकोष में कुल 74,945 करोड़ रुपये का योगदान किया है। पिछले वित्त वर्ष 2024 के 58,104 करोड़ रुपये की तुलना में यह आँकड़ा 29 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। यह योगदान न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है,बल्कि टैक्स पारदर्शिता,सामाजिक जिम्मेदारी और ईएसजी (एनवायरनमेंटल, सोशल, गवर्नेंस) प्रतिबद्धताओं की दिशा में समूह की गंभीर सोच को भी दर्शाता है।

अदाणी ग्रुप ने बताया कि कुल 74,945 करोड़ रुपये के योगदान में से प्रत्यक्ष करों के रूप में 28,720 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। अप्रत्यक्ष करों के रूप में 45,407 करोड़ रुपये,जो समूह की व्यावसायिक गतिविधियों के दौरान विभिन्न हितधारकों से एकत्र किए गए और सरकार को दिए गए। इसके अलावा, 818 करोड़ रुपये अन्य मदों जैसे कर्मचारियों के लिए सोशल सिक्योरिटी में योगदान के रूप में दिए गए हैं।

समूह ने अपने बयान में इस बात को रेखांकित किया कि यह राशि पूरे मुंबई मेट्रो नेटवर्क के निर्माण की लागत के बराबर है,जो देश की इंफ्रास्ट्रक्चर लाइफलाइन मानी जाती है। इसके अलावा, यह राशि एक आधुनिक ओलंपिक आयोजन की लागत को भी कवर कर सकती है,जिससे इसका महत्व वैश्विक स्तर पर भी स्पष्ट होता है।

अदाणी ग्रुप की सात प्रमुख लिस्टेड संस्थाओं ने इस अभूतपूर्व योगदान में भागीदारी निभाई,जिसमें अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल),अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड),अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल),अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड,अदाणी पावर लिमिटेड,अदाणी टोटल गैस लिमिटेड और अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड शामिल है।

इनके अलावा, तीन अन्य लिस्टेड कंपनियाँ एनडीटीवी,एसीसी और सांघी इंडस्ट्रीज, जो उपरोक्त सात कंपनियों की सहायक या अधिग्रहित संस्थाएँ हैं, उनके कर योगदान को भी इस आँकड़ें में शामिल किया गया है।

अदाणी समूह ने “बेसिस ऑफ प्रिपरेशन एंड अप्रोच टू टैक्स” नामक एक विस्तृत डॉक्यूमेंट अपनी वेबसाइटों पर प्रकाशित किया है,जिसमें कर भुगतान की प्रक्रिया, नीति और वैश्विक टैक्स योगदान का पूरा विवरण दिया गया है। यह दस्तावेज़ इस बात का प्रमाण है कि समूह टैक्स नीति में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को किस प्रकार अपने कारोबारी सिद्धांतों में शामिल करता है।

इस दस्तावेज़ में प्रत्यक्ष योगदान के तहत दिए गए वैश्विक टैक्स,ड्यूटीज़ और चार्ज शामिल हैं,जबकि अप्रत्यक्ष योगदान में तीसरे पक्ष से एकत्र और सरकार को स्थानांतरित किए गए टैक्स को शामिल किया गया है। अन्य श्रेणी में कर्मचारियों के लिए सामाजिक सुरक्षा जैसे योगदान को रखा गया है।

समूह का कहना है कि वह टैक्स पारदर्शिता को अपने ईएसजी फ्रेमवर्क का एक अभिन्न अंग मानता है। इसके माध्यम से समूह न केवल हितधारकों के विश्वास को सुदृढ़ करना चाहता है,बल्कि वैश्विक स्तर पर टैक्स जवाबदेही को भी बढ़ावा देना चाहता है। ईएसजी के तहत पर्यावरणीय संरक्षण,सामाजिक उत्तरदायित्व और कॉर्पोरेट गवर्नेंस की प्रतिबद्धताओं को शामिल किया जाता है और टैक्स पारदर्शिता को उसमें जोड़ना एक प्रगतिशील दृष्टिकोण है।

इस अभूतपूर्व योगदान की वैधता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए,अदाणी ग्रुप ने एक स्वतंत्र पेशेवर एजेंसी को नियुक्त किया है,जो इस योगदान पर एक आश्वासन रिपोर्ट प्रदान करेगी। यह कदम ग्रुप की जवाबदेही और वैधानिकता की भावना को दर्शाता है।

अदाणी ग्रुप का यह प्रयास केवल एक वित्तीय योगदान नहीं है,बल्कि एक राष्ट्रीय स्तर पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में एक ठोस पहल है। टैक्स के माध्यम से समूह देश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास,सामाजिक योजनाओं और रोजगार सृजन में भागीदार बनता है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि निजी क्षेत्र,जब पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के साथ कार्य करता है,तो वह सरकार के विकास प्रयासों में महत्वपूर्ण सहयोगी बन सकता है।

अदाणी ग्रुप का 2025 में 74,945 करोड़ रुपये का राजकोषीय योगदान भारत की आर्थिक स्थिरता और बुनियादी ढाँचे के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह योगदान न केवल संख्या में बड़ा है,बल्कि इसके पीछे छिपी पारदर्शिता, सामाजिक उत्तरदायित्व और दीर्घकालिक विकास की सोच इसे और भी अधिक मूल्यवान बनाती है। टैक्स पारदर्शिता को ईएसजी ढाँचे में शामिल कर अदाणी ग्रुप ने यह साबित कर दिया है कि कॉर्पोरेट सफलता का मतलब सिर्फ मुनाफा नहीं,बल्कि राष्ट्र निर्माण में भागीदारी भी होता है।