सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी (तस्वीर क्रेडिट@mahendra_akella)

पहलगाम आतंकी हमले के बाद सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी श्रीनगर पहुँचे,आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की ले रहे हैं जानकारी

श्रीनगर,25 अप्रैल (युआईटीवी)- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को श्रीनगर का महत्वपूर्ण दौरा किया। इस आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों की समीक्षा के लिए जनरल द्विवेदी ने घाटी का यह दौरा किया है।

श्रीनगर पहुँचने के बाद सेना प्रमुख ने सेना के वरिष्ठ कमांडरों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्हें नियंत्रण रेखा (एलओसी) और कश्मीर घाटी में मौजूदा सुरक्षा हालात की पूरी जानकारी दी गई। सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,जनरल द्विवेदी को आतंकियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशनों,आने वाले खतरों और सेना की रणनीतिक तैयारियों के बारे में भी ब्रीफ किया गया।

गौरतलब है कि इसी दिन सुबह नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई,जिसका भारतीय सेना ने सटीक और प्रभावी जवाब दिया। यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है,जब घाटी में सुरक्षा स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है।

जनरल द्विवेदी ने दक्षिण कश्मीर स्थित विक्टर फोर्स के मुख्यालय,अवंतीपोरा का भी दौरा किया। विक्टर फोर्स वह डिवीजन है,जो दक्षिण कश्मीर के आतंकरोधी अभियानों की जिम्मेदारी संभालता है। सेना प्रमुख ने यहाँ फील्ड कमांडरों से मुलाकात की और चल रहे अभियानों की स्थिति की समीक्षा की। उन्हें वर्तमान ऑपरेशनल इनपुट्स के साथ-साथ भविष्य की रणनीतियों और सुरक्षा प्रबंधों से अवगत कराया गया।

सेना प्रमुख ने श्रीनगर स्थित चिनार कोर मुख्यालय में भी व्यापक सुरक्षा बैठक की। इस दौरान उनके साथ उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुचेंद्र कुमार और 15 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव भी मौजूद थे। यहाँ पर आतंकी हमले के बाद बनी स्थिति,सैन्य रणनीति और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए सैन्य ढाँचे में जरूरी बदलावों पर गहन चर्चा हुई।

पहलगाम हमले के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान तेज कर दिए हैं। सेना की ओर से बताया गया कि आतंकियों की तलाश में ड्रोन, हेलीकॉप्टर और आधुनिक निगरानी उपकरणों का भी उपयोग किया जा रहा है। खुफिया जानकारी के आधार पर संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त अभियान चलाए जा रहे हैं।

मंगलवार को हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने पर्यटकों से भरे वाहनों को निशाना बनाया था,जिससे 26 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और इसके बाद सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट पर हैं।

जनरल द्विवेदी का यह दौरा इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भारतीय सेना आतंकवाद के खिलाफ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरतेगी। सेना प्रमुख ने जवानों का मनोबल बढ़ाया और उन्हें आतंक के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति के तहत काम जारी रखने के निर्देश दिए। सेना प्रमुख का कहना है कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

सैन्य सूत्रों ने यह भी बताया कि सुरक्षा बल स्थानीय आबादी से संवाद और सहयोग बढ़ाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। आम नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत सुरक्षाबलों को दें। इसके अलावा, कश्मीर में मौजूद विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल को भी मजबूत किया जा रहा है,ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का श्रीनगर दौरा न केवल एक रणनीतिक सैन्य कदम है,बल्कि यह आतंक के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। सेना की ओर से सख्त और तेज़ एक्शन का स्पष्ट संदेश दिया गया है कि देश की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। पहलगाम हमले के बाद घाटी में एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और आतंकियों के सफाए के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।