विजय रूपाणी को अमित शाह ने दी अंतिम विदाई (तस्वीर क्रेडिट@AmitShah)

एयर इंडिया हादसे में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को अंतिम विदाई,एक समर्पित राजनेता का दुखद अंत,अमित शाह ने दी भावुक श्रद्धांजलि

नई दिल्ली,17 जून (युआईटीवी)- 12 जून 2025 को अहमदाबाद एयरपोर्ट से टेकऑफ करते ही हुए भयावह एयर इंडिया विमान हादसे ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया। इस हादसे में 241 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई,जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे। सोमवार देर शाम उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

विजय रूपाणी का पार्थिव शरीर जैसे ही राजकोट पहुँचा,भारी संख्या में आम जनता, पार्टी कार्यकर्ता,सहयोगी नेता और परिजन अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े। उनके अंतिम संस्कार में राज्य सरकार द्वारा राजकीय सम्मान की घोषणा की गई थी। पूरे राजकोट में शोक का माहौल था।

उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा गया और सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। अंतिम यात्रा के दौरान ‘विजयभाई अमर रहें’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे गूंजते रहे।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी विजय रूपाणी के अंतिम दर्शन के लिए राजकोट पहुँचे। उन्होंने पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और शोकाकुल परिवार से मुलाकात की।

अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि राजकोट में विजयभाई रूपाणी जी के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी। वे संगठन और सरकार दोनों में विचारधारा के प्रति समर्पित रहे। उनका जाना भाजपा परिवार और मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। उनके जैसे अनुशासित व निष्ठावान साथी को खोना बेहद दुखद है। उनकी स्मृतियाँ सदैव हमारे मन में जीवित रहेंगी। वे हम सब के बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी स्मृति सदैव हमारे मन में जीवित रहेगी। सोमनाथ दादा से प्रार्थना करता हूँ कि वे पुण्यात्मा को सद्गति दें और शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”

एयर इंडिया की उस लंदन फ्लाइट में विजय रूपाणी भी सवार थे। हादसे के बाद विमान पूरी तरह जल गया था,जिससे शवों की पहचान मुश्किल हो गई। रविवार को डीएनए प्रोफाइलिंग के जरिए उनके शव की पुष्टि की गई।

उन्हें फ्लाइट में देखा गया था,लेकिन जब उनका शव नहीं मिला,तो फॉरेंसिक जाँच शुरू की गई। दो दिन के अंदर डीएनए मिलान के बाद पुष्टि हुई कि वे भी इस दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं।

विजय रूपाणी के निधन के बाद गुजरात सरकार ने सोमवार 16 जून को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की। गुजरात के मुख्य सचिव ने एक आदेश जारी कर कहा कि इस दौरान सभी शासकीय भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। राज्य में किसी भी प्रकार के सरकारी सांस्कृतिक या मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होंगे।

यह फैसला उनके प्रति सम्मान और उनके योगदान को याद करने के लिए लिया गया।

विजय रूपाणी का राजनीतिक जीवन संगठन और सेवा की मिसाल रहा। वे लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे और गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में भी सेवा दी। उनका कार्यकाल 2016 से 2021 तक रहा,जिसमें उन्होंने विकास,प्रशासनिक पारदर्शिता और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किए।

पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जनता के बीच वे सादगी,दृढ़ता और विचारधारा के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते थे। उन्होंने सदैव ‘पार्टी विद डिफरेंस’ के मूल मंत्र को जिया।

विजय रूपाणी का निधन न केवल भाजपा के लिए,बल्कि पूरे गुजरात के लिए एक बड़ी क्षति है। वह न केवल एक राजनेता थे,बल्कि एक विचारशील प्रशासक,कुशल वक्ता और समर्पित जनसेवक भी थे। एयर इंडिया हादसे में उनका जाना एक त्रासदी है,जिसने उनके अधूरे सपनों और योजनाओं को वहीं रोक दिया।

राजकोट और गुजरात की सड़कों पर,लोगों की आँखों में आँसू थे,वे किसी नेता को नहीं,अपने “विजयभाई” को अंतिम विदाई दे रहे थे।विजयभाई रूपाणी को राष्ट्र की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि। उनकी स्मृति हमेशा प्रेरणा देती रहेगी।