मुंबई,13 जून (युआईटीवी)- 12 जून,2025 को भारत ने अपने विमानन इतिहास की एक सबसे भीषण और दुखद घटना का सामना किया,जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171,एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर,टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद गुजरात के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हृदयविदारक हादसे में 242 यात्रियों में से 241 लोगों की मौत हो गई,जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे। हादसा इतना भयानक था कि इसे भारतीय विमानन के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी हवाई त्रासदी करार दिया जा रहा है।
इस हादसे पर दुनियाभर से शोक संदेश आने लगे। ग्लोबल आइकन प्रियंका चोपड़ा जोनास ने भी गहरी संवेदना प्रकट की है। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक मार्मिक पोस्ट साझा किया,जिसमें उन्होंने कहा, “बेहद दुखद घटना। मैं हादसे से प्रभावित सभी लोगों और जिन परिवारों को अकल्पनीय क्षति हुई है,उनके लिए दुआ कर रही हूँ।”
प्रियंका के इस संवेदनात्मक संदेश ने लाखों लोगों के दिल को छू लिया,खासकर उन लोगों के लिए जो इस त्रासदी से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं।
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 गुरुवार दोपहर 1:38 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन गैटविक के लिए रवाना हुई थी,लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद,यह विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के पास के एक घनी आबादी वाले इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। चश्मदीदों के अनुसार,विमान ने अचानक ऊँचाई खो दी और एक तीव्र विस्फोट के साथ जमीन से टकराया। टकराव के साथ ही विमान में आग लग गई,जिससे चारों ओर अफरा-तफरी मच गई।
घटना स्थल पर तुरंत दमकल और राहत दलों को भेजा गया,लेकिन भीषण आग और मलबे की स्थिति के कारण बचाव कार्यों में काफी मुश्किलें आईं। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस हादसे में सिर्फ एक व्यक्ति जीवित बचा,जो कि भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है और सीट नंबर 11A पर बैठा था। उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
एयर इंडिया ने हादसे के कुछ ही घंटे बाद एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि, एयर इंडिया पुष्टि करता है कि फ्लाइट AI-171,जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही थी,12 जून 2025 को टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह विमान 12 साल पुराना बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था,जिसमें कुल 242 लोग सवार थे। इस हादसे में 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य थे। हमें खेद है कि इनमें से 241 की मौत हो गई है। केवल एक व्यक्ति बच पाया है,जिसका इलाज जारी है।”
एयर इंडिया ने साथ ही यात्रियों की राष्ट्रीयता की भी जानकारी साझा की और बताया कि,169 भारतीय नागरिक,53 ब्रिटिश नागरिक,7 पुर्तगाली नागरिक और 1 कनाडाई नागरिक थे।
हालाँकि,दुर्घटना की असली वजह का पता अभी पूरी तरह से नहीं चल पाया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार टेक्निकल फेल्योर,खासकर इंजन पावर में अचानक आई गड़बड़ी, इस हादसे का प्रमुख कारण हो सकती है। एयर इंडिया,डीजीसीए(नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) और विमान निर्माता कंपनी बोइंग संयुक्त रूप से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) की जाँच कर रही हैं।
हादसे की खबर फैलते ही कई अंतर्राष्ट्रीय नेताओं और हस्तियों ने दुख प्रकट किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ब्रिटिश प्रधानमंत्री रिची सनक ने भी भारत को हर संभव सहायता देने की बात कही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद पहुँचाएगी।
गृह मंत्रालय ने हादसे की उच्च स्तरीय जाँच के आदेश दिए हैं और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयर इंडिया के सभी ड्रीमलाइनर विमानों की सुरक्षा समीक्षा शुरू कर दी है।
एयर इंडिया ड्रीमलाइनर हादसा न केवल एक तकनीकी विफलता,बल्कि एक राष्ट्रीय त्रासदी बन चुका है। इसमें कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया,जिनकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। प्रियंका चोपड़ा जैसे वैश्विक सितारों द्वारा जताई गई संवेदनाएँ इस शोक को साझा करने का माध्यम बनती हैं,लेकिन पीड़ितों का दुःख असाधारण और अकल्पनीय है।
भारत आज शोक में है और यह हादसा हमें एक बार फिर हवाई सुरक्षा, आपातकालीन तैयारियों और तकनीकी जाँच प्रक्रिया की गंभीरता को याद दिलाता है। आशा है कि इस हादसे से सीख लेकर भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सकेगी।