आलिया भट्ट की पूर्व निजी सहायक वेदिका शेट्टी 77 लाख की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार (तस्वीर क्रेडिट@Onlinetadka)

आलिया भट्ट की पूर्व निजी सहायक वेदिका शेट्टी 77 लाख की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार,फर्जी हस्ताक्षर और बिल के जरिए हेराफेरी

मुंबई,9 जुलाई (युआईटीवी)- बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट की पूर्व निजी सहायक वेदिका प्रकाश शेट्टी को मुंबई पुलिस ने 77 लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है। जुहू पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के मुताबिक,वेदिका पर आरोप है कि उन्होंने आलिया के हस्ताक्षर का फर्जी इस्तेमाल करते हुए और झूठे बिल तैयार कर उनके निजी खातों और प्रोडक्शन हाउस से लाखों की हेराफेरी की।

यह मामला तब उजागर हुआ,जब आलिया भट्ट की माँ और ‘एटर्नल सनशाइन प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड’ की निदेशक सोनी राजदान ने जुहू पुलिस स्टेशन में 23 जनवरी 2025 को औपचारिक शिकायत दर्ज कराते हुए धोखाधड़ी का आरोप लगाया। शिकायत में कहा गया कि वेदिका ने मई 2022 से लेकर अगस्त 2024 तक लगातार फर्जीवाड़ा किया। उन्होंने झूठे खर्चों के नाम पर नकली बिल पेश किए और आलिया के हस्ताक्षर का दुरुपयोग करते हुए भुगतान हासिल किया।

पुलिस के अनुसार,वेदिका ने बड़ी ही पेशेवर ढंग से बिल तैयार किए थे। इन बिलों में यात्रा,बैठकों और अन्य इवेंट्स के नाम पर झूठे खर्च दिखाए गए। इन बिलों को देखकर किसी को शक नहीं होता कि वे फर्जी हैं। इस पूरी योजना के तहत उन्होंने लगभग 77 लाख रुपए की हेराफेरी की।

वेदिका को यह धोखाधड़ी करने का अवसर इसलिए मिला,क्योंकि उन्हें आलिया की टीम में रहते हुए वित्तीय दस्तावेजों तक पहुँच और भुगतान की प्रक्रिया से जुड़ी जिम्मेदारियाँ सौंपी गई थीं।

शिकायत दर्ज होने के बाद वेदिका फरार हो गई थीं। पुलिस के अनुसार,गिरफ्तारी से बचने के लिए वे लगातार अपनी लोकेशन बदल रही थीं। जाँच के दौरान यह सामने आया कि वे पहले राजस्थान गईं,फिर कर्नाटक,इसके बाद पुणे और अंत में बेंगलुरु में जाकर छुप गईं।

लगभग पाँच महीने तक चली इस तलाश के बाद मुंबई पुलिस की टीम ने बेंगलुरु में उन्हें खोज निकाला और वहीं से हिरासत में लिया। उन्हें पाँच दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई लाया गया।

बेंगलुरु कोर्ट में मंगलवार को पेशी के बाद वेदिका को 10 जुलाई 2025 तक पुलिस हिरासत में भेजा गया। मुंबई की जुहू पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(4) (आपराधिक विश्वासघात) और 318(4) (धोखाधड़ी) के तहत केस दर्ज किया है।

पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी जाँच जारी है और यह भी देखा जा रहा है कि क्या इसमें कोई अन्य व्यक्ति शामिल था या क्या और भी ऐसे फर्जी भुगतान किए गए हैं,जिनका खुलासा अब तक नहीं हुआ है।

वेदिका शेट्टी ने 2021 से 2024 तक आलिया भट्ट की निजी सहायक के रूप में काम किया,जहाँ उन्हें अभिनेत्री के निजी कार्यक्रमों की योजना बनाने के साथ-साथ वित्तीय मामलों और भुगतान प्रक्रियाओं में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंपी गई थीं।

वित्तीय मामलों में आलिया के ट्रस्ट के कारण वेदिका को पासवर्ड,सिग्नेचर डॉक्युमेंट्स और भुगतान संबंधी फाइल्स तक विशेष पहुँच थी। इसी का उन्होंने गलत इस्तेमाल किया और लगातार लाखों की रकम निकालती रहीं।

हैरानी की बात यह है कि इस हाई-प्रोफाइल मामले पर अब तक आलिया भट्ट या उनकी टीम की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। सोशल मीडिया पर भी इस विषय को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

हालाँकि,यह मामला फिल्म इंडस्ट्री और सेलिब्रिटी सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ा सबक है। यह दिखाता है कि विश्वास में लिया गया कोई करीबी सहयोगी किस तरह से गोपनीय जानकारी और पहुँच का दुरुपयोग कर सकता है।

आलिया भट्ट की पूर्व निजी सहायक वेदिका शेट्टी की गिरफ्तारी से एक बार फिर यह साबित हुआ है कि सेलिब्रिटी के वित्तीय मामलों में अत्यधिक सावधानी बरतना जरूरी है।

77 लाख रुपये की धोखाधड़ी जैसे गंभीर मामले में पुलिस की कार्यवाही सराहनीय रही,लेकिन यह भी जरूरी है कि ऐसे मामलों में निष्पक्ष और गहन जाँच हो,ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएँ दोहराई न जाएँ। आने वाले दिनों में पुलिस की जाँच क्या नया खुलासा करती है,इस पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी।