बेंगलुरु में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास (तस्वीर क्रेडिट@sjaishankaroffc)

अमेरिका ने बेंगलुरू में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास खोला,विदेश मंत्री एस.जयशंकर इसे एक मील का पत्थर बताया

बेंगलुरू,18 जनवरी (युआईटीवी)- अमेरिका ने बेंगलुरू में अपना वाणिज्य दूतावास खोला। इसे भारत-अमेरिकी राजनयिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस उद्घाटन समारोह को एक ऐतिहासिक कदम बताया और इसे एक अहम घटना करार दिया।

उद्घाटन समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर,कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार और अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित थे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मौके पर कहा कि, “बेंगलुरू में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन एक मील का पत्थर है। यह बेंगलुरू और कर्नाटक के लोगों की लंबी माँग को पूरा करता है। सरकार ने इस दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह वाणिज्य दूतावास कर्नाटक के लोगों को वैश्विक आकांक्षाओं से जुड़ने के लिए एक असाधारण मंच प्रदान करेगा।”

जयशंकर ने आगे कहा कि इस उद्घाटन के साथ भारत और अमेरिका के बीच तकनीकी,नवाचार,अंतरिक्ष,रक्षा और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इसे भारतीय और अमेरिकी लोगों के बीच मजबूत रिश्तों का प्रतीक बताया। जयशंकर ने एक्स प्लेटफॉर्म पर भी इस समारोह से जुड़ी पोस्ट करते हुए कहा, “बेंगलुरू में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के उद्घाटन समारोह में शामिल होकर प्रसन्नता हुई। एरिक गार्सेटी और उनकी टीम को बधाई। यह साझेदारी लोगों के बीच मजबूत रिश्तों से प्रेरित है,जो प्रौद्योगिकी,नवाचार,अंतरिक्ष,रक्षा और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में व्यक्त होते हैं। आज बेंगलुरू में नए अमेरिकी वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन इस सहयोग को मजबूत करने,विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगा।”

इस मौके पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “मैं इस महत्वपूर्ण अवसर पर अमेरिकी वाणिज्य दूतावास और विदेश मंत्री एस जयशंकर को धन्यवाद देता हूँ। बेंगलुरू में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के अध्यक्ष रह चुके जयशंकर के पिता यहाँ अमेरिकी वाणिज्य दूतावास स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने हमेशा इस शहर और राज्य की प्रगति में योगदान दिया। आज,विदेश मंत्री वही दिशा दिखा रहे हैं,जिस दिशा में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास बेंगलुरू में स्थापित हुआ है। हमारे आईटी और बीटी उद्योग मंत्री ने भी इस प्रयास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।”

शिवकुमार ने आगे कहा कि, “भारत को बेंगलुरू के माध्यम से देखा जाता है। यह राज्य के लिए एक ऐतिहासिक और पवित्र दिन है। हम लंबे समय से अमेरिकी वाणिज्य दूतावास को बेंगलुरू में लाने का प्रयास कर रहे थे। कर्नाटक में दिवंगत एस.एम. कृष्णा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान,ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के आयोजन के बाद अमेरिकी वाणिज्य दूतावास लाने के प्रयास शुरू किए गए थे।”

यह उद्घाटन समारोह भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और सामरिक साझेदारी को और मजबूत करेगा। बेंगलुरू,जो अब दुनिया के प्रमुख तकनीकी और आईटी हब के रूप में उभर चुका है,अमेरिकी निवेश और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त स्थान बन गया है। अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के खुलने से यहाँ व्यापारिक गतिविधियों को गति मिलेगी और यह दोनों देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और गहरा करेगा।

इस नए वाणिज्य दूतावास के उद्घाटन से बेंगलुरू और कर्नाटक में अमेरिकी कंपनियों के लिए कारोबारी अवसरों का द्वार खुलने की संभावना है। साथ ही, यह राज्य में शिक्षा,विज्ञान,प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के माध्यम से भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा,जो दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ करेगा।