डेमोक्रेटिक सीनेटर कोरी बुकर (तस्वीर क्रेडिट@manoramaald)

अमेरिकी सीनेटर कोरी बुकर ने नॉन-स्टॉप भाषण देकर बनाया नया रिकॉर्ड,संसद में 25 घंटे से भी अधिक बोले

न्यूयॉर्क,2 अप्रैल (युआईटीवी)- अमेरिकी सीनेटर कोरी बुकर ने सीनेट में लगातार 25 घंटे से अधिक समय तक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ बोलते हुए कांग्रेस में सबसे लंबे भाषण का रिकॉर्ड बनाया है। डेमोक्रेटिक सीनेटर कोरी बुकर ने सोमवार शाम को अपना भाषण शुरू किया और मंगलवार शाम को इसे समाप्त किया। उनका यह भाषण एक असाधारण सहनशक्ति का प्रदर्शन था,जिसमें उन्होंने बिना किसी ब्रेक के व्याख्यान-पीठ पर खड़े होकर यह भाषण दिया। यह भाषण पूरी तरह से ट्रंप के खिलाफ था और इसके दौरान उन्होंने एक सीनेट नियम का लाभ उठाया,जो सीनेटरों को बिना किसी समय सीमा के ट्रंप की नीतियों पर अपने विचार व्यक्त करने की अनुमति देता है।

कोरी बुकर ने 2020 में डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए दावेदारी की थी,लेकिन वे इस चुनाव में असफल रहे थे और बाद में उन्होंने जो बाइडेन का समर्थन किया था। उनके साथी डेमोक्रेट्स ने भी इस भाषण के दौरान उनसे सवाल पूछे,जो उस समय सीनेट के नियमों के तहत अनुमति प्राप्त था। इस तरह के लंबे और निरंतर भाषण देने का रिवाज अमेरिकी राजनीति में एक खास महत्व रखता है और बुकर ने इसे एक उद्देश्य के तहत किया था। उनका उद्देश्य ट्रंप के खिलाफ जनमत तैयार करना और उनकी नीतियों की आलोचना करना था।

सीनेटर बुकर का यह भाषण एक ऐतिहासिक पल था,क्योंकि उन्होंने 1957 में एक नस्लवादी सीनेटर स्ट्रोम थरमंड द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ दिया। थरमंड ने नागरिक अधिकार अधिनियम को पारित होने से रोकने के लिए सीनेट में 24 घंटे और 18 मिनट तक भाषण दिया था,ताकि वह अमेरिकी नागरिकों के मतदान अधिकार को नकार सकें। हालाँकि,थरमंड का भाषण ऐतिहासिक था,लेकिन उनका उद्देश्य गलत था,क्योंकि वह नागरिक अधिकारों के खिलाफ थे। उनके भाषण के कुछ घंटों बाद ही सीनेट ने नागरिक अधिकार कानून पारित कर दिया,जिसे राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर ने कानून में हस्ताक्षरित किया।

बुकर ने थरमंड के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए अपनी बात को अधिक प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया। उन्होंने थरमंड की आलोचना करते हुए कहा, “उनसे नफरत करना गलत है” और आगे कहा कि, “मैं उनके भाषण के कारण यहाँ नहीं हूँ। मैं उनके भाषण के बावजूद यहाँ हूँ। मैं यहाँ इसलिए हूँ,क्योंकि वे जितने शक्तिशाली थे,लोग उससे कहीं अधिक शक्तिशाली थे।” उनके शब्दों में गहरी भावना थी और उन्होंने इसे अपनी राजनीति और दृष्टिकोण के आधार पर कहा था। बुकर ने अपने भाषण में कई जगहों पर नागरिक अधिकार नेता जॉन लुईस का हवाला भी दिया,जिनका योगदान अमेरिकी समाज में समानता और न्याय की दिशा में अहम था। बुकर ने अपनी बातों का समापन जॉन लुईस के शब्दों को दोहराकर किया: “अच्छी परेशानी में पड़ो,जरूरी परेशानी में पड़ो और अमेरिका की आत्मा को बचाने में मदद करो।”

थरमंड के विपरीत,बुकर का उद्देश्य कानून में देरी करना नहीं था,बल्कि उनका उद्देश्य ट्रंप के खिलाफ खड़ा होना था। उनका यह भाषण एक विरोध था,जो ट्रंप की नीतियों और उनके शासन के खिलाफ था। 55 वर्षीय बुकर,जो न्यू जर्सी राज्य के प्रतिनिधि हैं,स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के एथलीट रह चुके हैं। वे अमेरिकी फुटबॉल चैंपियन भी रहे हैं और विश्वविद्यालय से उन्होंने स्नातक और मास्टर की डिग्री प्राप्त की। इसके अलावा,उन्होंने रोड्स स्कॉलरशिप अर्जित की और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन किया,जबकि येल विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की।

सीनेटर बुकर ने अपने भाषण में राष्ट्रपति ट्रंप की आलोचना करते हुए सवाल किया कि क्या अमेरिकी अब बेहतर स्थिति में हैं या ट्रंप के पदभार संभालने से पहले बेहतर स्थिति में थे? उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “अब कीमतें अधिक हैं,शेयर बाजार जहाँ कई अमेरिकी अपनी सेवानिवृत्ति निधि रखते हैं,नीचे चला गया है और उपभोक्ता विश्वास घटा है।” उनका यह कहना था कि ट्रंप ने जो चुनावी वादे किए थे,वे पूरे नहीं हुए। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने अपने चुनावी वादे के अनुसार कीमतें घटाने के बजाय, टैरिफ बढ़ाने जैसी नीतियों का पालन किया,जिससे कीमतें और अधिक बढ़ गईं। इसके अलावा,उन्होंने ट्रंप की विदेश नीति पर भी सवाल उठाया,जैसे कि कनाडा पर हमले और ग्रीनलैंड पर कब्जा करने की बात करना।

कोरी बुकर का यह भाषण न केवल ट्रंप के खिलाफ एक शक्तिशाली विरोध था, बल्कि यह नागरिक अधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का एक आह्वान भी था। यह भाषण अमेरिकी राजनीति में एक नया आयाम जोड़ने वाला था,जो न केवल ट्रंप की आलोचना करता है,बल्कि यह भी दिखाता है कि सशक्त विरोध और लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति सम्मान कैसे जनहित के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। बुकर ने अपने भाषण के माध्यम से यह संदेश दिया कि जब राजनीतिक और सामाजिक परिप्रेक्ष्य बदलते हैं,तो इसका असर आम जनता पर भी पड़ता है।

इस भाषण ने यह स्पष्ट किया कि कोरी बुकर अपनी पार्टी और देश के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से पूरी तरह से प्रेरित हैं। उनका यह प्रयास न केवल एक व्यक्तिगत राजनीतिक बयान था,बल्कि यह एक राष्ट्रीय स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने के लिए खड़ा होने का प्रतीक था।