कोलकाता,12 जुलाई (युआईटीवी)- पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है। दक्षिण कोलकाता के जोका इलाके में स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान कलकत्ता (आईआईएम-सी) के छात्रावास में एक युवती के साथ बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। यह घटना ऐसे समय पर हुई है,जब महज कुछ दिन पहले,25 जून को कस्बा स्थित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज के न्यू कैंपस में भी एक लॉ छात्रा के साथ बलात्कार की घटना घटी थी। इन दोनों घटनाओं ने कोलकाता जैसे शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
शुक्रवार रात को यह घटना सामने आई,जब एक युवती ने आईआईएम-कलकत्ता के एक छात्र पर यौन शोषण का आरोप लगाया। पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, पीड़िता खुद आईआईएम की छात्रा नहीं थी,बल्कि वह अपनी एक सहेली के साथ आईआईएम के बॉयज हॉस्टल में रुकी हुई थी।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार,आरोपी छात्र ने पीड़िता को जॉब काउंसलिंग सेशन के नाम पर हॉस्टल में बुलाया था। वहाँ उसे पिज्जा और कोल्ड ड्रिंक सर्व किया गया। पीड़िता का आरोप है कि खाना और पेय पदार्थ लेने के कुछ समय बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और वह बेहोश हो गई।
जब पीड़िता को होश आया,तो उसे यौन उत्पीड़न होने का एहसास हुआ। उसने तत्काल अपनी सहेली को संपर्क किया और पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद वे दोनों हरिदेवपुर पुलिस स्टेशन पहुँचे और मामला दर्ज कराया गया। हालाँकि,इससे पहले वे ठाकुरपुकुर पुलिस स्टेशन गई थीं,लेकिन मामला हरिदेवपुर थाना क्षेत्र का होने के कारण शिकायत वहीं दर्ज की गई।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में यह भी दावा किया है कि जब वह परिसर में प्रवेश कर रही थी,तब उसने आगंतुक रजिस्टर में हस्ताक्षर करने की कोशिश की,लेकिन आरोपी ने उसे ऐसा करने से रोक दिया। साथ ही यह भी कहा गया कि जब उसने आरोपी का विरोध किया,तो उसे मारपीट का सामना करना पड़ा,जिसके बाद वह पूरी तरह बेहोश हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही हरिदेवपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी से पूछताछ जारी है और पुलिस ने यह भी बताया है कि पीड़िता की मेडिकल जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
इस मामले में आरोपी की आधिकारिक पहचान अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। पुलिस अधिकारी घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए विवेचना कर रहे हैं। परिसर के अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज एवं तकनीकी सबूतों की जाँच भी जारी है।
यह मामला इसलिए और संवेदनशील हो गया है क्योंकि महज कुछ दिन पहले, 25 जून को दक्षिण कोलकाता के कस्बा स्थित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में भी एक महिला छात्रा के साथ कॉलेज परिसर में बलात्कार की घटना सामने आई थी। उस मामले की जाँच अभी भी जारी है और अब आईआईएम-सी जैसी प्रतिष्ठित संस्था में ऐसी घटना का सामने आना,शिक्षण संस्थानों में सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है।
कोलकाता जैसे शिक्षित और संवेदनशील माने जाने वाले शहर में एक के बाद एक बलात्कार की घटनाएँ,खासकर शैक्षणिक परिसरों में,समाज के लिए खतरे की घंटी हैं। जब ऐसे संस्थानों में पढ़ने वाली या आने वाली महिलाएँ भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहीं,तो यह प्रशासन और संस्थागत प्रबंधन की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े करता है।
आईआईएम जैसे संस्थान,जहाँ देश-विदेश से छात्र आते हैं,वहाँ सुरक्षा में इस तरह की चूक केवल एक पीड़िता की गरिमा नहीं बल्कि सिस्टम की साख को भी गिरा देती है।
फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जाँच जारी है,लेकिन यह केवल कानूनी प्रक्रिया का पहला कदम है। ऐसे मामलों में केवल गिरफ्तारी नहीं, बल्कि प्रभावी जाँच,तेज सुनवाई और कड़ी सजा ज़रूरी है,ताकि भविष्य में कोई और युवती शिकार न हो।
इसके साथ ही शैक्षणिक संस्थानों को अपने कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करना होगा,चाहे वो हॉस्टल हो या क्लासरूम या विजिटर एंट्री सिस्टम।
समाज को भी चाहिए कि पीड़िता को दोषी नजरों से देखने के बजाय उसके साथ खड़ा हो और ऐसे मामलों में चुप्पी नहीं,सक्रिय भागीदारी दिखाए।