मुंबई,1 नवंबर (युआईटीवी)- बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक भावनात्मक पोस्ट साझा की,जिसने उनके प्रशंसकों और फिल्म जगत दोनों को भावुक कर दिया। स्विट्जरलैंड की यात्रा से लौटते ही अनुपम खेर अपने पुराने दोस्त और मशहूर अभिनेता सतीश शाह के घर पहुँचे,जहाँ उन्होंने उनकी पत्नी मधु शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान अनुपम खेर के अनुभव इतने गहरे थे कि उन्होंने उसे अपने दिल से निकले शब्दों के साथ इंस्टाग्राम पर साझा किया।
अनुपम खेर ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, “स्विट्जरलैंड से लौटते ही मैं सतीश जी की पत्नी मधु जी से मिलने चला गया। उनकी आँखों में गहरा दर्द था और वे अल्जाइमर के शुरुआती दौर से गुजर रही हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं सतीश भाई की बात करूँ या कुछ और कहूँ। आँसू रोकने की पूरी कोशिश की,लेकिन सफल नहीं हुआ।” अभिनेता के इन शब्दों से यह साफ झलकता है कि यह मुलाकात उनके लिए भावनात्मक रूप से बेहद कठिन रही।
अभिनेता ने आगे बताया कि लगभग एक घंटे की यह मुलाकात उनके जीवन के सबसे भारी पलों में से एक थी। उन्होंने लिखा, “सतीश के जाने का दुख तो था ही,लेकिन मधु की याददाश्त जाते हुए देखकर दिल और टूट गया। समझ नहीं आया कि आँखों में आँसू किसके लिए ज्यादा हैं — सतीश के लिए या मधु की बीमारी के लिए।” अनुपम खेर के इन शब्दों ने उनके प्रशंसकों के दिलों को छू लिया,क्योंकि यह सिर्फ एक दोस्ती की कहानी नहीं,बल्कि मानवीय रिश्तों में प्रेम,करुणा और संवेदनशीलता का जीवंत उदाहरण है।
अनुपम खेर ने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा कि उन्होंने मधु शाह से वादा किया है कि वह उनसे मिलने लगातार आते रहेंगे। उन्होंने कहा, “शायद मैं उनकी बीमारी ठीक नहीं कर सकता,लेकिन उनका साथ जरूर निभा सकता हूँ।” यह वादा अनुपम खेर के इंसानियत भरे व्यक्तित्व और अपने दोस्तों के प्रति उनकी निष्ठा को दर्शाता है।
गौरतलब है कि सतीश शाह और अनुपम खेर की दोस्ती बॉलीवुड की चर्चित मित्रताओं में से एक रही है। दोनों ने अपने लंबे करियर में एक-दूसरे के साथ कई मंच साझा किए और फिल्मों में भी साथ काम किया। उनकी मित्रता सिर्फ पेशेवर नहीं थी,बल्कि निजी जीवन में भी दोनों के बीच गहरा अपनापन रहा। यही वजह है कि सतीश शाह के निधन के बाद अनुपम खेर का यह कदम उनके स्वभाव और भावनात्मक जुड़ाव की गहराई को उजागर करता है।
सतीश शाह भारतीय टेलीविजन और सिनेमा के ऐसे अभिनेता रहे हैं,जिन्होंने अपने ह्यूमर,सहज अभिनय और समय की पकड़ से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। उनकी प्रसिद्ध टीवी सीरीज़ ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’ आज भी भारतीय टेलीविजन के इतिहास में सबसे चर्चित कॉमेडी शोज़ में गिनी जाती है। इसके अलावा ‘ये जो है जिंदगी’, ‘मैंने प्यार किया’, ‘मैं हूँ ना’, ‘कल हो ना हो’ और ‘ओम शांति ओम’ जैसी फिल्मों में उनके किरदार आज भी दर्शकों की स्मृतियों में ताजे हैं।
अपने करियर में सतीश शाह ने हल्के-फुल्के हास्य के साथ जीवन की जटिलताओं को पर्दे पर इतनी सहजता से पेश किया कि उन्होंने हर वर्ग के दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी कॉमिक टाइमिंग और चेहरे के हावभाव इतने प्रभावशाली थे कि वह किसी भी सीन को यादगार बना देते थे। उन्हें आखिरी बार 2014 में साजिद खान की फिल्म ‘हमशक्ल’ में देखा गया था,जिसमें सैफ अली खान,रितेश देशमुख और राम कपूर जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में थे। हालाँकि,सतीश शाह ने उस फिल्म में छोटा-सा किरदार निभाया था,लेकिन उनकी उपस्थिति ने स्क्रीन पर हल्की मुस्कान जरूर छोड़ी।
सतीश शाह के जाने के बाद उनकी पत्नी मधु शाह का अकेलापन और अब अल्जाइमर जैसी बीमारी का सामना करना,उनके परिवार के लिए बेहद कठिन समय है। अनुपम खेर जैसे मित्र का इस समय उनके साथ होना इस बात का प्रतीक है कि इंसानियत और मित्रता आज भी जीवित हैं। सोशल मीडिया पर अनुपम खेर की पोस्ट पर हजारों लोगों ने अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं और मधु शाह के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
फिल्म इंडस्ट्री में जहाँ अक्सर रिश्ते कामयाबी और प्रसिद्धि तक सीमित रह जाते हैं,वहीं अनुपम खेर और सतीश शाह की दोस्ती यह साबित करती है कि सच्चे संबंध शोहरत से परे होते हैं। अनुपम खेर की यह भावनात्मक मुलाकात न सिर्फ एक मित्र के प्रति सम्मान का प्रतीक है,बल्कि यह भी दिखाती है कि संवेदनशीलता और अपनापन आज के तेज रफ्तार युग में भी लोगों के दिलों में मौजूद है।
यह कहानी सिर्फ एक मुलाकात की नहीं,बल्कि उस दोस्ती की है,जो समय,दूरी और परिस्थितियों की सीमाओं को पार कर गई। अनुपम खेर का यह कदम यह संदेश देता है कि जब किसी अपने पर मुश्किल समय आता है,तो सबसे बड़ी दवा होती है — “साथ” और यही साथ उन्होंने अपने पुराने मित्र सतीश शाह के परिवार को देकर मानवता की मिसाल कायम की है।

