पाकिस्तान पर दूसरी बार भारी पड़ी टीम इंडिया (तस्वीर क्रेडिट@IM_MANOJ_YADAV)

एशिया कप 2025 में पाकिस्तान के साहिबजादा फरहान के ‘गन शॉट सेलिब्रेशन’ को भारत के शुभमन और अभिषेक ने दिया करारा जवाब

नई दिल्ली,22 सितंबर (युआईटीवी)- एशिया कप 2025 के सुपर-4 ग्रुप में खेले गए भारत और पाकिस्तान के बीच हुए महामुकाबले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं है,बल्कि यह जुनून और जज़्बे का दूसरा नाम है। रविवार को खेले गए इस मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से पाकिस्तान को चारों खाने चित कर दिया। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित ओवरों में 5 विकेट खोकर 171 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय बल्लेबाजों ने इस लक्ष्य को बड़ी आसानी से हासिल करते हुए 6 विकेट शेष रहते जीत दर्ज की। यह मुकाबला केवल स्कोर और आँकड़ों तक सीमित नहीं रहा,बल्कि मैदान पर जोश, जज़्बे और संदेश का खेल भी दिखा।

मुकाबले की शुरुआत पाकिस्तान की पारी से हुई। शुरुआती झटकों के बाद उनके बल्लेबाज साहिबजादा फरहान को भारतीय फील्डरों की कुछ लापरवाहियों का फायदा मिल गया। शून्य पर ही उनका एक कैच छूट गया और उसके बाद एक और जीवनदान मिला। इन मौकों का लाभ उठाते हुए फरहान ने 45 गेंदों में 58 रन की पारी खेली। हालाँकि,उनकी पारी में असली चर्चा उनके खेल से ज्यादा उनके सेलिब्रेशन की रही। अर्धशतक पूरा होने के बाद फरहान ने ‘गन शॉट सेलिब्रेशन’ किया,जिसने मैदान और सोशल मीडिया दोनों जगह बहस छेड़ दी। भारतीय दर्शकों और क्रिकेट प्रेमियों को यह सेलिब्रेशन आतंकियों की हरकत जैसा लगा। पाकिस्तान के इस खिलाड़ी ने मानो खेल भावना की मर्यादा को तोड़ते हुए यह संदेश दिया कि उनके लिए सेलिब्रेशन भी किसी हथियार की नकल से ही पूरा होता है।

लेकिन भारतीय टीम के खिलाड़ी इस हरकत से विचलित नहीं हुए। मैदान पर उनका जवाब साफ था – गोली का नहीं,बल्कि बल्ले का। फरहान की पारी को 58 रन पर रोकने का श्रेय शिवम दुबे को जाता है,जिन्होंने उन्हें पवेलियन की राह दिखाई। इसके साथ ही पाकिस्तान की पारी 171 रनों पर सिमटी।

अब बारी थी भारत की बल्लेबाजी की। शुरुआत से ही भारतीय सलामी जोड़ी ने यह दिखा दिया कि लक्ष्य चाहे 172 रन का क्यों न हो,भारतीय बल्ले किसी तोप से कम नहीं। अभिषेक शर्मा ने पारी की पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर जता दिया कि भारत इस मुकाबले को जीतने के लिए मैदान पर उतरा है,सिर्फ खेलने के लिए नहीं। शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा की जोड़ी ने पाकिस्तानी गेंदबाजों के इरादों को बुरी तरह ध्वस्त कर दिया। गेंदें मिसाइल की तरह बाउंड्री के पार जाती रहीं और पाकिस्तान के गेंदबाज केवल सिर पकड़कर खड़े रहे।

10 ओवर से भी पहले इस जोड़ी ने 100 रन पूरे कर दिए। यह वह वक्त था,जब पूरे मैदान में भारतीय दर्शकों का उत्साह चरम पर था और पाकिस्तानी खेमे की खामोशी गूँजती सुनाई दे रही थी। अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल की बल्लेबाजी ने पाकिस्तान के ‘गन शॉट सेलिब्रेशन’ को बेमानी कर दिया। एक ओर फरहान का हथियारों जैसा इशारा था,तो दूसरी ओर भारतीय बल्लेबाजों का शांत मगर धारदार खेल। फर्क साफ था कि शब्दों और इशारों से नहीं,खेल से ही असली जवाब दिया जाता है।


भारतीय पारी के दौरान हर चौका और हर छक्का मानो पाकिस्तान को याद दिला रहा था कि भारत केवल शब्दों में नहीं,मैदान पर भी जवाब देने में सक्षम है। टीम इंडिया ने लक्ष्य का पीछा करते हुए यह साबित कर दिया कि क्रिकेट में ताक़त का मतलब सिर्फ आक्रामक इशारों से नहीं,बल्कि प्रदर्शन से होता है। अंततः भारत ने यह लक्ष्य बड़ी आसानी से हासिल कर लिया और पाकिस्तान को मात दी।

जीत के बाद भारतीय खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया भी बेहद प्रभावशाली रही। शुभमन गिल ने इंस्टाग्राम पर लिखा – “खेल बोलता है,शब्द नहीं।” यह वाक्य मानो पाकिस्तान के ‘गन शॉट सेलिब्रेशन’ का करारा जवाब था। वहीं,अभिषेक शर्मा ने अपने पोस्ट में लिखा – “तुम बोलो,हम जीतेंगे।” इन शब्दों ने यह साबित कर दिया कि भारतीय खिलाड़ी मैदान पर अपने प्रदर्शन से ही बयान देना पसंद करते हैं।

इस जीत के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल था। सोशल मीडिया पर भारतीय खिलाड़ियों की तारीफों के पुल बाँधे गए,वहीं पाकिस्तान के खिलाड़ियों के ‘गन शॉट सेलिब्रेशन’ की आलोचना हुई। भारतीय प्रशंसकों ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताते हुए कहा कि ऐसे इशारे मैदान पर नहीं होने चाहिए। दूसरी तरफ,भारत की जीत को सभी ने इस बात का प्रतीक माना कि वास्तविक जवाब हमेशा प्रदर्शन से दिया जाता है,न कि दिखावटी हरकतों से।

इस मुकाबले ने न केवल अंक तालिका में भारत की स्थिति मजबूत की,बल्कि खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को भी नई ऊँचाई दी। अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल की जोड़ी आने वाले मुकाबलों के लिए भी बड़े खतरे का संकेत दे चुकी है। वहीं गेंदबाजों ने भी दिखा दिया कि वे जरूरत पड़ने पर विरोधी टीम की आक्रामकता को काबू में करने का दम रखते हैं।

एशिया कप 2025 का यह भारत-पाकिस्तान मुकाबला केवल क्रिकेट मैच नहीं रहा,बल्कि यह खेल भावना,अनुशासन और असली ताक़त का संदेश देने वाला संघर्ष बन गया। पाकिस्तान ने दिखावटी हरकतों से ध्यान खींचने की कोशिश की,जबकि भारत ने बल्ले से इतिहास रच दिया। नतीजा वही निकला जो हमेशा निकलता है – जीत उसी की होती है, जो खेल को खेल की तरह खेलता है और शब्दों से नहीं, प्रदर्शन से बोलता है।