दुबई,25 सितंबर (युआईटीवी)- दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए एशिया कप 2025 के सुपर-4 चरण के मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश को 41 रनों से मात देकर अपनी दूसरी जीत दर्ज की। इस जीत के साथ टीम इंडिया ने न केवल फाइनल की ओर एक और कदम बढ़ाया,बल्कि अपने संतुलित प्रदर्शन से यह भी साबित कर दिया कि दबाव के क्षणों में भी वह खेल को अपने पक्ष में मोड़ने की काबिलियत रखती है।
टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत शानदार रही। सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा ने तेज शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए महज 6.2 ओवर में 77 रन जोड़ दिए। इस साझेदारी ने भारतीय ड्रेसिंग रूम को आत्मविश्वास से भर दिया और दर्शकों के बीच भी उत्साह की लहर दौड़ गई। गिल ने 19 गेंदों पर 29 रन बनाए,जिसमें 4 चौके शामिल थे,लेकिन असली आकर्षण बने अभिषेक शर्मा,जिन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से बांग्लादेशी गेंदबाजों पर दबाव बनाए रखा। अभिषेक ने 37 गेंदों पर 75 रन की धमाकेदार पारी खेली,जिसमें 6 चौके और 5 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। उनकी बल्लेबाजी ने भारतीय पारी को एक मजबूत मंच प्रदान किया।
हालाँकि,गिल के आउट होने के बाद भारतीय मध्यक्रम ढह गया। कप्तान सूर्यकुमार यादव सिर्फ 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गए,जबकि शिवम दुबे और तिलक वर्मा भी बड़ी पारी खेलने में असफल रहे। शिवम दुबे महज 2 रन पर चलते बने और तिलक वर्मा सिर्फ 5 रन बना सके। इस दौरान भारतीय पारी की गति पर असर पड़ा और रन बनाने की रफ्तार धीमी पड़ गई। एक समय लग रहा था कि भारतीय टीम 190-200 का स्कोर खड़ा कर लेगी,लेकिन लगातार विकेट गिरने से यह संभव नहीं हो सका।
हार्दिक पांड्या ने जरूर बीच के ओवरों में अपनी जिम्मेदारी निभाई और 29 गेंदों पर 38 रन बनाए। उनकी इस पारी ने भारतीय पारी को स्थिरता दी और रनगति बनाए रखने में मदद की। पारी के अंतिम ओवरों में अक्षर पटेल ने 10 रन बनाकर नाबाद रहते हुए कुछ जरूरी रन जोड़े। अंततः भारत ने 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 168 रन बनाए। बांग्लादेश के लिए गेंदबाजी में रिशाद हुसैन सबसे सफल रहे,जिन्होंने 2 विकेट लिए। वहीं,मुस्तिफिजुर रहमान,तंजीम हसन साकिब और मोहम्मद सैफुद्दीन ने एक-एक विकेट झटका।
169 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की शुरुआत बेहद खराब रही। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने पहले ही स्पेल में तंजीद हसन को आउट कर टीम इंडिया को शुरुआती सफलता दिला दी। इस झटके से बांग्लादेश कभी उबर नहीं पाया। दूसरे विकेट के लिए परवेज हुसैन इमोन और सैफ हसन ने जरूर 42 रन की साझेदारी की और कुछ उम्मीदें जगाईं,लेकिन जैसे ही परवेज 21 रन पर आउट हुए,भारतीय गेंदबाजों ने पूरी तरह मैच पर पकड़ बना ली।
बांग्लादेश की ओर से एकमात्र बल्लेबाज जिसने भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया,वह रहे सलामी बल्लेबाज सैफ हसन। उन्होंने 51 गेंदों पर शानदार 69 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 5 छक्के और 3 चौके जड़े और अकेले दम पर टीम को लक्ष्य की ओर खींचने की कोशिश की,लेकिन उनका यह प्रयास टीम के लिए नाकाफी साबित हुआ,क्योंकि दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहे। परवेज और सैफ को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज दोहरे अंक तक नहीं पहुँच पाया।
भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन इस मैच में काबिल-ए-तारीफ रहा। जसप्रीत बुमराह ने अपने चार ओवर में सिर्फ 18 रन देकर दो महत्वपूर्ण विकेट लिए और बांग्लादेश की बल्लेबाजी को शुरुआती झटका दिया। वहीं,कुलदीप यादव ने फिर से अपनी कलाई का जादू दिखाया और चार ओवर में 18 रन देकर तीन बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। वरुण चक्रवर्ती ने भी शानदार गेंदबाजी की और 4 ओवर में 29 रन देकर 2 विकेट झटके। इसके अलावा अक्षर पटेल और तिलक वर्मा ने भी 1-1 विकेट हासिल किया।
बांग्लादेश की पूरी टीम 19.3 ओवर में 127 रन पर सिमट गई और भारत ने 41 रनों से मैच जीत लिया। यह जीत भारतीय टीम के आत्मविश्वास को और मजबूत करने वाली रही। बल्लेबाजी में भले ही मध्यक्रम से निराशा मिली,लेकिन सलामी बल्लेबाजों की तेज शुरुआत और गेंदबाजों का उम्दा प्रदर्शन टीम की सबसे बड़ी ताकत साबित हुआ।
इस मुकाबले के बाद एशिया कप के सुपर-4 में भारत की स्थिति काफी मजबूत हो गई है। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मैच के बाद कहा कि टीम को मध्यक्रम की कमजोरी पर काम करना होगा और आने वाले मैचों में बेहतर रणनीति के साथ उतरना होगा। वहीं,कोचिंग स्टाफ भी खिलाड़ियों से बातचीत कर चुका है,ताकि टीम फाइनल से पहले अपने सभी पहलुओं में मजबूती ला सके।
भारतीय टीम की इस जीत से एक बार फिर यह साफ हो गया कि एशिया कप में वह खिताब की प्रबल दावेदार है। बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में टीम ने संतुलित प्रदर्शन किया। अगर मध्यक्रम भी लय में लौट आया,तो फाइनल तक भारत की राह कोई मुश्किल नहीं होगी।
भारत और बांग्लादेश के बीच यह मैच दर्शकों के लिए रोमांच और जोश से भरा हुआ रहा। भारतीय गेंदबाजों की धार और बल्लेबाजों की आतिशी पारी ने इसे यादगार मुकाबला बना दिया। अब देखना दिलचस्प होगा कि आगे के मैचों में टीम इंडिया किस तरह प्रदर्शन करती है और क्या वह एशिया कप 2025 का खिताब अपने नाम कर पाती है।