नई दिल्ली,26 अगस्त (युआईटीवी)- एशियन शूटिंग चैंपियनशिप 2025 में भारतीय निशानेबाजों का दबदबा एक बार फिर देखने को मिला है। मंगलवार का दिन भारत के लिए खास बन गया,जब पंजाब की युवा शूटर सिफ्ट कौर सामरा ने अपनी सटीक निशानेबाजी से न केवल व्यक्तिगत बल्कि टीम इवेंट में भी स्वर्ण पदक जीतकर देश का परचम बुलंद कर दिया। महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में सिफ्ट ने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए सभी को पीछे छोड़ स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
आठ महिला निशानेबाजों ने इस प्रतियोगिता में फाइनल में जगह बनाई थी। सिफ्ट ने शुरुआत से ही स्थिर और आत्मविश्वास से भरा प्रदर्शन किया और अंततः उन्होंने कुल 459.2 अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल कर गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया। चीन की युजी यांग ने कड़ी टक्कर दी,लेकिन 458.8 अंकों के साथ उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। वहीं जापान की मिसाकी नोबाता 448.2 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं और कांस्य पदक अपने नाम किया।
भारत की एक और प्रतिभाशाली शूटर आशी चौकसे भी इस स्पर्धा का हिस्सा थीं। हालाँकि,वे फाइनल में 402.8 अंकों के साथ सातवें स्थान पर रहीं। क्वालीफिकेशन राउंड में सिफ्ट और आशी क्रमशः दूसरे और पाँचवें स्थान पर थीं। दिलचस्प बात यह रही कि एक अन्य भारतीय शूटर श्रीयंका क्वालीफिकेशन में शीर्ष पर रही थीं,लेकिन वे “रैंकिंग ओनली पॉइंट्स” श्रेणी में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं,इसलिए फाइनल की दौड़ में शामिल नहीं हो सकीं।
व्यक्तिगत स्पर्धा में सफलता हासिल करने के बाद सिफ्ट ने टीम इवेंट में भी अपना जलवा दिखाया। आशी चौकसे और अंजुम मुद्गिल के साथ मिलकर उन्होंने भारत को 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन्स टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक दिलाया। इस प्रतियोगिता में सिफ्ट ने 589 अंक बनाए,आशी ने 586 और अंजुम ने 578 अंक जुटाए। भारतीय टीम का कुल स्कोर 1753 रहा,जिसने उन्हें गोल्ड दिलाया। जापान की टीम 1750 अंकों के साथ रजत पदक पर संतोष करना पड़ा,जबकि साउथ कोरिया ने 1745 अंक जुटाकर कांस्य पदक जीता। इस तरह इस इवेंट में भी भारतीय शूटरों का दबदबा कायम रहा।
हालाँकि,इस प्रतियोगिता में सभी भारतीय शूटरों के लिए परिणाम एक जैसे नहीं रहे। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में शानदार शुरुआत करने के बावजूद फाइनल में पोडियम तक नहीं पहुँच सकीं। वे 4वें स्थान पर रहीं और पदक से चूक गईं। फिर भी उन्होंने टीम इवेंट में ईशा सिंह और सिमरनप्रीत कौर बरार के साथ मिलकर कांस्य पदक जीतकर भारत की मेडल टैली में योगदान दिया।
एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में भारत का प्रदर्शन अब तक शानदार रहा है। सीनियर स्पर्धाओं में भारत ने कुल 19 पदक अपने नाम किए हैं,जिनमें 9 स्वर्ण,7 रजत और 3 कांस्य शामिल हैं। इस प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया है कि भारत एशियाई निशानेबाजी में लगातार मजबूत स्थिति बना रहा है। टूर्नामेंट में भारतीय दल के कुल 35 सदस्य 15 स्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं। वहीं जूनियर वर्ग में 129 भारतीय शूटर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं,जो आने वाले समय में भारत की निशानेबाजी को और ऊँचाइयों तक ले जाने की क्षमता रखते हैं।
सिफ्ट कौर सामरा की सफलता न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए एक नया मील का पत्थर है,बल्कि भारतीय निशानेबाजी के लिए भी गर्व का क्षण है। उन्होंने जिस तरह से दबाव में भी स्थिरता और आत्मविश्वास बनाए रखा,वह युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। उनका प्रदर्शन यह भी दर्शाता है कि भारत के पास अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रतिस्पर्धा करने वाली एक नई और मजबूत पीढ़ी तैयार है।
शूटिंग चैंपियनशिप में अब तक भारत का प्रदर्शन उम्मीदों से बेहतर रहा है और आने वाले दिनों में और पदकों की उम्मीद की जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि सिफ्ट कौर सामरा और उनकी साथी खिलाड़ियों की सफलता आने वाले ओलंपिक खेलों के लिए भारत की संभावनाओं को और मजबूत करेगी।
इस तरह एशियन शूटिंग चैंपियनशिप का यह दिन भारतीय खेल इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों से दर्ज हो गया है। सिफ्ट कौर सामरा की जीत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि मेहनत,लगन और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनकी यह उपलब्धि भारत के लिए गर्व का क्षण है और आने वाले समय में देश की खेल यात्रा के लिए प्रेरक स्रोत बनेगी।