जोश हेजलवुड (तस्वीर क्रेडिट@ImTanujSingh)

ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को पहले टेस्ट में 159 रन से हराया,जोश हेजलवुड की घातक गेंदबाजी ने मचाया कहर,12 ओवर में लिए पाँच विकेट

नई दिल्ली,28 जून (युआईटीवी)- ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में 159 रन से शानदार जीत दर्ज की है। यह मुकाबला बारबाडोस के केनसिंग्टन ओवल में खेला गया,जहाँ मैच के हर दिन परिस्थितियों ने रुख बदला,लेकिन अंततः ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों,विशेषकर तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड की जबरदस्त गेंदबाजी ने मेजबान टीम को घुटनों पर ला दिया।

भले ही इस मैच का ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ ट्रेविस हेड को घोषित किया गया,लेकिन जोश हेजलवुड की दूसरी पारी में कहर बरपाती गेंदबाजी इस जीत की असली आधारशिला रही। उन्होंने दूसरी पारी में 12 ओवर में 43 रन देकर 5 विकेट झटके, जबकि पहली पारी में 2 विकेट चटकाए थे। इस तरह हेजलवुड ने इस मैच में कुल 7 विकेट लिए और यह उनके टेस्ट करियर का 13वां फाइव विकेट हॉल रहा।

टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बहुत निराशाजनक रही। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी की शुरुआत लड़खड़ाती हुई और पूरी टीम सिर्फ 180 रन पर ऑलआउट हो गई,जिसमें ट्रेविस हेड ने सबसे ज्यादा 59 रन बनाए। वहीं उस्मान ख्वाजा ने 47 रन की उपयोगी पारी खेली।

वेस्टइंडीज के गेंदबाज जायडेन सील्स ने धारदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट लिए, जबकि शमार जोसेफ ने 4 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी।

जवाब में वेस्टइंडीज की टीम भी कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाई और पहली पारी में मामूली बढ़त हासिल करते हुए पूरी टीम 190 रन पर सिमट गई।

मेजबानों को 10 रन की मामूली बढ़त जरूर मिली,लेकिन यह फायदा वह आगे बरकरार नहीं रख सके। शाई होप ने टीम के लिए सर्वाधिक 48 रन बनाए।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिचेल स्टार्क ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए,जबकि हेजलवुड और कमिंस ने दो-दो विकेट झटके।

पहली पारी में कमजोर प्रदर्शन के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में जिम्मेदारी से खेलते हुए 310 रन बनाए। इस पारी में तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतक जड़े और टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचा दिया।

वेस्टइंडीज के जोसेफ ने फिर से बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट लिए,लेकिन टीम के बाकी गेंदबाज उन्हें सहयोग नहीं दे सके। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के सामने 301 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम शुरू से ही दबाव में नजर आई। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने एक बार फिर से सटीक और घातक गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। पूरी वेस्टइंडीज टीम 33.4 ओवर में 141 रन पर सिमट गई। जोश हेजलवुड ने घातक गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट झटके।

शमार जोसेफ ने बल्ले से अंतिम प्रयास करते हुए 22 गेंदों में 44 रन बनाए,जिसमें कुछ शानदार शॉट्स भी शामिल थे,लेकिन वह टीम की हार नहीं टाल सके।

हेजलवुड ने दोनों पारियों में शानदार गेंदबाजी करते हुए यह साबित कर दिया कि क्यों उन्हें टेस्ट क्रिकेट में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में गिना जाता है।

बारबाडोस की तेज पिच पर उनकी गेंदबाजी में उछाल और स्विंग दोनों का मिश्रण दिखा। उन्होंने वेस्टइंडीज के टॉप ऑर्डर को पूरी तरह बिखेर कर रख दिया।

हालाँकि,हेजलवुड का प्रदर्शन बेमिसाल रहा,लेकिन ट्रेविस हेड को 59 रनों की महत्वपूर्ण पारी और दूसरी पारी में फील्डिंग में योगदान के चलते ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ घोषित किया गया। उनकी पहली पारी की पारी ने ही ऑस्ट्रेलिया को संकट से उबारने की नींव रखी थी।

अब इस दो मैचों की सीरीज का दूसरा और अंतिम टेस्ट 3 जुलाई से ग्रेनेडा में खेला जाएगा।ऑस्ट्रेलिया अगर यह मैच ड्रॉ भी करवा लेता है,तो सीरीज उसके नाम हो जाएगी।

वहीं वेस्टइंडीज के लिए यह मुकाबला ‘करो या मरो’ जैसा होगा। उन्हें सीरीज बचाने के लिए यह मैच हर हाल में जीतना होगा।

इस टेस्ट ने यह फिर से साबित कर दिया कि गेंदबाजी ही टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी ताकत है। जोश हेजलवुड के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और मैच का रुख अपनी ओर मोड़ लिया।

दूसरी ओर,वेस्टइंडीज को अपनी बल्लेबाजी में निरंतरता और अनुशासन लाना होगा।

अब नजरें ग्रेनेडा पर हैं,जहाँ यह तय होगा कि ऑस्ट्रेलिया क्लीन स्वीप करेगा या वेस्टइंडीज वापसी कर पाएगा।