नई दिल्ली,1 नवंबर (युआईटीवी)- पाकिस्तान के स्टार बल्लेबाज और पूर्व कप्तान बाबर आजम ने टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में एक नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने इस फॉर्मेट में भारत के दिग्गज खिलाड़ी रोहित शर्मा को पछाड़ते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। यह उपलब्धि बाबर आजम के शानदार करियर में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ती है और उन्हें टी20 क्रिकेट इतिहास के महान बल्लेबाजों में शुमार कर देती है।
बाबर आजम ने वर्ष 2016 में टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था और तब से लेकर अब तक उन्होंने अपने लगातार प्रदर्शन से दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों को प्रभावित किया है। उन्होंने अब तक 130 टी20 मैच खेले हैं,जिसमें उनके बल्ले से 39.57 की औसत से 4,234 रन निकले हैं। इस दौरान उन्होंने 3 शतक और 36 अर्धशतक जड़े हैं,जो उनकी निरंतरता और क्लास को दर्शाता है। उनकी बल्लेबाजी में संतुलन,तकनीक और आक्रामकता का जो मिश्रण देखने को मिलता है,उसने उन्हें आधुनिक क्रिकेट का एक चमकता सितारा बना दिया है।
बाबर की बल्लेबाजी शैली में एक खास बात यह है कि वह परिस्थिति के अनुसार अपने खेल को ढाल लेते हैं। चाहे टीम को संभलकर खेलना हो या तेज रन बनाने की जरूरत हो,बाबर दोनों भूमिकाओं में माहिर हैं। उन्होंने अपने टी20 करियर में अब तक 448 चौके और 73 छक्के लगाए हैं,जो यह साबित करता है कि वह सिर्फ एंकर नहीं,बल्कि स्ट्राइक रोटेटर और फिनिशर की भूमिका भी बखूबी निभाते हैं।
इस उपलब्धि के साथ बाबर आजम ने भारत के पूर्व कप्तान और विश्व कप विजेता रोहित शर्मा को पीछे छोड़ दिया है,जिन्होंने टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 4,231 रन बनाए थे। रोहित शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2007 में की थी और 2024 तक उन्होंने भारत के लिए 159 टी20 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 32.05 की औसत से रन बनाए और 5 शतक व 32 अर्धशतक अपने नाम किए। रोहित शर्मा टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों में से एक हैं। उनके नाम यह उपलब्धि ग्लेन मैक्सवेल के साथ संयुक्त रूप से दर्ज है, जिनके नाम भी 5 शतक हैं।
भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। कोहली ने वर्ष 2010 से 2024 के बीच 125 टी20 मैचों में 4,188 रन बनाए। उनकी औसत 48.69 रही,जो इस फॉर्मेट में असाधारण कही जा सकती है। कोहली ने अपने करियर में 1 शतक और 38 अर्धशतक लगाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट और निरंतरता इस बात का सबूत है कि क्यों उन्हें “रन मशीन” कहा जाता है। टी20 जैसे तेज फॉर्मेट में भी कोहली का स्थिर और नियंत्रित खेल हमेशा भारतीय टीम के लिए भरोसे का स्तंभ रहा है। उनके बल्ले से अब तक 369 चौके और 124 छक्के निकल चुके हैं,जो उनकी क्लासिक और ताकतवर बल्लेबाजी की गवाही देते हैं।
इस सूची में चौथे स्थान पर इंग्लैंड के विस्फोटक बल्लेबाज जोस बटलर हैं,जिन्होंने वर्ष 2011 से लेकर अब तक 144 टी20 मुकाबलों में 3,869 रन बनाए हैं। उनकी औसत 35.49 रही है। बटलर की बल्लेबाजी की खासियत उनकी आक्रामक शैली और मैच को फिनिश करने की क्षमता है। उन्होंने अब तक 1 शतक और 28 अर्धशतक बनाए हैं। इंग्लैंड के लिए ओपनिंग करते हुए उन्होंने कई बार अकेले दम पर मैच का रुख पलट दिया है।
इस सूची में पाँचवें स्थान पर आयरलैंड के अनुभवी बल्लेबाज पॉल स्टर्लिंग हैं,जो लंबे समय से अपने देश के लिए निरंतर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2009 से अब तक 153 टी20 मैच खेले हैं और 3,710 रन बनाए हैं। उनकी औसत 26.69 रही है। स्टर्लिंग ने अपने टी20 करियर में 1 शतक और 28 अर्धशतक लगाए हैं। वह आयरलैंड क्रिकेट के स्तंभों में से एक हैं और उनकी आक्रामक शुरुआत ने कई बार टीम को मजबूत आधार प्रदान किया है।
बाबर आजम की यह उपलब्धि पाकिस्तान क्रिकेट के लिए गर्व का विषय है। यह उपलब्धि उस दौर में आई है जब टी20 क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा अपने चरम पर है और कई देशों के बल्लेबाज असाधारण प्रदर्शन कर रहे हैं। बाबर ने अपनी फिटनेस, निरंतरता और शांत स्वभाव के दम पर खुद को इस मुकाम तक पहुँचाया है। उनका यह रिकॉर्ड न केवल उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन की मिसाल है,बल्कि यह इस बात का भी प्रमाण है कि पाकिस्तान को एक ऐसे बल्लेबाज की जरूरत थी,जो हर परिस्थिति में टीम को स्थिरता दे सके।
रोहित शर्मा, विराट कोहली, जोस बटलर और पॉल स्टर्लिंग जैसे बल्लेबाजों के बीच बाबर आजम का नाम जुड़ना इस बात का प्रमाण है कि वह विश्व क्रिकेट के शीर्ष स्तर पर जगह बना चुके हैं। उनका करियर अभी लंबा है और आने वाले वर्षों में यह संभावना भी प्रबल है कि वे इस रिकॉर्ड को और ऊँचाइयों तक ले जाएँगे।
टी20 क्रिकेट में रन बनाना आसान नहीं होता,क्योंकि यह फॉर्मेट तेज,अनिश्चित और जोखिम से भरा होता है,लेकिन बाबर आजम ने यह साबित कर दिया है कि अनुशासित तकनीक और मानसिक मजबूती से हर चुनौती का सामना किया जा सकता है। उनके इस रिकॉर्ड के बाद अब क्रिकेट जगत की निगाहें इस बात पर होंगी कि आने वाले समय में वह टी20 क्रिकेट के अन्य रिकॉर्ड्स को किस तरह चुनौती देते हैं।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ बाबर आजम ने न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरी क्रिकेट दुनिया में अपना नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज करा लिया है।

