Bharat Biotech recruits 13,000 volunteers for Phase III trials of Covaxin

भारत बायोटेक का कहना कोवैक्सिन के विकास में तेजी लाने के लिए कोई बाहरी दबाव नहीं

हैदराबाद, 17 नवंबर (युआईटीवी/आईएएनएस)| वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक ने इस बात से इनकार किया है कि कोविड-19 के टीके कोवैक्सिन के विकास में तेजी लाने के लिए उस पर कोई बाहरी दबाव था। हैदराबाद स्थित कंपनी ने गुरुवार को एक बयान में कहा, हम ऐसे बयानों की निंदा करते हैं। ऐसी बात करने वाले वैक्सीन के विकास की प्रक्रिया को समझने में असमर्थ हैं।

बयान में कहा गया है कि भारत और वैश्विक स्तर पर जीवन को बचाने के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी टीका विकसित करने का उन पर आंतरिक दबाव था।

कंपनी ने दावा किया कि कोवैक्सिन दुनिया भर में सबसे अधिक अनुसंधान किए गए कोविड-19 टीकों में से एक है।

कोवाक्सिन का लगभग 20 प्रीक्लिनिकल परीक्षण किया गया, जो किसी भी अन्य भारतीय कोविड-19 वैक्सीन से अधिक है। भारत बायोटेक ने कहा कि इन परीक्षणों में कोवाक्सिन की सुरक्षा और इसका प्रभावकारिता देखी गई।

वैक्सीन निर्माता ने दावा किया कि दुनिया भर में कई सौ मिलियन खुराक के साथ कोवाक्सिन ने उत्कृष्ट सुरक्षा रिकॉर्ड स्थापित किया।

बयान में कहा गया कि कुछ व्यक्ति और संगठन महामारी के दौरान ज्यादातर फर्जी खबरों और झूठी सूचनाओं के प्रसारण में शामिल थे। ऐसे लोग ही इस तरह की बातें करते हैं।

कंपनी की ओर से कहा गया कि जब ये लोग और संगठन महामारी के दौरान झूठी सूचनाओं और फर्जी खबरों में व्यस्त थे, तो देश भर में भारत बायोटेक के 1 हजार से अधिक कर्मचारी टीके के विकास, परीक्षण, निर्माण और वितरण में व्यस्त थे।

भारत बायोटेक की टीम को कोविड-19 वैक्सीन विकसित करने के अपने प्रयासों पर बेहद गर्व है। हमारे काम को बदनाम करने के ये प्रयास हमें अपने रास्ते से नहीं डिगा पाएंगे।

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