नई दिल्ली,21 अगस्त (युआईटीवी)- हॉकी इंडिया ने आगामी पुरुष एशिया कप के लिए 18 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है,जो 29 अगस्त से 7 सितंबर,2025 तक बिहार के नवनिर्मित राजगीर हॉकी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। इस वर्ष यह टूर्नामेंट और भी महत्वपूर्ण है,क्योंकि यह बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले 2026 एफआईएच हॉकी विश्व कप के लिए क्वालीफायर भी है। पूल ए में रखा गया भारत ग्रुप चरण में जापान,चीन और कज़ाकिस्तान से भिड़ेगा।
भारतीय टीम की कमान ड्रैग-फ्लिक विशेषज्ञ और अनुभवी डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह संभालेंगे,जो कप्तान बने रहेंगे। उनके साथ अमित रोहिदास,जरमनप्रीत सिंह और जुगराज सिंह जैसे दिग्गज खिलाड़ी डिफेंसिव लाइन को मजबूती प्रदान करेंगे। गोलकीपर के रूप में भारत ने कृष्ण बी पाठक और सूरज करकेरा की भरोसेमंद जोड़ी को चुना है,जिन्होंने हाल के अंतर्राष्ट्रीय मैचों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है।
अनुभवी खिलाड़ियों मनप्रीत सिंह,विवेक सागर प्रसाद,हार्दिक सिंह,राजिंदर सिंह और राज कुमार पाल के साथ मिडफ़ील्ड विभाग मज़बूत नज़र आ रहा है। खेल की गति को नियंत्रित करने और आक्रमण के लिए रचनात्मक तैयारी प्रदान करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। फ़ॉरवर्ड लाइन में,मनदीप सिंह,अभिषेक,दिलप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह और शिलानंद लाकड़ा जैसे खिलाड़ी गति,कौशल और फ़िनिशिंग क्षमता का मिश्रण लेकर आते हैं,जो मज़बूत एशियाई डिफ़ेंस को भेदने में अहम भूमिका निभाएँगे।
मुख्य कोच क्रेग फुल्टन के अनुसार,यह चयन अनुभव और युवा प्रतिभा के बीच एक सोचे-समझे संतुलन को दर्शाता है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि टीम को “संयम, लचीलेपन और नेतृत्व क्षमता” को ध्यान में रखकर बनाया गया है,खासकर जब विश्व कप क्वालीफिकेशन दांव पर है। वैकल्पिक एथलीट नीलम संजीव जेस और सेल्वम कार्थी को शामिल करने से टीम की गहराई और बढ़ गई है।
इस घोषणा में कोई बड़ा आश्चर्य नहीं हुआ,क्योंकि हाल के दौर के मुख्य खिलाड़ियों ने अपनी जगह बरकरार रखी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह निरंतरता भारत को उच्च दबाव वाले मैचों में स्थिरता और एकजुटता बनाए रखने में मदद कर सकती है। एशिया कप विश्व कप के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग होने के कारण,भारतीय टीम से काफी उम्मीदें हैं,जिनका लक्ष्य न केवल क्वालीफाई करना होगा,बल्कि महाद्वीपीय वर्चस्व को फिर से हासिल करना भी होगा।