ममता कुलकर्णी (तस्वीर क्रेडिट@GirishC86267368)

बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी बनीं संन्यासी,महाकुंभ में संन्यास की दीक्षा ली,यमाई ममता नंद गिरि होगा नया नाम

नई दिल्ली,25 जनवरी (युआईटीवी)- बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान संन्यास की दीक्षा ली और अब उनका नाम यमाई ममता नंद गिरि रखा गया है। दीक्षा लेने के बाद उन्होंने भगवा वस्त्र धारण किया और अपने नए जीवन की शुरुआत की। ममता कुलकर्णी,जो एक समय बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री थीं,अब साध्वी जीवन अपनाने की दिशा में कदम बढ़ा चुकी हैं। महाकुंभ में उनका यह परिवर्तन कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि उन्होंने संन्यास लेने का फैसला लिया और संगम तट पर पिंडदान करने के साथ इस धार्मिक यात्रा की शुरुआत की।

ममता कुलकर्णी ने संगम तट पर पिंडदान किया और इसके बाद शाम को उनका पट्टाभिषेक होने की योजना बनाई गई। इस महत्वपूर्ण अवसर पर उन्हें जूना अखाड़े की आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने दीक्षा दी और उन्हें भगवा वस्त्र पहनने के साथ एक नई पहचान दी। अब उन्हें ‘यमाई ममता नंद गिरि’ के नाम से जाना जाएगा। महाकुंभ में ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़े में रह रही हैं और इस दौरान उन्होंने कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा की हैं,जिनमें वह साध्वियों के साथ खड़ी नजर आईं।

अभिनेत्री ममता कुलकर्णी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं और उन्होंने महाकुंभ के दौरान कई तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किए। एक वीडियो में उन्होंने बताया कि वह मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में स्नान करेंगी। इसके साथ ही ममता ने यह भी साझा किया कि उनका अगला कदम काशी विश्वनाथ मंदिर और फिर अयोध्या धाम की यात्रा करने का होगा। ममता ने यह भी बताया कि वह अपने माता-पिता का पितृ तर्पण भी करेंगी,जो कि उनके धार्मिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होगा।

ममता कुलकर्णी का महाकुंभ में भाग लेने का यह पहला अवसर नहीं था। इससे पहले,उन्होंने एक वीडियो साझा किया था जिसमें उन्होंने बताया कि वह शाही स्नान में भाग लेने के लिए प्रयागराज लौटेंगी। इस वीडियो में उन्होंने अपने प्रशंसकों से यह जानकारी साझा की थी कि वह दुबई वापस जाने से पहले कुंभ मेले में हिस्सा लेंगी और शाही स्नान में डुबकी लगाएँगी। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक क्लिप शेयर की थी, जिसमें वह कह रही थीं, “नमस्ते दोस्तों,शुभ प्रभात,मैं कल दुबई वापस जा रही हूँ और जनवरी में मैं कुंभ मेले में शामिल होने के लिए आऊँगी। मैं इलाहाबाद में शाही स्नान करने और डुबकी लगाने के लिए वापस आऊँगी। तब तक आप सभी अपना ख्याल रखिए। मैं अपने सभी प्रशंसकों की आभारी हूँ,जिन्होंने मुझे ढेरों प्यार दिया और मुझे इतना प्यार देने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।”

हाल ही में ममता कुलकर्णी ने एक और वीडियो पोस्ट किया था,जिसमें उन्होंने अपने भारत लौटने का अनुभव साझा किया था। वीडियो में उन्होंने कहा,”हेलो दोस्तों, मैं ममता कुलकर्णी, 25 साल बाद भारत ‘आमची मुंबई’ लौटी हूँ। यहाँ आकर मेरी पुरानी यादें ताजा हो गईं। फ्लाइट के उतरने से पहले मैं बहुत उत्साहित थी और अपने इधर-उधर देख रही थी।” उन्होंने यह भी कहा कि जब वह ऊपर से अपने देश को देख रही थीं,तो उनकी आँखों में आँसू आ गए थे। उन्होंने कहा, “मैंने अपने देश को करीब 25 साल बाद जब ऊपर से देखा (प्लेन के लैंडिंग के दौरान),तो यह देखकर मैं भावुक हो गई थी। मेरी आँखों में आँसू आ गए थे। मैंने जब मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से बाहर कदम रखा,तो मैं बेहद खुश और उत्सुक थी।”

ममता कुलकर्णी के भारत लौटने के बाद उनके जीवन में एक नया मोड़ आया है। पहले फिल्मों की दुनिया में सफलता प्राप्त करने के बाद,अब उन्होंने धार्मिक जीवन को अपनाया है। उनकी यह यात्रा उनके जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत को दर्शाती है। ममता ने अपनी दीक्षा के बाद अपने जीवन के उद्देश्य और दिशा को लेकर एक नई पहचान बनाई है।

महाकुंभ जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन में उनका हिस्सा लेना और वहाँ दीक्षा लेना उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण पल साबित हुआ। यह बदलाव उनके प्रशंसकों और समाज के लिए एक संदेश है कि जीवन के विभिन्न पहलुओं को अपनाया जा सकता है,चाहे वह ग्लैमर की दुनिया हो या फिर साध्वी जीवन। ममता कुलकर्णी का यह नया अध्याय निश्चित रूप से उनके जीवन में एक गहरी आत्मा-शांति की खोज को दर्शाता है।

ममता कुलकर्णी का महाकुंभ में संन्यास लेना और साध्वी जीवन को अपनाना उनके जीवन के एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है,जो न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन में परिवर्तन का संकेत है,बल्कि यह उनके प्रशंसकों को भी एक नया दृष्टिकोण देता है कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में बदलाव लाने का अधिकार होता है।