मेलबर्न,26 दिसंबर (युआईटीवी)- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई युवा सलामी बल्लेबाज सैम कोंस्टास ने डेब्यू किया है और अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से भारतीय गेंदबाजों को खासकर जसप्रीत बुमराह को कड़ी चुनौती दी। 19 वर्षीय कोंस्टास ने अपनी पारी के दौरान जसप्रीत बुमराह जैसे दुनिया के नंबर एक गेंदबाज को नहीं बख्शा और मैच के दौरान अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से सबको हैरान कर दिया। उनका यह प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए चेतावनी था,क्योंकि उन्होंने 65 गेंदों पर 60 रन बनाए,जो सीरीज के बाकी मैचों के लिए टीम इंडिया को आगाह करने जैसा था।
कोंस्टास ने बुमराह के खिलाफ पारी के सातवें ओवर में रैंप शॉट खेलते हुए बेहतरीन बाउंड्री लगाई। इसके बाद उन्होंने बुमराह के अगले ओवर में कई चौके और दो छक्के भी जड़े। यह संकेत था कि वह बिना किसी डर के भारतीय गेंदबाजों का सामना कर रहे थे और उनका आत्मविश्वास साफ झलक रहा था। खास बात यह थी कि पिछले चार वर्षों में भारतीय टीम के शीर्ष गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को छक्का मारने का कोई अवसर मुश्किल बन गया था,लेकिन कोंस्टास ने बुमराह को निशाना बनाकर इस मिथक को तोड़ दिया ।
शांत रहने वाले बुमराह को कोंस्टास के इस आक्रामक रवैये ने चौंका दिया। जब पारी का 11वां ओवर बुमराह फेंकने आए,तो कोंस्टास ने एक छक्का और दो चौकों की मदद से 18 रन बनाए। इससे पहले भी पारी के सातवें ओवर में,जसप्रीत बुमराह को निशाना बनाते हुए,कोंस्टास ने एक छक्का और दो चौके की मदद से 14 रन लिए थे। यह लगातार आक्रमक शॉट्स कोंस्टास की खेल भावना और आत्मविश्वास को दर्शाते थे।
कोनस्टास ने मैच के बाद फॉक्स क्रिकेट से बात करते हुए कहा, “यह अविश्वसनीय है, दर्शकों की संख्या को देखिए। मैं बस कुछ स्वतंत्रता के साथ खेलने और खुद पर भरोसा करने की कोशिश कर रहा हूँ और उम्मीद है कि मैं कुछ और रन बना पाउँगा।” उनके शब्दों से यह स्पष्ट था कि वह खुद को बहुत सहज महसूस कर रहे थे और अपनी बल्लेबाजी में कोई दबाव महसूस नहीं कर रहे थे। जब उनसे बुमराह के खिलाफ उनके रैंप शॉट के बारे में पूछा गया कि क्या पहले से ही इस शॉट के बारे में सोचा-समझा था,तो कोंस्टास ने इस पर जवाब दिया कि “मैंने नीचे आ रही गेंद पर ध्यान दिया। मैं आगे भी निशाना बनाना जारी रखूँगा और मुझे ऐसा फिर से होने की उम्मीद है,लेकिन देखते हैं आगे क्या होता है।”
A SIX TO LONG ON AGAINST BUMRAH IN TEST CRICKET ON HIS DEBUT 🔥
– Konstas has arrived…!!!! pic.twitter.com/Nrzjec3poG
— Johns. (@CricCrazyJohns) December 26, 2024
कोंस्टास का डेब्यू मैच शानदार रहा,क्योंकि उन्होंने अपनी पहली पारी में महज 52 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया, जो ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट इतिहास में तीसरा सबसे तेज अर्धशतक था। इससे पहले,यह कारनामा एडम गिलक्रिस्ट और एश्टन एगर ने किया था। कोंस्टास की यह पारी युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा बन गई है,जो यह साबित करती है कि सही मानसिकता और आत्मविश्वास के साथ कोई भी खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ सकता है।
उनकी पारी को भारतीय टीम के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा जा सकता है। कोंस्टास ने रवींद्र जडेजा की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट होने से पहले विकेट के लिए 89 रन की साझेदारी की,जो उनकी और ऑस्ट्रेलियाई टीम की सफलता की ओर बढ़ाया गया एक महत्वपूर्ण कदम था। उनकी बल्लेबाजी से साफ दिख रहा था कि वह बिना किसी दबाव के खेल रहे थे और अपनी टीम के लिए बड़े स्कोर बनाने की ओर अग्रसर थे।
भारत के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी कोंस्टास की तारीफ की और उन्हें निडर खिलाड़ी बताया। पठान ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा, “मैं सैम कोंस्टास में जो देख रहा हूँ, वह निडरता है। ऑस्ट्रेलिया यही चाहता था। हम चाहते थे कि कोई ऐसा व्यक्ति हो,जो जसप्रीत बुमराह का अलग तरीके से सामना करे।” पठान की यह बात सही साबित हुई,क्योंकि कोंस्टास ने बुमराह के खिलाफ अपने आक्रामक शॉट्स से साबित किया कि वह दबाव में भी अपना खेल जारी रख सकते हैं।
कोंस्टास का यह प्रदर्शन इस टेस्ट मैच में सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं था, बल्कि यह भारतीय गेंदबाजों के लिए एक चुनौती भी था। उन्होंने यह साबित किया कि युवा खिलाड़ी आक्रमकता और आत्मविश्वास के साथ किसी भी विरोधी को चुनौती दे सकते हैं। यह सीरीज के अगले मैचों के लिए टीम इंडिया के लिए एक बड़ा संकेत है कि उन्हें कोंस्टास जैसे निडर और आक्रामक बल्लेबाजों से निपटने के लिए अपनी रणनीतियों में बदलाव करना होगा।
ऑस्ट्रेलिया के इस युवा खिलाड़ी ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया और अपनी टीम को एक मजबूत स्थिति में पहुँचाया। कोंस्टास की यह पारी टेस्ट क्रिकेट में युवा खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श बन सकती है,जो दिखाता है कि यदि आत्मविश्वास और सही मानसिकता हो,तो कोई भी खिलाड़ी अपनी टीम को जीत दिला सकता है।
