मनीला,1 अक्टूबर (युआईटीवी)- फिलीपींस एक बार फिर से प्रकृति के भयंकर प्रकोप का शिकार हुआ है। बीते मंगलवार 30 सितंबर 2025 की रात देश के सेबू प्रांत में 6.9 तीव्रता का भीषण भूकंप आया,जिसने कुछ ही पलों में तबाही का मंजर खड़ा कर दिया। रात करीब 10 बजे जब लोग अपने घरों में आराम कर रहे थे,तभी धरती अचानक इतनी जोर से कांपी कि सैकड़ों इमारतें,मकान और पुल ढह गए। इस आपदा ने देखते ही देखते सैकड़ों परिवारों की खुशियाँ उजाड़ दीं। आधिकारिक आँकड़ों के अनुसार अब तक 69 लोगों की मौत हो चुकी है और 150 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में कई की हालत गंभीर है,जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
न्यूज़ एजेंसी ‘सिन्हुआ’ ने स्थानीय समाचार पत्र ‘सनस्टार सेबू’ के हवाले से बताया कि प्रांतीय सूचना कार्यालय ने सबसे ज्यादा नुकसान बोगो शहर में दर्ज किया है। यहाँ 13 लोगों की जान गई है,जबकि उत्तरी सेबू के सैन रेमिगियो शहर में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। वहीं मेडेलिन नगरपालिका से भी एक मौत और कई घायलों की खबर सामने आई है। प्रांत के अलग-अलग हिस्सों में भूकंप के झटकों ने कहर बरपाया और कई लोग मलबे के नीचे दब गए।
भूकंप का केंद्र बोगो शहर से लगभग 19 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में 5 किलोमीटर की गहराई पर था। शुरुआत में फिलीपींस के ज्वालामुखी और भूकंप विज्ञान संस्थान ने इसकी तीव्रता 6.7 बताई,लेकिन बाद में इसे संशोधित कर 6.9 कर दिया गया। भूकंप की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इसके झटके न सिर्फ सेबू प्रांत में बल्कि मध्य फिलीपींस के कई पड़ोसी इलाकों और यहाँ तक कि दक्षिणी हिस्सों तक महसूस किए गए।
तेज झटकों की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं और दर्जनों पुलों को नुकसान पहुँचा। दो प्रमुख पुलों में दरारें पड़ने से यातायात बाधित हो गया है। वहीं गाँवों की सड़कों पर गहरी दरारें आ गईं,जिससे राहत और बचाव कार्य प्रभावित हो रहे हैं। कई घरों में आग लगने और दीवारों के गिरने की भी खबरें आईं,जिससे लोगों में और ज्यादा दहशत फैल गई।
भूकंप के बाद सेबू और आसपास के द्वीपों में बिजली आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई। बिजली की लाइनें टूटने से पूरा इलाका अँधेरे में डूब गया। हालाँकि,फिलीपींस के राष्ट्रीय ग्रिड निगम ने एक अपडेट में बताया कि आधी रात के तुरंत बाद सेबू और चार अन्य प्रमुख मध्य द्वीपों में बिजली बहाल कर दी गई। फिर भी कई ग्रामीण इलाकों में बिजली और संचार सेवाएँ बाधित हैं।
भूकंप पीड़ितों को सेबू प्रांतीय अस्पताल में लगातार लाया जा रहा है। अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ पर दबाव बढ़ गया है क्योंकि घायलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई मरीजों को फर्श पर ही इलाज दिया जा रहा है,जबकि खून की कमी और दवाओं की कमी जैसी समस्याएँ भी सामने आ रही हैं। डॉक्टरों ने बताया कि ज्यादातर घायल गंभीर सिर की चोट,हड्डियाँ टूटने और मलबे से दबने के कारण अस्पताल पहुँचे हैं।
स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के लिए सेना और पुलिस की मदद ली है। रेस्क्यू टीमें मलबे में दबे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही हैं। कई जगहों पर स्थानीय लोग भी हाथ से मलबा हटाकर फँसे हुए लोगों की मदद कर रहे हैं। हालाँकि,टूटी सड़कों और अँधेरे की वजह से बचाव कार्य में बाधाएँ आ रही हैं।
फिलीपींस प्रशांत महासागर के “रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है,जो दुनिया का सबसे संवेदनशील भूकंपीय क्षेत्र माना जाता है। यहाँ अक्सर भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट आते रहते हैं। इस वजह से देश की बड़ी आबादी हर साल प्राकृतिक आपदाओं के खतरे का सामना करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह भूकंप 2025 का सबसे भीषण प्राकृतिक हादसा साबित हो सकता है,क्योंकि इसकी तीव्रता और इसका असर बहुत बड़ा है।
सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजे का आश्वासन दिया है और घायलों के मुफ्त इलाज का भी ऐलान किया है। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि केंद्र सरकार हर संभव मदद पहुँचा रही है और आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिया गया है कि वे तुरंत राहत सामग्री,खाने-पीने का सामान और टेंट प्रभावित इलाकों में भेजें।
भूकंप से प्रभावित परिवारों के लिए यह त्रासदी किसी बुरे सपने से कम नहीं है। कई लोगों ने अपने परिजनों को खो दिया,जबकि कुछ लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। स्कूल,बाजार और दफ्तर बंद हैं और लोग सुरक्षित ठिकानों की तलाश में पलायन कर रहे हैं। कई इलाकों में लोग खुले मैदानों में रात गुजारने को मजबूर हैं,क्योंकि उन्हें आफ्टरशॉक्स यानी भूकंप के दोबारा आने का डर सता रहा है।
भूकंप की इस तबाही ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि फिलीपींस जैसे भूकंप-प्रवण देश में किस तरह मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर और बेहतर आपदा प्रबंधन योजनाओं की जरूरत है। लगातार आने वाले भूकंप न सिर्फ जान-माल का नुकसान करते हैं,बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी गहरा झटका देते हैं।
सेबू प्रांत में आए इस 6.9 तीव्रता के भूकंप ने पूरे फिलीपींस को हिला कर रख दिया है। मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है और मलबे में दबे लोगों को बचाने की जंग अभी जारी है। पूरे देश में शोक और चिंता का माहौल है। फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती घायलों को राहत पहुँचाने और बेघर हुए परिवारों को सुरक्षित ठिकानों पर बसाने की है। यह आपदा एक बार फिर याद दिलाती है कि प्रकृति के सामने इंसान कितना असहाय है और ऐसे संकटों में केवल एकजुटता और मानवीय सहयोग ही सबसे बड़ी ताकत साबित होता है।
