सात्विक-चिराग

चाइना ओपन 2025: सात्विक-चिराग सेमीफाइनल में पहुँचे,उन्नति हुड्डा का सफर क्वार्टर फाइनल में थमा

चांगझोउ,26 जुलाई (युआईटीवी)- भारतीय बैडमिंटन के सितारों ने चाइना ओपन 2025 में एक बार फिर से अपने शानदार प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ाया है। पुरुष युगल के दिग्गज खिलाड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने शुक्रवार को धमाकेदार खेल दिखाते हुए टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बना ली। वहीं,महिला एकल में भारत की युवा सनसनी उन्नति हुड्डा का शानदार अभियान क्वार्टर फाइनल में समाप्त हो गया।

मलेशिया के ओंग येव सिन और टियो ई यी को दुनिया की तीसरे नंबर की पुरुष युगल जोड़ी सात्विक और चिराग ने सीधे गेमों में हराया। भारतीय जोड़ी ने महज 40 मिनट में 21-18, 21-14 से जीत दर्ज कर सेमीफाइनल का टिकट कटाया। पूरे मैच में सात्विक और चिराग ने अपने आक्रामक अंदाज और तेजतर्रार रणनीति का शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने इस जीत के साथ ही मलेशियाई जोड़ी के खिलाफ अपने हेड-टू-हेड रिकॉर्ड को 7-3 तक सुधार लिया,जो उनके आत्मविश्वास को और अधिक मजबूत करेगा।

सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने शानदार संयम दिखाते हुए पहला गेम 21-18 से अपने नाम किया। दूसरे गेम में 15-14 की बराबरी के बाद उन्होंने लय बदलते हुए लगातार छह अंक अर्जित किए और 21-14 से जीत दर्ज की। यह जीत उनकी बेहतरीन मौजूदा फॉर्म का प्रमाण है और इस साल का उनका चौथा सेमीफाइनल भी है। भारतीय जोड़ी का यह प्रदर्शन उनके आत्मविश्वास और आक्रामक खेल शैली को दर्शाता है, जिससे वे खिताबी दावेदार माने जा रहे हैं।

अब भारतीय जोड़ी का सामना मलेशिया के ही दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी आरोन चिया और सोह वूई यिक से होगा। यह मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है,क्योंकि दोनों जोड़ियाँ वैश्विक सर्किट पर अपने शानदार खेल के लिए जानी जाती हैं। सात्विक और चिराग के आक्रामक खेल और तेज नेट-प्ले का मुकाबला चिया और यिक की रक्षात्मक रणनीति और धैर्यपूर्ण खेल से होगा। भारतीय प्रशंसकों को उम्मीद है कि सात्विक-चिराग अपनी विजयी लय को बनाए रखते हुए फाइनल में प्रवेश करेंगे।

दूसरी ओर,भारत की 17 वर्षीय युवा बैडमिंटन स्टार उन्नति हुड्डा का सफर क्वार्टर फाइनल में आकर रुक गया। जापान की विश्व की चौथे नंबर की खिलाड़ी और दो बार की विश्व चैंपियन अकाने यामागुची ने उन्नति को 33 मिनट में सीधे गेमों में 21-16, 21-12 से मात दी। प्री-क्वार्टर फाइनल में पीवी सिंधु जैसी अनुभवी और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता को हराने वाली उन्नति इस मैच में यामागुची की गति और सटीक शॉट्स के सामने संघर्ष करती नजर आईं।

पहले गेम में उन्नति ने शुरुआत में कड़ा मुकाबला किया और कई बार यामागुची को रक्षात्मक मुद्रा में ला दिया। हालाँकि,गेम के मध्य चरण में यामागुची ने अपनी तेज रफ्तार और शानदार नेट-प्ले से लगातार अंक अर्जित कर बढ़त बना ली। उन्नति ने अपनी ओर से जोरदार वापसी की कोशिश की,लेकिन यामागुची के अनुभव के सामने उन्हें सफलता नहीं मिली। दूसरे गेम में जापानी खिलाड़ी ने पूरी तरह से दबदबा बनाए रखा और उन्नति को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया।

उन्नति हुड्डा का क्वार्टर फाइनल तक का सफर हालाँकि भारतीय बैडमिंटन के लिए बड़ी उम्मीदें जगाता है। केवल 17 साल की उम्र में उन्होंने जिस तरह से विश्व के शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ शानदार खेल दिखाया,वह आने वाले समय में उनके करियर के लिए शुभ संकेत है। पीवी सिंधु को हराना और क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करना उनकी प्रतिभा और कड़ी मेहनत को दर्शाता है।

उन्नति के बाहर होने के साथ ही चाइना ओपन में भारत की एकल चुनौती समाप्त हो गई है। अब देश की सभी उम्मीदें पुरुष युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पर टिकी हैं। भारतीय प्रशंसक और खेल विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे हैं कि सात्विक-चिराग सेमीफाइनल में भी अपने आक्रामक अंदाज को जारी रखते हुए फाइनल में जगह बनाएँगे और देश को एक और अंतर्राष्ट्रीय खिताब दिलाएँगे।

भारतीय बैडमिंटन पिछले कुछ वर्षों में लगातार वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना रहा है। सात्विक और चिराग की जोड़ी को वर्तमान समय में दुनिया की सबसे मजबूत युगल जोड़ियों में गिना जाता है। वहीं,उन्नति हुड्डा जैसी युवा खिलाड़ी यह साबित कर रही हैं कि भविष्य में भारत बैडमिंटन में और भी कई बड़े कीर्तिमान स्थापित करेगा।

अब चाइना ओपन के सेमीफाइनल में हर भारतीय की नजरें इस बात पर टिकी रहेंगी कि क्या सात्विक और चिराग एक बार फिर देश के लिए जीत की गूँज पैदा कर पाएँगे।