नई दिल्ली,30 अक्टूबर (युआईटीवी)- लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के विवादित बयान पर देशभर में राजनीतिक हलचल मच गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अभद्र भाषा के प्रयोग और यमुना नदी पर विवादित टिप्पणी के बाद अब दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राहुल गांधी पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का यह बयान न केवल राजनीतिक अपरिपक्वता का उदाहरण है,बल्कि यह करोड़ों छठ श्रद्धालुओं की आस्था और भारतीय संस्कृति का भी अपमान है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर एक विस्तृत पोस्ट साझा करते हुए राहुल गांधी के बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने लिखा, “बिहार में राहुल गांधी ने अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत जिस तरीके से की है,वह राजनीतिक दिवालियापन को दर्शाता है। छठ महापर्व पर उनकी टिप्पणी और माँ यमुना को लेकर किया गया उपहास स्पष्ट रूप से दिखाता है कि उनकी सोच भारतीय संस्कृति, सनातन परंपराओं और लोक आस्था से कितनी दूर है।”
रेखा गुप्ता ने कहा कि छठ महापर्व भारतीय संस्कृति में आस्था,अनुशासन और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक है। करोड़ों लोग इस पर्व को पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ मनाते हैं। ऐसे में इस पवित्र त्योहार पर राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी से देश के हर श्रद्धालु की भावना आहत हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता की इस मानसिकता ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कांग्रेस पार्टी अब जनमानस से पूरी तरह कट चुकी है और सिर्फ राजनीति के लिए धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने की प्रवृत्ति अपना रही है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “यह वही नकारात्मक प्रवृत्ति है,जिसने अतीत में भी छठ जैसे पवित्र पर्वों को नीचा दिखाने का प्रयास किया था। आज राहुल गांधी उसी अपमानजनक मानसिकता को दोहरा रहे हैं। छठ महापर्व केवल बिहार या पूर्वी उत्तर प्रदेश का त्योहार नहीं है,बल्कि यह अब पूरे भारत की आस्था का पर्व बन चुका है। दिल्ली,मुंबई,कोलकाता से लेकर देश के हर कोने में छठ पूजा का आयोजन श्रद्धा और भक्ति के साथ होता है। ऐसे में इस पर्व पर अपमानजनक टिप्पणी देश की एकता और सामाजिक सद्भाव पर प्रहार है।”
रेखा गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यमुना घाटों पर हुए स्वच्छता अभियान और भव्य आयोजन का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पहले जहाँ श्रद्धालु झाग और गंदगी में पूजा करने को मजबूर थे,वहीं आज प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में यमुना तटों पर आस्था और स्वच्छता का अद्भुत संगम देखने को मिला। उन्होंने कहा, “दिल्ली सरकार ने जिस संवेदनशीलता के साथ यमुना घाटों को सजाया-संवारा है,वह श्रद्धा और समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण है। भाजपा की संस्कृति हमेशा से आस्था का सम्मान करना और उसे राजनीति से ऊपर रखना रही है। यही हमारी कार्यसंस्कृति है,जबकि कांग्रेस की सोच लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने की रही है।”
सीएम रेखा गुप्ता ने राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोले गए अपशब्दों को लेकर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि देश के चुने हुए प्रधानमंत्री के बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग केवल राजनीतिक मर्यादाओं का उल्लंघन नहीं,बल्कि लोकतंत्र की आत्मा पर आघात है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी का यह बयान उनके राजनीतिक दिवालियापन का स्पष्ट संकेत है। यह दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी के पास अब बिहार के लोगों के लिए कोई ठोस एजेंडा नहीं है। जब विचार और योजनाएँ खत्म हो जाती हैं,तब नेता सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए निजी हमले करने लगते हैं। यही स्थिति आज राहुल गांधी की है।”
रेखा गुप्ता ने आगे कहा कि बिहार और दिल्ली में छठ पूजा का जो भव्य आयोजन हुआ,वह भारतीय समाज की आस्था और संस्कृति का जीवंत उदाहरण है। लाखों श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह,अनुशासन और स्वच्छता के साथ घाटों पर छठी मैया की पूजा की। उन्होंने कहा कि “राहुल गांधी जैसे नेता जब इस लोक आस्था का मजाक उड़ाते हैं,तो वे न केवल एक त्योहार का,बल्कि पूरे समाज की भावनाओं का अपमान करते हैं। छठ केवल एक पर्व नहीं,बल्कि लोकसंस्कृति की आत्मा है,जो व्यक्ति को आत्मसंयम,प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और मातृत्व की भावना से जोड़ता है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को भारतीय संस्कृति की गहराई समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “छठ पर्व उस सूर्य उपासना की परंपरा से जुड़ा है,जो हजारों वर्षों से भारतीय जीवन का हिस्सा रही है। इसमें न कोई राजनीति है,न कोई भेदभाव—सिर्फ आस्था और प्रकृति के प्रति समर्पण है,लेकिन राहुल गांधी की टिप्पणी बताती है कि वह इस मूल भावना से कितने अनजान हैं।”
रेखा गुप्ता ने कांग्रेस नेतृत्व से भी सवाल किया कि क्या पार्टी आधिकारिक रूप से राहुल गांधी की टिप्पणी से सहमत है या फिर वह इसे मात्र एक व्यक्तिगत बयान कहकर पल्ला झाड़ेगी। उन्होंने कहा कि “यदि कांग्रेस को सच में जनभावनाओं की परवाह है,तो उसे अपने नेता के इस बयान पर माफी माँगनी चाहिए और स्पष्ट करना चाहिए कि वह भारतीय आस्था और परंपराओं के प्रति क्या दृष्टिकोण रखती है।”
अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि “यह देश आस्था,संस्कृति और आदर्शों के सम्मान पर टिका है। भारतीय जनता पार्टी हमेशा इन मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने आस्था और विकास का संतुलन साधा है,यमुना की स्वच्छता, घाटों का सौंदर्यीकरण और श्रद्धालुओं की सुविधा इसका प्रमाण है। वहीं,कांग्रेस सिर्फ नकारात्मक राजनीति और आरोपों तक सिमट गई है।”

