भारी बारिश

तमिलनाडु में डीप डिप्रेशन का कहर जारी,चेन्नई सहित चार जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद,सड़कों पर जलभराव से जनजीवन प्रभावित

चेन्नई,2 दिसंबर (युआईटीवी)- साइक्लोन ‘दित्वाह’ का मुख्य प्रभाव बीत जाने के बावजूद उसके अवशेष तमिलनाडु में लगातार परेशानी बढ़ा रहे हैं। चक्रवात के बचे हुए असर से राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है,जिसने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। सबसे ज्यादा प्रभाव चेन्नई और उसके आसपास के जिलों—तिरुवल्लूर,कांचीपुरम और चेंगलपट्टू में देखने को मिल रहा है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मंगलवार को इन चारों जिलों में सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना डीप डिप्रेशन तमिलनाडु तट के बेहद करीब स्थिर हो गया है और इससे भारी वर्षा होने की आशंका है। विभाग के अनुसार यह प्रणाली चेन्नई से करीब 50 किलोमीटर पूर्व में स्थित है और पिछले कई घंटों से लगभग एक ही स्थान पर बनी हुई है। उम्मीद की जा रही है कि अगले 12 घंटों में यह प्रणाली कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल जाएगी और दक्षिण-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए तट से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर आ जाएगी।

हालाँकि,सिस्टम के कमजोर होने के बावजूद इसका नजदीक बना रहना उत्तरी तमिलनाडु में बारिश की तीव्रता को बढ़ा रहा है। राजधानी चेन्नई में सुबह से ही तेज बारिश हो रही है,जिसके चलते शहर के कई हिस्सों में गंभीर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मुख्य सड़कों पर गाड़ियाँ पानी में आधी डूबी हुई रेंगती नजर आईं और कई सड़कें ट्रैफिक जाम से जूझती रहीं क्योंकि लोगों को बाढ़ग्रस्त रास्तों से गुजरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

शहर के अन्ना नगर,टी नगर,वेलाचेरी,अडयार,पोरूर और पेरुंबक्कम जैसे इलाकों में जलभराव के कारण लोग घरों से बाहर निकलने में असमर्थ रहे। कई जगहों पर पानी मकानों के अंदर तक घुस गया। बारिश ने शहर की ड्रेनेज व्यवस्था की कमियों को एक बार फिर उजागर कर दिया है। कई अंडरपास और लो-लेवल रोड पूरी तरह जलमग्न हो गए,जिन्हें पुलिस ने अस्थायी रूप से बंद कर दिया।

आईएमडी ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा है कि डीप डिप्रेशन के प्रभाव से चेन्नई,तिरुवल्लूर,चेंगलपट्टू और कांचीपुरम जिलों के कुछ इलाकों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। विभाग ने यह भी कहा कि तमिलनाडु,पुडुचेरी और कराईकल के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज और बिजली भी हो सकती है। बुधवार से लेकर 5 दिसंबर तक बारिश का यह दौर जारी रहने के संकेत दिए गए हैं।

भारी बारिश के अलर्ट के बाद प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए चारों जिलों में आज के लिए सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का निर्देश जारी किया। चेन्नई,कांचीपुरम और तिरुवल्लूर के जिला कलेक्टरों ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छुट्टी देने का फैसला लिया गया है।

शैक्षणिक गतिविधियों पर भी इसका असर पड़ा है। मद्रास यूनिवर्सिटी और अन्ना यूनिवर्सिटी ने आज होने वाली सभी सेमेस्टर परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। विश्वविद्यालयों ने बताया कि नई परीक्षाओं की तारीखें जल्द ही घोषित की जाएँगी।

लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे गैर-जरूरी यात्रा से बचें और घरों के अंदर ही रहें। पुलिस और राज्य आपदा प्रबंधन टीमें जलभराव वाले इलाकों में तैनात की गई हैं,ताकि लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके और जरूरतमंदों को सहायता पहुँचाई जा सके। नगर निगम की टीमें भी पूरी तरह सक्रिय हैं और जलनिकासी के लिए पंप लगाए गए हैं,हालाँकि लगातार बारिश के कारण चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं।

चेन्नई एयरपोर्ट पर भी मौसम का असर देखने को मिला है। कुछ उड़ानों में देरी की जानकारी सामने आई है,जबकि रनवे पर जलभराव से बचने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी लगातार निगरानी कर रही है।

आईएमडी ने यह भी कहा है कि समुद्र में ऊँची लहरें उठने की आशंका है,इसलिए मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है। तटीय इलाकों में पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है और मरीन पुलिस को भी अलर्ट पर रखा गया है।

बारिश की इस तीव्रता को देखते हुए बिजली विभाग ने जलभराव वाले इलाकों में सतर्कता के तौर पर बिजली की आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद की है,ताकि किसी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके। अस्पतालों और आवश्यक सेवाओं के लिए बैकअप व्यवस्था की गई है।

तमिलनाडु में पिछले दो दिनों से जारी यह भारी वर्षा ‘दित्वाह’ चक्रवात के कमजोर अवशेषों का परिणाम है,जिसने राज्य के कई हिस्सों में तबाही मचाई थी और अभी भी उसका प्रभाव पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। चेन्नई और आसपास के जिलों में पिछले 48 घंटों में 15 से 20 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई है,जिसने हालात को और गंभीर बना दिया है।

प्रशासन ने सभी नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है और कहा है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। राहत और बचाव टीमें हाई अलर्ट पर हैं और उम्मीद की जा रही है कि डिप्रेशन कमजोर होने के साथ बारिश की तीव्रता में धीरे-धीरे कमी आएगी।

फिलहाल तमिलनाडु का उत्तरी क्षेत्र बारिश से बेहाल है और अगले कुछ दिनों तक लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता होगी।