दिल्ली एसिड अटैक केस में नया मोड़ (तस्वीर क्रेडिट@BS_Prasad)

दिल्ली एसिड अटैक केस में नया मोड़: सीसीटीवी फुटेज से मुख्य आरोपी बरी,पीड़िता के पिता यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार

नई दिल्ली,28 अक्टूबर (युआईटीवी)- दिल्ली में हाल ही में हुए सनसनीखेज एसिड अटैक मामले ने अब नया और अप्रत्याशित मोड़ ले लिया है। जिस युवक को पुलिस ने शुरू में मुख्य आरोपी बताया था,अब उसे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर क्लीन चिट दे दी गई है। वहीं,पीड़िता के पिता को आरोपी की पत्नी के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम ने पूरे मामले की दिशा बदल दी है और जाँच एजेंसियाँ अब हमले के असली कारण और वास्तविक अपराधी की तलाश में जुट गई हैं।

मामला राजधानी के पश्चिमी जिले का है,जहाँ कुछ दिन पहले एक युवती पर अज्ञात व्यक्ति ने एसिड फेंक दिया था। पीड़िता ने अस्पताल में दिए अपने बयान में एक युवक पर हमले का आरोप लगाया था,जिसे वह पहले से जानती थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। प्रारंभिक जाँच में आरोपी ने सभी आरोपों से इनकार किया और कहा कि घटना के समय वह करोल बाग इलाके में अपने काम पर था। उसने पुलिस को यह भी बताया कि उसके पास वहां मौजूद होने के सबूत हैं।

आरोपी के इस दावे की सत्यता की जाँच के लिए पुलिस ने करोल बाग और आस-पास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की। घंटों की फुटेज देखने के बाद पुलिस को वह क्लिप मिल गई,जिसने पूरा मामला पलट दिया। फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था कि जिस समय पीड़िता पर एसिड फेंका गया,उसी समय आरोपी करोल बाग की मुख्य सड़क पर अपनी मोटरसाइकिल चलाते हुए नजर आ रहा था। समय और लोकेशन दोनों घटनाक्रम से मेल खा रहे थे। इस आधार पर पुलिस ने निष्कर्ष निकाला कि आरोपी घटनास्थल पर मौजूद नहीं था और उसके खिलाफ लगाए गए आरोपों में पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं। इसके बाद पुलिस ने उसे क्लीन चिट दे दी।

लेकिन इसी बीच जाँच में एक नया और चौंकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपी की पत्नी ने पुलिस से संपर्क कर पीड़िता के पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। महिला ने आरोप लगाया कि पीड़िता का पिता लंबे समय से उसके साथ अश्लील हरकतें कर रहा था और उसने कई बार उसे यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया। इस बयान के बाद पुलिस ने महिला की शिकायत दर्ज कर जाँच शुरू की और पीड़िता के पिता को हिरासत में ले लिया।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक,महिला ने अपने बयान में बताया कि वह इस बात को लेकर लंबे समय से मानसिक रूप से परेशान थी,लेकिन सामाजिक शर्म और बदनामी के डर से उसने पहले चुप्पी साध रखी थी। हालाँकि,एसिड अटैक के बाद जब उसके पति पर आरोप लगे,तब उसने आगे आकर अपना सच बयान किया। पुलिस ने उसकी शिकायत पर आईपीसी की धारा 354 और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।

इस बीच,पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि एसिड अटैक का मामला अभी बंद नहीं हुआ है। जाँच के नए सिरे से शुरू होने के बाद कई दिशा-निर्देशों पर काम किया जा रहा है। शुरुआती जाँच में यह मामला व्यक्तिगत रंजिश से जुड़ा बताया गया था,लेकिन अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि घटना की पृष्ठभूमि कहीं अधिक जटिल है और इसमें आपसी संबंधों,गलतफहमियों और पुरानी दुश्मनी की भूमिका हो सकती है।

पुलिस का कहना है कि एसिड अटैक जैसे गंभीर अपराध में किसी भी व्यक्ति को जल्दबाजी में दोषी नहीं ठहराया जा सकता। जाँच अधिकारी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हमले के पीछे कोई तीसरा व्यक्ति था या फिर यह किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा था। घटनास्थल के आस-पास के अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी जुटाई जा रही है,ताकि हमलावर की सही पहचान की जा सके।

स्थानीय सूत्रों के अनुसार,पीड़िता और आरोपी परिवार के बीच पहले से कुछ विवाद चल रहे थे। दोनों परिवार एक-दूसरे को जानते थे और उनके बीच आपसी मतभेदों की खबरें पहले भी सामने आ चुकी थीं। अब यौन उत्पीड़न के नए आरोपों ने इस विवाद को और गहराई दे दी है। पुलिस ने इस पूरे मामले में निष्पक्ष जाँच का भरोसा दिलाया है और कहा है कि किसी निर्दोष को सजा नहीं दी जाएगी,लेकिन दोषी को बख्शा भी नहीं जाएगा।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता का बयान फिर से दर्ज किया जाएगा,ताकि उसके आरोपों की सच्चाई का पता चल सके। साथ ही,एसिड हमले में इस्तेमाल किए गए पदार्थ के स्रोत की भी जाँच की जा रही है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने इकट्ठा कर लिए हैं,जिनकी रिपोर्ट जल्द आने की उम्मीद है।

फिलहाल,पुलिस ने दोनों मामलों—एसिड अटैक और यौन उत्पीड़न को अलग-अलग जाँच के तहत रखा है ताकि किसी भी तरह की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई से बचा जा सके। हालाँकि,इस पूरे घटनाक्रम ने राजधानी में एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि निजी दुश्मनी और व्यक्तिगत विवाद कैसे समाज में हिंसा और अपराध की घटनाओं को जन्म दे रहे हैं।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक,वे जल्द ही इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट सार्वजनिक करेंगे। तब तक पीड़िता का इलाज जारी है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। वहीं,आरोपी की पत्नी की शिकायत और सीसीटीवी के सबूतों ने इस पूरे मामले को नई दिशा दे दी है,जिसने न केवल जाँच एजेंसियों को चुनौती दी है,बल्कि समाज में रिश्तों और विश्वास के टूटते ताने-बाने को भी उजागर किया है।