दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा (तस्वीर क्रेडिट@OpIndia_in)

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा: ट्रक से टकराई पिकअप में लगी आग,तीन की जिंदा जलकर मौत,चालक गंभीर

अलवर,17 दिसंबर (युआईटीवी)- राजस्थान के अलवर जिले में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर बुधवार तड़के एक दर्दनाक और दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ,जिसने एक बार फिर हाईवे पर सुरक्षा इंतजामों और तेज रफ्तार वाहनों के खतरे को उजागर कर दिया। रैणी थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक्सप्रेसवे के चैनल नंबर 131.5 पर दिल्ली से जयपुर की ओर जा रही एक पिकअप वाहन आगे चल रहे ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि पिकअप में तुरंत चिंगारी उठी और कुछ ही पलों में पूरा वाहन आग का गोला बन गया।

इस भयावह हादसे में पिकअप में सवार तीन लोगों की मौके पर ही जिंदा जलकर मौत हो गई,जबकि वाहन का चालक गंभीर रूप से झुलस गया। घायल चालक को प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर के लिए रेफर किया गया है,जहाँ उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। हादसे के वक्त पिकअप में कुल चार लोग सवार थे। टक्कर के बाद अचानक लगी आग के कारण वाहन में बैठे लोगों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिल सका।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार,टक्कर के बाद कुछ ही सेकंड में आग ने पूरी पिकअप को अपनी चपेट में ले लिया। एक्सप्रेसवे पर उस समय आवाजाही कम थी,लेकिन जो भी वाहन पास से गुजरे,वे भय के मारे रुक गए। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कोई भी तुरंत मदद के लिए पास नहीं जा सका। कुछ लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी,जिसके बाद रैणी थाना पुलिस और एनएचएआई की टीम मौके पर पहुँची।

पुलिस और राहत दल ने आग बुझाने का प्रयास किया और किसी तरह पिकअप में फँसे लोगों को बाहर निकाला। सभी घायलों को तत्काल रैणी अस्पताल ले जाया गया,जहाँ डॉक्टरों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से झुलसे चालक को बेहतर इलाज के लिए जयपुर रेफर कर दिया गया। हादसे के बाद एक्सप्रेसवे पर कुछ समय के लिए यातायात भी प्रभावित रहा,हालाँकि पुलिस और एनएचएआई की टीम ने स्थिति को जल्द नियंत्रित कर लिया।

पुलिस के अनुसार,मृतकों की पहचान हरियाणा के बहादुरगढ़ निवासी मोहित,मध्यप्रदेश के सागर निवासी दीपेंद्र और पदम के रूप में हुई है। वहीं,गंभीर रूप से घायल चालक की पहचान हरियाणा के झज्जर निवासी हन्नी के रूप में की गई है। तीनों मृतकों के शवों को रैणी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है और उनके परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है। परिजनों के पहुँचने के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

प्रारंभिक जाँच में यह भी संकेत मिले हैं कि हादसे के समय एक्सप्रेसवे पर एक से अधिक वाहन आपस में टकराए हो सकते हैं। हालाँकि,जब तक पुलिस मौके पर पहुँची,तब तक घटनास्थल पर केवल जली हुई पिकअप वाहन ही मौजूद थी और कोई अन्य वाहन वहाँ नहीं मिला। आशंका जताई जा रही है कि टक्कर के बाद अन्य वाहन मौके से निकल गए हों। पुलिस इस पहलू की भी गहराई से जाँच कर रही है और एक्सप्रेसवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।

इस हादसे ने एक बार फिर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार,भारी वाहनों की आवाजाही और सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल के महीनों में इस एक्सप्रेसवे पर कई गंभीर दुर्घटनाएँ सामने आ चुकी हैं,जिनमें तेज गति,ओवरटेकिंग और थकान को प्रमुख कारण माना गया है। स्थानीय लोगों और वाहन चालकों का कहना है कि लंबा और सीधा एक्सप्रेसवे होने के कारण कई चालक गति पर नियंत्रण नहीं रख पाते,जिससे ऐसे हादसे होते हैं।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हादसे के कारणों की विस्तृत जाँच की जा रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि पिकअप वाहन की गति कितनी थी,ट्रक अचानक रुका था या नहीं और क्या किसी तकनीकी खराबी या मानवीय लापरवाही की वजह से यह दुर्घटना हुई। जाँच पूरी होने के बाद ही हादसे की असली वजह सामने आ पाएगी।

इस दर्दनाक हादसे के बाद मृतकों के गाँवों में मातम पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं,गंभीर रूप से घायल चालक के परिवार वाले जयपुर में उसके बेहतर इलाज की उम्मीद लगाए बैठे हैं। यह हादसा न सिर्फ तीन परिवारों के लिए अपूरणीय क्षति है,बल्कि सभी वाहन चालकों के लिए एक कड़ी चेतावनी भी है कि हाईवे पर जरा सी लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है।