नई दिल्ली,10 फरवरी (युआईटीवी)- धामी सरकार ने हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा के मजिस्ट्रेट जाँच के आदेश दे दिए हैं। उपद्रवियों द्वारा किए गए उपद्रव,हिंसा की घटना और आगजनी को लेकर मजिस्ट्रेट को सरकार ने आदेश दिए हैं कि जाँच कर शासन को 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपी जाए।
उत्तराखंड के हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में नगर निगम द्वारा पहले से चिह्नित स्थल से अतिक्रमण हटाने के क्रम में एक अवैध मदरसा और एक मजार को तोड़े जाने से सरकारी अमले पर आक्रोशित समुदाय विशेष ने पत्थराव किया। बाद में वहाँ आगजनी भी की गई।
8 जनवरी को उत्तराखंड के नैनीताल जनपद के अंतगर्त पड़ने वाले हल्द्वानी शहर के बनभूलपुरा क्षेत्र में उपद्रवियों ने जमकर उपद्रव मचाया। जिसमें पुलिस पर उपद्रवियों ने जमकर पत्थर बरसाए,कई गाड़ियों को जला दिया। इस घटना में पुलिस के कई जवान घायल हो गए। इस हिंसक घटना में अब तक 5 लोगों की मौत की भी पुष्टि हो चुकी है,जबकि 300 से ज्यादा लोगों को चोटें आई हैं।
शहर में सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से इंटरनेट पर रोक लगा दिया गया है। वनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसक घटना के बाद उपद्रवियों और दंगाइयों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है,19 को नामज़द किया है तथा 5,000 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
इस मामले को लेकर उत्तराखंड सरकार सख्त नजर आ रही है। इस हिंसक घटना क लेकर सरकार ने उच्चस्तरीय मजिस्ट्रेट जाँच के आदेश दिए हैं। इसको लेकर कुमायूं मंडल नैनीताल के आयुक्त को उत्तराखंड शासन की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने निर्देशित किया है।
आदेश में कहा गया है कि वनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा के घटना की निष्पक्ष मजिस्ट्रेट जाँच कराया जाए और शासन को 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपी जाए। पुलिस महानिदेशक देहरादून,जिला मजिस्ट्रेट नैनीताल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल को इस आदेश की प्रतिलिपि सौंपा गया है।