ध्रुव जुरेल और ऋषभ पंत (तस्वीर क्रेडिट@Saabir_Saabu01)

ध्रुव जुरेल बोले – ऋषभ पंत से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं,दोनों का मकसद एक ही है,भारत को जीत दिलाना

नई दिल्ली,13 नवंबर (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने अपने हालिया बयान में स्पष्ट किया है कि उनके और अनुभवी विकेटकीपर ऋषभ पंत के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। उनका कहना है कि दोनों का उद्देश्य एक ही है—भारत को हर मैच में जीत दिलाना। यह बयान ऐसे समय आया है,जब साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए दोनों खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया गया है और यह चर्चा तेज है कि प्लेइंग इलेवन में विकेटकीपर की भूमिका किसे मिलेगी।

जुरेल,जिन्होंने पिछले कुछ महीनों में टेस्ट क्रिकेट में अपनी शानदार शुरुआत से सबका ध्यान खींचा है,का मानना है कि टीम के हित में जो भी फैसला लिया जाएगा, वही सही होगा। उन्होंने जियोस्टार पर दिए इंटरव्यू में कहा, “मेरे और ऋषभ भाई के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। हम दोनों भारत के लिए खेल रहे हैं। कोई भी खेले, मकसद एक ही है—भारत को जीत दिलाना। अगर वह खेलते हैं,तो मुझे खुशी है। अगर मैं खेलता हूँ,तो भी मुझे खुशी होती है। और अगर हम दोनों साथ खेलें, तो यह और भी बेहतर होगा। हमारा पूरा फोकस टीम के प्रदर्शन पर है,न कि व्यक्तिगत जगह पर।”

ध्रुव जुरेल का यह बयान उनकी परिपक्वता और टीम भावना को दर्शाता है। यह वही खिलाड़ी हैं,जिन्होंने फरवरी 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था और अपनी शांत स्वभाव और सधे हुए खेल से सबका दिल जीत लिया था। अपने डेब्यू को याद करते हुए उन्होंने कहा, “भारत के लिए डेब्यू करना मेरे लिए एक अद्भुत पल था। टेस्ट क्रिकेट खेलना मेरा बचपन का सपना था। पहली कैप मिलने पर ऐसा लगा जैसे मैं सातवें आसमान पर हूँ। यह क्षण मेरे जीवन का सबसे यादगार अनुभव था।”

ऋषभ पंत,जो 2023 में इंग्लैंड दौरे के दौरान एक कार दुर्घटना में घायल हो गए थे,अब पूरी तरह से फिट होकर टीम में लौट आए हैं। उनके दाहिने पैर में फ्रैक्चर होने के कारण लंबे समय तक वे मैदान से बाहर रहे। उनकी गैरमौजूदगी में ध्रुव जुरेल ने न केवल विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली,बल्कि अपनी बल्लेबाजी से भी गहरा प्रभाव छोड़ा। वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उन्होंने शानदार शतक जमाकर यह साबित किया कि वह लंबे प्रारूप में भारत के लिए भरोसेमंद बल्लेबाज बन सकते हैं।

अब जबकि साउथ अफ्रीका के खिलाफ 14 नवंबर से टेस्ट सीरीज की शुरुआत होने जा रही है,क्रिकेट प्रेमियों के बीच यह चर्चा जोरों पर है कि टीम इंडिया किसे बतौर विकेटकीपर उतारेगी। माना जा रहा है कि पंत,जिनका अनुभव और आक्रामक बल्लेबाजी भारतीय टीम के लिए संपत्ति साबित हुई है,उन्हें शुरुआती टेस्ट में मौका मिल सकता है। हालाँकि,जुरेल ने साफ कर दिया है कि उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं है और वे टीम के फैसले का सम्मान करेंगे।

ध्रुव जुरेल ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ आगामी सीरीज को लेकर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “यह एक बेहद रोमांचक सीरीज होगी। दोनों टीमों के पास मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण है। चाहे उनकी तरफ से कगिसो रबाडा और मार्को जेनसन हों या हमारी तरफ से बुमराह भाई,गुणवत्ता दोनों तरफ है। आखिरकार,अगर आपको मैच जीतना है,तो बेहतरीन टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना होगा। साउथ अफ्रीका विश्व टेस्ट चैंपियन है,इसलिए यह हमारे लिए एक बड़ी चुनौती होगी। मैं इस सीरीज का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूँ।”

जुरेल की बातों से यह साफ झलकता है कि वह आने वाली चुनौती को लेकर उत्साहित हैं और दबाव में नहीं। उनका ध्यान केवल अपनी तैयारी और प्रदर्शन पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलने का अनुभव उन्हें बहुत कुछ सिखाएगा क्योंकि यह टीम हमेशा से तेज गेंदबाजों के लिए जानी जाती है और उसके खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना हर बल्लेबाज के लिए गर्व की बात होती है।

दिलचस्प बात यह है कि भारतीय टीम प्रबंधन भी अब दो युवा विकेटकीपरों – ऋषभ पंत और ध्रुव जुरेल के बीच संतुलन बनाने की स्थिति में है। जहाँ पंत के पास अनुभव और मैच फिनिशिंग क्षमता है,वहीं जुरेल अपनी सधी हुई तकनीक और स्थिरता के लिए जाने जाते हैं। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय टीम दोनों को साथ में आजमा सकती है,खासकर तब जब बल्लेबाजी क्रम को और गहराई देने की जरूरत हो।

ध्रुव जुरेल की बातों से यह भी स्पष्ट होता है कि उनके अंदर टीम भावना कितनी गहरी है। उन्होंने कहा, “क्रिकेट व्यक्तिगत खेल नहीं है। यह एक टीम गेम है और जब आप भारत के लिए खेलते हैं,तो आपका हर कदम देश के नाम पर होता है। मेरा पूरा फोकस इस बात पर है कि मैं टीम को जीत दिलाने में क्या योगदान दे सकता हूँ,चाहे वह बल्ले से हो, ग्लव्स से हो या मैदान पर ऊर्जा बनाए रखने से।”

क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि जुरेल की यह विनम्रता और समर्पण उन्हें भारतीय क्रिकेट का भविष्य बना सकते हैं। पूर्व खिलाड़ियों ने भी कहा है कि ऐसे युवा खिलाड़ियों का रवैया भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम का माहौल और भी सकारात्मक बनाता है।

अब सभी की निगाहें 14 नवंबर से शुरू हो रही साउथ अफ्रीका सीरीज पर टिकी हैं। यह सीरीज न केवल टीम इंडिया के लिए एक बड़ा मौका होगी,बल्कि ध्रुव जुरेल और ऋषभ पंत दोनों के लिए अपनी क्षमता दिखाने का सुनहरा अवसर भी। दोनों खिलाड़ियों की मौजूदगी भारतीय क्रिकेट के लिए सुखद संकेत है। एक युवा टीम,जो केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए नहीं,बल्कि देश की जीत के लिए एकजुट होकर खेल रही है।

ध्रुव जुरेल के शब्दों में, “क्रिकेट में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होती जब आप भारत की जर्सी पहनते हैं। वहाँ सिर्फ एक ही लक्ष्य होता है—तिरंगा ऊँचा रखना।”