देहरादून,7 फरवरी (युआईटीवी) – प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्तराखंड के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के घर बुधवार (7 फरवरी) की सुबह मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की। हरक सिंह रावत के घर ईडी की टीम सुबह से ही घर पर मौजूद है और छानबीन कर रही है।
हरक सिंह रावत और कुछ अन्य लोगों के उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर में एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर जाँच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक साथ छापेमारी की हैं। छापेमारी के तहत उत्तराखंड, दिल्ली-एनसीआर तथा चंडीगढ़ में लगभग 16 जगहों पर जाँच एजेंसी के द्वारा छापेमारी की गई।
हरक सिंह रावत के आवास पर ईडी के छापे के दौरान वाजिद नामक एक चाबी बनाने वाला लड़का घर से बाहर निकला। उसने बताया कि अलमारी की चाबी बनाने के लिए उससे संपर्क किया गया था। आलमारी की एक चाबी वाजिद से बनवाया गया और वाजिद को चाबी बनाने में डेढ़ से 2 घंटे का समय लगा।

चाबी से जब अलमारी खोला गया तो सिर्फ फाइलें ही अलमारी से निकली। कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के आवास पर मौजूद लोगों के बारे में चाबी बनाने वाला वाजिद ने बताया कि आवास पर हरक सिंह रावत की पत्नी और ईडी के 4 से 5 अधिकारी मौजूद हैं।
फारेस्ट लैंड सकैम में बड़ी कार्रवाई करते हुए ईडी ने पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस के नेता हरक सिंह के साथ ही कई लोगों के 10 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की है।
“पार्टी विरोधी गतिविधियों” के कारण हरक सिंह रावत को उत्तराखंड कैबिनेट और बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए बर्खास्त कर दिया गया था। 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो गए थे।