वाशिंगटन,29 मई (युआईटीवी)- दुनिया के सबसे चर्चित अरबपति और टेस्ला एवं स्पेस एक्स के सीईओ एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में अपनी भूमिका से हटने की घोषणा कर दी है। यह घोषणा उस समय आई है,जब अमेरिका की राजनीति में कई तरह की उथल-पुथल चल रही है और ट्रंप प्रशासन के कुछ विधायी फैसलों की आलोचना हो रही है। मस्क की यह भूमिका सरकारी दक्षता विभाग (डीओजीई)के अंतर्गत विशेष सरकारी कर्मचारी के रूप में थी। इस पद पर उन्हें सरकारी खर्चों में कटौती और नौकरशाही सुधार का जिम्मा सौंपा गया था।
एलन मस्क को संघीय सरकार की कार्यशैली को आधुनिक और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से ट्रंप प्रशासन द्वारा इस पद पर नियुक्त किया गया था। उनकी जिम्मेदारी थी कि वह सरकारी योजनाओं की समीक्षा करें,गैर-जरूरी खर्चों की पहचान करें और नौकरशाही के ढाँचे को कम जटिल बनाएँ। मस्क ने इस दौरान तकनीकी विशेषज्ञता और निजी क्षेत्र के दृष्टिकोण को सरकारी कामकाज में लाने की कोशिश की।
एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “विशेष सरकारी कर्मचारी के रूप में मेरा कार्यकाल समाप्त हो रहा है। मैं राष्ट्रपति ट्रंप को सेवा देने के इस अवसर के लिए धन्यवाद देता हूँ। डीओजीई मिशन समय के साथ और भी मजबूत होगा।” इस घोषणा के साथ ही उन्होंने अपने इस्तीफे की पुष्टि की।
As my scheduled time as a Special Government Employee comes to an end, I would like to thank President @realDonaldTrump for the opportunity to reduce wasteful spending.
The @DOGE mission will only strengthen over time as it becomes a way of life throughout the government.
— Elon Musk (@elonmusk) May 29, 2025
दिलचस्प बात यह है कि एलन मस्क का यह कदम ऐसे समय पर सामने आया है,जब उन्होंने ट्रंप के नए विधेयक की सार्वजनिक आलोचना की है। सीबीएस को दिए गए इंटरव्यू में मस्क ने ट्रंप के “बड़े सुंदर विधेयक” (बिग ब्यूटीफुल बिल ) को लेकर अपनी निराशा जाहिर की। इस विधेयक में बड़े पैमाने पर कर कटौती,आव्रजन नियंत्रण के सख्त प्रावधान और कई तरह के खर्च शामिल हैं। मस्क ने इस बिल को “बहुत बड़ा व्यय विधेयक” बताया और कहा कि यह उनकी संस्था डीओजीई के मूल उद्देश्यों के विपरीत है।
उन्होंने कहा, “इससे संघीय घाटा और बढ़ेगा और यह सरकारी दक्षता में सुधार लाने के प्रयासों को कमजोर करेगा।” इसके अलावा उन्होंने ट्रंप द्वारा इस विधेयक की ब्रांडिंग पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, “एक बिल बड़ा हो सकता है,सुंदर भी हो सकता है,लेकिन दोनों एक साथ होना संभव नहीं लगता।”
ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जब ट्रंप से मस्क की आलोचना पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे सहजता से लिया। ट्रंप ने विधेयक का बचाव करते हुए कहा कि यह बिल अभी प्रारंभिक चरण में है और इसमें आगे सुधार संभव हैं। उन्होंने कहा, “मैं इसके कुछ पहलुओं से खुश नहीं हूँ,लेकिन अन्य बिंदुओं को लेकर मैं उत्साहित हूँ।” साथ ही उन्होंने यह संकेत भी दिया कि कांग्रेस और सीनेट में यह बिल आगे और बदल सकता है।
मस्क का इस्तीफा ट्रंप प्रशासन के लिए एक प्रतीकात्मक झटका माना जा रहा है। जहाँ मस्क जैसी प्रभावशाली शख्सियत को जोड़कर ट्रंप सरकार अपनी योजनाओं को आधुनिक और तकनीकी दृष्टिकोण से बेहतर बनाने का दावा कर रही थी,वहीं अब उनकी आलोचना और इस्तीफा यह संदेश देता है कि आंतरिक नीतियों में गंभीर मतभेद हैं।
इसके अलावा,मस्क के इस्तीफे से यह भी स्पष्ट होता है कि निजी क्षेत्र के विचार और सरकारी योजनाओं के बीच समन्वय बनाना आसान नहीं है। जहाँ मस्क वित्तीय अनुशासन और दीर्घकालिक स्थिरता पर ज़ोर देते हैं,वहीं ट्रंप प्रशासन राजनीतिक दृष्टिकोण से अधिक लुभावनी और लोकप्रिय योजनाओं को आगे बढ़ा रहा है।
मस्क ने यह जरूर कहा कि डीओजीई मिशन आगे और मजबूत होता जाएगा, लेकिन यह भी सवाल बना रहेगा कि इस मिशन का भविष्य कैसा होगा। क्या ट्रंप प्रशासन इसमें किसी और टेक उद्यमी को जोड़ेगा या फिर यह विभाग केवल एक प्रतीकात्मक प्रयास बनकर रह जाएगा?
एलन मस्क का ट्रंप प्रशासन से अलग होना केवल एक प्रशासनिक घटनाक्रम नहीं, बल्कि यह अमेरिकी राजनीति और नौकरशाही में तकनीकी विशेषज्ञता और राजनीतिक फैसलों के बीच के तनाव को उजागर करता है। मस्क ने जिस तरह से स्पष्ट शब्दों में अपनी असहमति जताई है,वह यह बताता है कि वह केवल नाम के लिए इस पद पर नहीं थे,बल्कि उनकी कुछ गंभीर और दीर्घकालिक प्राथमिकताएँ थीं। अब देखने वाली बात यह होगी कि ट्रंप प्रशासन इस आलोचना से क्या सबक लेता है और डीओजीई जैसे सुधारवादी प्रयासों को किस दिशा में आगे ले जाता है।