एलन मस्‍क

एप्पल पर एलन मस्क का बड़ा आरोप: ओपनएआई को अनुचित प्राथमिकता देने का लगाया आरोप,कानूनी कार्रवाई की दी चेतावनी

नई दिल्ली,12 अगस्त (युआईटीवी)- टेक जगत में इन दिनों दो दिग्गज कंपनियों के बीच विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने मंगलवार को अमेरिकी टेक दिग्गज एप्पल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। मस्क का आरोप है कि एप्पल अपने ऐप स्टोर में ओपनएआई के एप्लिकेशन को अनुचित रूप से प्राथमिकता दे रहा है,जिसके चलते उनके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप एक्सएआई को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक के बाद एक पोस्ट करते हुए कहा कि एप्पल इस तरह का माहौल बना रहा है,जिसमें ओपनएआई के अलावा किसी भी एआई कंपनी के लिए ऐप स्टोर में शीर्ष स्थान हासिल करना लगभग असंभव हो गया है। मस्क ने इसे “स्पष्ट रूप से एंटीट्रस्ट उल्लंघन” करार दिया और कहा कि एक्सएआई इस पर तुरंत कानूनी कदम उठाएगा। उन्होंने अपने बयान में तीखा व्यंग्य करते हुए लिखा, “दुर्भाग्य से,हमारे पास क्या विकल्प बचता है? एप्पल ने तराजू पर सिर्फ अपना अँगूठा नहीं,बल्कि अपना पूरा शरीर रख दिया है।”

मस्क का यह आरोप ऐसे समय में आया है,जब उनके स्टार्टअप एक्सएआई और ओपनएआई के बीच बाजार में प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है। एक्सएआई ने हाल ही में अपना नया लार्ज लैंग्वेज मॉडल ‘ग्रोक 4’ लॉन्च किया है,जिसके बारे में कंपनी का दावा है कि यह अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करता है। इसके अलावा,एक्सएआई ने ‘ग्रोक इमेजिन’ नामक इमेज और वीडियो जनरेशन टूल तथा पर्सनलाइज्ड कंपेनियन चैटबॉट जैसे नए फीचर्स भी जोड़े हैं,जिससे उसके यूजर बेस में तेजी से वृद्धि हुई है।

एप्पल के ऐप स्टोर पर ‘ग्रोक’ की रैंकिंग में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। यह एप्पल की प्रोडक्टिविटी कैटेगरी में 60वें स्थान से छलांग लगाकर दूसरे स्थान पर पहुँच गया है। हालाँकि,इसकी मुफ्त श्रेणी में प्रतिदिन सीमित संख्या में ही क्वेरी की अनुमति है,जिसके बाद यूजर्स को सब्सक्रिप्शन लेना पड़ता है। इसके बावजूद,ओपनएआई का चैटजीपीटी पिछले एक वर्ष से ऐप स्टोर के समग्र चार्ट में लगातार पहले या दूसरे स्थान पर बना हुआ है।

मस्क का आरोप है कि चैटजीपीटी की यह लोकप्रियता पूरी तरह से स्वाभाविक नहीं है,बल्कि एप्पल के समर्थन का परिणाम है। उनका कहना है कि एप्पल ने अपने ऐप स्टोर के एडिटोरियल सेक्शन में चैटजीपीटी को प्रमुखता से प्रदर्शित किया है और यहाँ तक कि अपने नए ‘एप्पल इंटेलिजेंस’ रोलआउट में ओपनएआई की तकनीक को गहराई से एकीकृत किया है। इस इंटीग्रेशन के तहत चैटजीपीटी को सिरी और राइटिंग टूल में सीधे इस्तेमाल के लिए जोड़ा गया है,जिससे इसे व्यापक यूजर एक्सेस मिल रहा है।

टेक विश्लेषकों का मानना है कि एप्पल और ओपनएआई के बीच इस साझेदारी ने बाजार में चैटजीपीटी की स्थिति को और मजबूत किया है। यह कदम प्रतिस्पर्धी एआई कंपनियों के लिए चुनौतीपूर्ण बन गया है,खासकर उनके लिए जो अपने ऐप्स को ऐप स्टोर पर ऊँची रैंकिंग दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। मस्क का मानना है कि यह व्यवहार निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा के सिद्धांतों के खिलाफ है और टेक मार्केट में असंतुलन पैदा करता है।

विवाद की पृष्ठभूमि में यह भी उल्लेखनीय है कि ओपनएआई ने पिछले हफ्ते जीपीटी-5 लॉन्च करने के साथ ही अपने लगभग एक-तिहाई पूर्णकालिक कर्मचारियों,करीब 1,000 लोगों को बड़े बोनस भुगतान की घोषणा की है। इसे कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और तेजी से बढ़ते व्यवसाय का संकेत माना जा रहा है। वहीं,एक्सएआई अपने उत्पादों और सेवाओं को तेजी से विस्तार देने में जुटा है,ताकि बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सके।

एप्पल की ओर से फिलहाल मस्क के आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है,लेकिन उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि यदि मस्क की कंपनी एंटीट्रस्ट उल्लंघन का मामला अदालत में ले जाती है,तो यह सिलिकॉन वैली की सबसे चर्चित कानूनी लड़ाइयों में से एक हो सकती है। पहले भी एप्पल अपने ऐप स्टोर के नियमों और रैंकिंग सिस्टम को लेकर जाँच और आलोचना का सामना कर चुका है,लेकिन इस बार मामला सीधे एक बड़े एआई प्रतिद्वंद्वी और प्रभावशाली टेक अरबपति के साथ टकराव का है।

एआई सेक्टर में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच यह विवाद न केवल दो कंपनियों के बीच का टकराव है,बल्कि यह इस बात पर भी सवाल खड़ा करता है कि क्या बड़ी टेक कंपनियाँ अपनी ताकत का इस्तेमाल बाजार में एकतरफा लाभ लेने के लिए कर रही हैं। मस्क का दावा है कि यदि ऐप स्टोर जैसे प्लेटफॉर्म पर समान अवसर नहीं मिलते,तो नवाचार और उपभोक्ता विकल्प दोनों प्रभावित होंगे।

अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि एप्पल इस मामले में क्या रुख अपनाता है और एक्सएआई अपने कानूनी कदमों को किस तरह आगे बढ़ाता है। अगर यह विवाद अदालत तक पहुँचा, तो यह न केवल एप्पल और ओपनएआई के लिए बल्कि पूरे टेक उद्योग के लिए दूरगामी प्रभाव डाल सकता है। एआई तकनीक के तेजी से बदलते परिदृश्य में यह लड़ाई भविष्य के बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।