वाशिंगटन,10 नवंबर (युआईटीवी)- अमेरिका में पिछले 40 दिनों से जारी ऐतिहासिक शटडाउन अब समाप्ति की ओर बढ़ता दिख रहा है। शनिवार को अमेरिकी सीनेट ने एक दलीय सहमति वाले प्रस्ताव को पारित कर दिया,जिससे देश में बंद पड़ी सरकारी गतिविधियों को दोबारा शुरू करने का रास्ता साफ होता दिखाई दे रहा है। यह बिल अब अंतिम विचार और मतदान के लिए प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) के पास भेजा गया है। अगर हाउस से भी इसे मंजूरी मिल जाती है,तो आने वाले दिनों में अमेरिकी सरकार के कार्यालय और सेवाएँ फिर से सामान्य हो जाएँगी।
यह समझौता पिछले सप्ताह के अंत में डेमोक्रेटिक सीनेटर जीन शाहीन और मैगी हसन (न्यू हैम्पशायर) द्वारा रिपब्लिकन नेता जॉन थ्यून और व्हाइट हाउस के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर तैयार किया गया था। इस प्रस्ताव को पारित कराने में दोनों पार्टियों के नेताओं ने अहम भूमिका निभाई। रिपोर्ट्स के अनुसार,कम-से-कम आठ डेमोक्रेट सीनेटरों ने अपनी पार्टी लाइन से हटकर इस बिल के पक्ष में मतदान किया। उनके सहयोग से प्रस्ताव 60 वोटों से पारित हो गया,जिससे शटडाउन खत्म होने की उम्मीदें प्रबल हो गईं।
हालाँकि,डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ने इस प्रस्ताव का विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह बिल स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी प्रमुख चिंताओं को पूरी तरह संबोधित नहीं करता,खासकर ‘अफोर्डेबल केयर एक्ट’ की सब्सिडी से जुड़े मुद्दों को नजरअंदाज किया गया है। शूमर ने यह भी आरोप लगाया कि रिपब्लिकन पार्टी केवल अस्थायी राहत देना चाहती है,जबकि जनता को दीर्घकालिक समाधान की आवश्यकता है। इसके बावजूद,पार्टी के कई सदस्यों ने इस बिल को “आवश्यक कदम” बताते हुए समर्थन किया,ताकि सरकारी कार्य जल्द बहाल किए जा सकें।
इस बिल में कई महत्वपूर्ण प्रावधान शामिल किए गए हैं। सबसे अहम बात यह है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शटडाउन के दौरान निकाले गए सरकारी कर्मचारियों को दोबारा उनकी नौकरियों पर बहाल किया जाएगा। इसके अलावा, “फूड स्टैम्प प्रोग्राम” को वित्त वर्ष 2026 तक फंडिंग देने का वादा किया गया है,जिससे अमेरिका में निम्न-आय वर्ग के लाखों परिवारों को राहत मिलने की संभावना है। इस प्रोग्राम के जरिए जरूरतमंदों को भोजन के लिए सरकारी सहायता दी जाती है,जो लंबे शटडाउन के दौरान बाधित हो गई थी।
रिपब्लिकन नेताओं ने आश्वासन दिया है कि दिसंबर के दूसरे हफ्ते तक वे स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी सब्सिडी पर एक अलग विधेयक लाएँगे और उस पर मतदान किया जाएगा। इस प्रस्ताव पर चर्चा तब शुरू होगी जब सरकारी दफ्तर पूरी तरह से खुल जाएँगे। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि यह समझौता “देश की स्थिरता और आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक जिम्मेदार कदम” है।
पिछले 40 दिनों से चले इस शटडाउन ने देश के सरकारी तंत्र को बुरी तरह से झकझोर दिया है। एयर ट्रैवल सेक्टर इससे सबसे अधिक प्रभावित रहा। अमेरिकी हवाई अड्डों पर लंबी कतारें,उड़ानों की देरी और रद्दीकरण आम बात बन गई। बड़ी एयरलाइनों को अपने शेड्यूल में कटौती करनी पड़ी और रविवार को हजारों फ्लाइटें रद्द करनी पड़ीं। फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने फ्लाइट्स में 4 फीसदी कटौती का आदेश दिया है,जिससे यात्रियों को और अधिक परेशानी झेलनी पड़ी। एयर ट्रैफिक कंट्रोल में स्टाफ की भारी कमी ने स्थिति को और जटिल बना दिया है,खासकर थैंक्सगिविंग हॉलिडे सीजन के ठीक पहले,जब यात्रा का दबाव सबसे ज्यादा रहता है।
सरकारी शटडाउन का असर केवल हवाई यात्रा तक सीमित नहीं रहा। राष्ट्रीय उद्यानों,शोध केंद्रों और विभिन्न सरकारी एजेंसियों के कामकाज पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ा। सैकड़ों परियोजनाएँ अधर में लटक गईं और लाखों कर्मचारियों को वेतन के बिना घर बैठना पड़ा। अर्थशास्त्रियों के मुताबिक,इस शटडाउन ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को अरबों डॉलर का नुकसान पहुँचाया है। कई छोटे व्यवसाय,जो सरकारी अनुबंधों पर निर्भर थे,उन्हें भारी आर्थिक झटका लगा।
अब सभी की निगाहें प्रतिनिधि सभा पर टिकी हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि वहाँ भी इस प्रस्ताव को पारित कर दिया जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो अमेरिकी सरकार की सेवाएँ और कार्यालय आने वाले कुछ दिनों में फिर से सक्रिय हो जाएँगे। सीनेट में शामिल वार्ताकारों ने कहा है कि “यह समझौता पूर्ण समाधान नहीं है,लेकिन यह सही दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है।” उन्होंने यह भी बताया कि हाउस में पारित होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसे तुरंत हस्ताक्षरित करेंगे,ताकि सरकारी कामकाज बहाल किया जा सके।
अमेरिकी इतिहास में यह अब तक का सबसे लंबा सरकारी शटडाउन रहा है। इससे पहले 2018-19 में भी एक लंबा शटडाउन हुआ था,लेकिन इस बार की अवधि ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। इसने न केवल सरकारी संस्थानों को प्रभावित किया,बल्कि आम नागरिकों के जीवन को भी कठिन बना दिया। अब जब समाधान की रोशनी नजर आने लगी है,तो देशभर में राहत की लहर देखी जा रही है। उम्मीद है कि आने वाले सप्ताह तक सरकारी गतिविधियाँ सामान्य हो जाएँगी और अमेरिकी जनता एक बार फिर स्थिरता की ओर लौट सकेगी।
