नई दिल्ली,17 जुलाई (युआईटीवी)- लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर खेले गए तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड ने रोमांचक मुकाबले में भारत को 22 रनों से हराकर पाँच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है। यह जीत इंग्लैंड के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) 2025-27 चक्र में दूसरी जीत रही। इस जीत के साथ इंग्लैंड की टीम ने जहाँ घरेलू दर्शकों में खुशी की लहर दौड़ा दी,वहीं मैच के तुरंत बाद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने इंग्लैंड टीम पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी खुशी को कुछ हद तक ठंडा कर दिया।
आईसीसी ने इंग्लैंड टीम पर स्लो ओवर रेट (धीमी ओवर गति) के कारण मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया है। इसके अलावा डब्ल्यूटीसी स्टैंडिंग्स में दो अंक काट लिए गए,जिससे इंग्लैंड एक पायदान नीचे खिसककर तीसरे स्थान पर पहुँच गया है। श्रीलंका ने इंग्लैंड को पीछे छोड़कर दूसरा स्थान हासिल कर लिया है,जबकि ऑस्ट्रेलिया अभी भी अंक तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है। भारत फिलहाल चौथे स्थान पर है।
आईसीसी के आधिकारिक बयान के अनुसार,इंग्लैंड पर लगाया गया यह जुर्माना खिलाड़ियों और सपोर्टिंग स्टाफ के लिए आचार संहिता की धारा 2.22 के तहत लगाया गया है,जो न्यूनतम ओवर-रेट अपराधों से संबंधित है। इस नियम के अनुसार, निर्धारित समय में गेंदबाजी न करने पर प्रत्येक ओवर के लिए खिलाड़ियों की मैच फीस का पाँच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है।
साथ ही,डब्ल्यूटीसी के प्लेइंग कंडीशंस के अनुच्छेद 16.11.2 के तहत,निर्धारित समय में ओवर पूरे न करने पर समय की छूट को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक कम ओवर के लिए एक अंक काटा जाता है। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने इस अपराध को स्वीकार कर लिया है और रिची रिचर्डसन द्वारा लगाए गए प्रस्तावित जुर्माने को भी मंजूरी दे दी। इसलिए किसी औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी।
While Australia maintain their perfect record, a team in the chasing pack have learned their fate following slow over rates at Lord’s 👀
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— ICC (@ICC) July 16, 2025
मैच में धीमी ओवर गति का आरोप मैदानी अंपायर पॉल रीफेल और शरफुद्दौला इब्ने शाहिद,थर्ड अंपायर अहसान रजा और फोर्थ अंपायर ग्राहम लॉयड ने लगाया था।
अंक कटौती के बाद इंग्लैंड के डब्ल्यूटीसी स्टैंडिंग्स में अंक 24 से घटकर 22 रह गए। इसके चलते उनका प्वाइंट प्रतिशत भी 66.67% से घटकर 61.11% हो गया।
लॉर्ड्स टेस्ट में दोनों टीमों ने कड़ा मुकाबला किया। पहली पारी में दोनों टीमों के स्कोर लगभग बराबर रहे,जिससे मैच और अधिक रोमांचक हो गया। इंग्लैंड ने दूसरी पारी में आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए भारत को जीत के लिए 193 रनों का लक्ष्य दिया।
भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने शानदार बल्लेबाजी की और नाबाद 61 रन बनाए। उन्होंने आखिरी तक संघर्ष किया और भारत को जीत दिलाने की पूरी कोशिश की, लेकिन बाकी बल्लेबाजों का साथ नहीं मिल पाया। भारतीय टीम 170 रनों पर ही सिमट गई और लक्ष्य से 22 रन पीछे रह गई।
इस जीत से इंग्लैंड ने पाँच मैचों की सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है। यह इंग्लैंड के लिए मनोबल बढ़ाने वाली जीत रही,क्योंकि लॉर्ड्स का मैदान हमेशा से इंग्लैंड के लिए शुभ माना जाता है। हालाँकि,स्लो ओवर रेट के चलते जुर्माना और अंक कटौती ने इंग्लैंड की जीत की खुशी को कुछ हद तक कम कर दिया।
बेन स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड ने जिस तरह से इस टेस्ट में प्रदर्शन किया,उसने टीम की रणनीति और मानसिक मजबूती को दर्शाया। टीम के तेज गेंदबाजों ने आखिरी पलों में शानदार गेंदबाजी कर भारत को लक्ष्य तक पहुँचने से रोक दिया।
आईसीसी की कार्रवाई के बाद डब्ल्यूटीसी प्वाइंट्स टेबल में बड़ा बदलाव देखने को मिला,जहाँ ऑस्ट्रेलिया शीर्ष स्थान पर बना हुआ है और श्रीलंका ने इंग्लैंड को पछाड़कर दूसरा स्थान हासिल कर लिया है।
इंग्लैंड के अंक 24 से घटकर 22 हो गए और वह अब तीसरे स्थान पर है,जबकि भारत चौथे स्थान पर बना हुआ है। इससे साफ है कि अंक कटौती इंग्लैंड के लिए डब्ल्यूटीसी फाइनल की राह को मुश्किल बना सकती है,खासकर तब जब आगे कड़े मुकाबले खेले जाने हैं।
अब दोनों टीमों के बीच सीरीज का चौथा टेस्ट 23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जाएगा। भारत इस टेस्ट को जीतकर सीरीज में वापसी करने की कोशिश करेगा,जबकि इंग्लैंड का लक्ष्य सीरीज में निर्णायक बढ़त बनाना होगा।
