बेंगलुरु, 20 मई (युआईटीवी/आईएएनएस)- बेंगलुरु पुलिस ने गुरुवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में काम करने वाले दो डॉक्टरों सहित चार लोगों को शहर में फर्जी कोविड सर्टिफिकेट जारी करने और एंटीवायरल ड्रग रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने का रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, दो आरोपियों की पहचान बी शेखर (25) और प्रजवाला के रूप में हुई है, जो शहर के चामराजपेट में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा अधिकारी और डॉक्टर के रूप में काम करते थे।
दो अन्य आरोपियों की पहचान किशोर जी (22) और मोहन वाई (29) वर्ष के रूप में हुई है, दोनों निजी अस्पतालों के कर्मचारी हैं।
पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल डिवीजन), एम.एन. अनुचेत ने संवाददाताओं से कहा, “हलासुरु गेट पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया और इन डॉक्टरों के लिए जाल बिछाया।”
बेंगलुरु सेंट्रल डिवीजन पुलिस द्वारा जारी बयान के अनुसार, ये डॉक्टर अलग-अलग अस्पतालों में काम करने वाले दो कर्मचारियों के साथ मिलकर काम करते थे, जो मरीजों को चामराजपेट पीएचसी रेफर करते थे, जहां ये डॉक्टर फर्जी आरटी- पीसीआर नेगेटिव सर्टिफिकेट जारी करने के लिए 500 रुपये लेते थे।
पुलिस ने कहा, “वही टीम 25,000 रुपये प्रति शीशी के हिसाब से रेमडेसिविर की कालाबाजारी में भी शामिल थी। हमने उनके कब्जे से 20 एमएल/100 मिलीग्राम की 11 शीशियां बरामद की हैं।”