नई दिल्ली,21 नवंबर (युआईटीवी)- फरहान अख्तर के लिए शुक्रवार का दिन बेहद खास रहा,क्योंकि उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘120 बहादुर’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। देशभक्ति की भावना से भरपूर और 1962 के भारत-चीन युद्ध पर आधारित इस फिल्म को लेकर दर्शकों में पहले से ही उत्सुकता बनी हुई है। रिलीज के साथ-साथ फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग का आयोजन भी किया गया,जिसमें बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियाँ शामिल हुईं। वहीं फिल्म के प्रदर्शन से पहले ही इंडस्ट्री के कई सितारे फरहान अख्तर को शुभकामनाएँ भेज चुके हैं और फिल्म के लिए दर्शकों का समर्थन माँगा है।
सबसे पहले कोरियोग्राफर और फिल्ममेकर फराह खान ने फरहान अख्तर के लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया। उन्होंने फिल्म का पोस्टर साझा करते हुए लिखा, “120 बहादुर आज सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। फिल्म की सफलता की कामना करती हूँ। दर्शक फिल्म को जरूर देखने जाएँ और फिल्म को ढेर सारा प्यार दें।” फराह खान का यह मैसेज साफ तौर पर दर्शाता है कि वह इस फिल्म से काफी उम्मीदें रखती हैं और चाहती हैं कि अधिक से अधिक लोग इसे थिएटर में देखे।
वहीं बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल ने भी अपनी इंस्टास्टोरी पर फिल्म के लिए शुभकामनाएँ देते हुए लिखा, “सही कहानी को लोगों के सामने लाना बहुत जरूरी है। फिल्म की पूरी टीम को दिल से बधाई।” काजोल का संदेश न केवल फरहान,बल्कि पूरी टीम के लिए उत्साह बढ़ाने वाला है। उनकी इस पोस्ट को भी सोशल मीडिया पर काफी सराहा गया है।
इसके अलावा अभिनेता रणदीप हुड्डा ने फिल्म की रिलीज से एक दिन पहले ही धमाकेदार तरीके से फिल्म की तारीफ करते हुए एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक लंबा पोस्ट लिखा था। उन्होंने लिखा, “वाह,क्या कहानी है और वह भी इतनी खूबसूरती से पेश की गई है। बंधन,त्याग और अदम्य साहस की एक बेहद मार्मिक फिल्म। फरहान अख्तर और बाकी सभी बेहतरीन कलाकारों को सलाम। ‘दादा किशन की जय।’ टीम को बधाई।” रणदीप हुड्डा की यह प्रतिक्रिया फिल्म के प्रति उनकी गहरी भावनाओं को दर्शाती है और यह भी संकेत देती है कि फिल्म न केवल मनोरंजन बल्कि एक गहरी ऐतिहासिक याद दिलाने का काम करती है।
फिल्म ‘120 बहादुर’ की कहानी 1962 में चीन के खिलाफ लड़े गए ऐतिहासिक युद्ध पर आधारित है। यह वह समय था जब 13वीं कुमाऊं रेजिमेंट ने लद्दाख के रेजांग ला पर करीब 3000 से अधिक चीनी सैनिकों का सामना किया था। उस वक्त तापमान माइनस 24 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका था,जिससे भारतीय सैनिकों के हथियार तक जम गए थे। इसके बावजूद भारतीय जवानों ने सरहद की रक्षा के लिए अपनी जान की बाज़ी लगा दी। युद्ध में मौजूद 120 जवानों में से 114 सैनिक शहीद हो गए थे,लेकिन उन्होंने चीनी सेना को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था। यह युद्ध भारतीय सेना के इतिहास में सबसे वीरता भरे अध्यायों में से एक के रूप में दर्ज है।
इतिहासकारों और सैनिकों के अनुभवों पर शोध कर बनाई गई इस फिल्म में युद्ध की परिस्थितियों को अत्यंत संवेदनशीलता और वास्तविकता के साथ दर्शाया गया है। फिल्म न केवल सैनिकों के साहस और त्याग की कहानी बयां करती है,बल्कि यह दर्शाती है कि किस तरह सीमित संसाधनों और कठिन हालात में भी भारतीय सेना ने असाधारण बहादुरी दिखाई थी। फिल्म के ट्रेलर रिलीज होते ही इसे देशभर में खूब सराहना मिली थी।
हालाँकि,फिल्म के साथ विवाद भी जुड़ा। अहीर समुदाय ने फिल्म के शीर्षक ‘120 बहादुर’ पर आपत्ति उठाते हुए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। उनकी माँग थी कि फिल्म का नाम बदला जाए और कुछ दृश्यों में संशोधन किया जाए। याचिका में कहा गया था कि फिल्म में अहीर रेजिमेंट का योगदान सही तरह से नहीं दिखाया गया है। इस पर कोर्ट ने फिल्म निर्माताओं की बात सुनने के बाद फैसला सुनाया कि फिल्म में किसी भी प्रकार का बदलाव करने की आवश्यकता नहीं है। कोर्ट ने फिल्म को देशभर में निर्धारित तारीख पर ही पैन इंडिया रिलीज करने का आदेश दिया। इस फैसले के बाद फिल्म की रिलीज बिना किसी रुकावट के पूरी हो सकी।
फिल्म समीक्षकों के अनुसार, ‘120 बहादुर’ सिर्फ एक युद्ध फिल्म नहीं,बल्कि यह भारतीय सैनिकों की अटूट देशभक्ति और वीरता की गाथा है। फरहान अख्तर ने पहली ही स्क्रीनिंग में अपने दमदार अभिनय से दर्शकों और इंडस्ट्री के लोगों को प्रभावित किया है। फिल्म के प्रभावशाली दृश्य,गहरा संगीत और मजबूत कहानी इसे एक यादगार सिनेमाई अनुभव बनाते हैं।
फरहान अख्तर के करियर में यह फिल्म एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। दर्शकों की प्रतिक्रिया और बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन की संख्या यह बताएगी कि फिल्म आगे कितना अच्छा प्रदर्शन करती है,लेकिन एक बात साफ है कि बॉलीवुड से लेकर दर्शकों तक,सभी ‘120 बहादुर’ को लेकर बेहद उत्साहित हैं और फिल्म को भरपूर प्यार मिल रहा है।

