फिडे विश्व कप 2025 (तस्वीर क्रेडिट@academy_dinda)

फिडे विश्व कप 2025: प्रज्ञानंदा ने डुबोव से खेला ड्रॉ,हरिकृष्णा ने दर्ज की शानदार जीत

पणजी,12 नवंबर (युआईटीवी)- फिडे विश्व कप 2025 के चौथे राउंड में मंगलवार का दिन भारतीय शतरंज प्रेमियों के लिए रोमांच से भरा रहा। युवा भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंदा ने रूस के ग्रैंडमास्टर डेनियल डुबोव के खिलाफ सफेद मोहरों से खेलते हुए मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त किया। वहीं,अनुभवी ग्रैंडमास्टर पी हरिकृष्णा ने स्वीडन के ग्रैंडमास्टर निल्स ग्रैंडेलियस को मात देकर भारत को दिन की एकमात्र जीत दिलाई। इसके अलावा,ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी और ग्रैंडमास्टर कार्तिक वेंकटरमन ने भी अपने-अपने मुकाबलों में कड़े संघर्ष के बाद अंक साझा किए।

प्रज्ञानंदा का मुकाबला शुरुआत से ही दिलचस्प रहा। उन्होंने ओपनिंग में सटीक चालों के साथ डुबोव पर दबाव बनाने की कोशिश की,लेकिन 14वीं चाल में उन्होंने अपने डी-प्यादा को आगे बढ़ाकर एक रणनीतिक गलती कर दी। इस गलती के बाद स्थिति कुछ समय के लिए डुबोव के पक्ष में दिखाई दी,हालाँकि प्रज्ञानंदा ने उत्कृष्ट बचाव करते हुए मैच को संतुलन में बनाए रखा। समय नियंत्रण की सीमाओं के बीच दोनों खिलाड़ियों को तेजी से खेलना पड़ा,जिससे खेल में टैक्टिकल मौके बने। अंततः 41 चालों के बाद दोनों ने हाथ मिलाते हुए ड्रॉ पर सहमति जताई।

दूसरी ओर,भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी ने हंगरी के दिग्गज खिलाड़ी और अनुभवी ग्रैंडमास्टर पीटर लेको के खिलाफ काले मोहरों से खेला। यह मुकाबला 20 चालों में समाप्त हो गया और दोनों खिलाड़ियों ने बराबरी पर सहमति जताई। खेल की शुरुआती कुछ चालों में अर्जुन ने आक्रामक अंदाज दिखाया और अपनी तैयारी से लेको को चौंका दिया। लेको ने मैच के बाद कहा, “यह मैच दिलचस्प था। अर्जुन ने बड़ी चतुराई दिखाई और मुझे कुछ अप्रत्याशित स्थितियों में डाल दिया। हालाँकि,मैं कुछ रेखाओं से परिचित था,लेकिन उनका गहराई से विश्लेषण नहीं किया था। समय की कमी के कारण मैंने ड्रॉ का फैसला किया। अगला मुकाबला मेरे लिए महत्वपूर्ण होगा और मैं काले मोहरों से जीतने की कोशिश करूँगा।”

भारत के अनुभवी ग्रैंडमास्टर पी हरिकृष्णा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वीडन के ग्रैंडमास्टर निल्स ग्रैंडेलियस को 32 चालों में हराया। हरिकृष्णा ने ओपनिंग से ही बोर्ड पर दबदबा बनाया और धीरे-धीरे अपनी स्थिति मजबूत की। मिडल गेम में उन्होंने सटीक संयोजन खेलते हुए प्रतिद्वंद्वी की किंग साइड पर दबाव बढ़ाया। ग्रैंडेलियस के पास अंत में सीमित विकल्प बचे और अंततः उन्हें हार स्वीकार करनी पड़ी। हरिकृष्णा की यह जीत भारत के लिए बेहद अहम रही,क्योंकि इससे टीम का मनोबल बढ़ा।

वहीं,ग्रैंडमास्टर कार्तिक वेंकटरमन का मुकाबला वियतनाम के ग्रैंडमास्टर ले क्वांग लिएम से हुआ। यह मुकाबला बेहद संतुलित रहा और 36 चालों के बाद ड्रॉ पर समाप्त हुआ। दोनों खिलाड़ियों ने शुरुआती चरण में पोज़िशनल खेल दिखाया और एक-दूसरे की गलतियों का इंतजार करते रहे,लेकिन किसी ने भी निर्णायक बढ़त हासिल नहीं की। खेल का समापन पारस्परिक सहमति से ड्रॉ के रूप में हुआ।

अन्य मुकाबलों में दो बार के विश्व चैंपियन ग्रैंडमास्टर लेवोन अरोनियन ने अपनी अनुभवपूर्ण चालों के दम पर पोलैंड के ग्रैंडमास्टर राडोस्लाव वोज्तास्जोक को 37 चालों में मात दी। अरोनियन ने सफेद मोहरों से खेलते हुए ओपनिंग से ही बढ़त बना ली थी और एंडगेम में इसे जीत में तब्दील कर दिया। इसी प्रकार,ग्रैंडमास्टर जोस एडुआर्डो मार्टिनेज अल्कांतारा ने काले मोहरों से खेलते हुए ग्रैंडमास्टर एलेक्सी सराना पर 39 चालों में जीत दर्ज की।

भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बात करें तो प्रज्ञानंदा,एरिगैसी और वेंकटरमन के ड्रॉ ने उन्हें टूर्नामेंट में बनाए रखा है,जबकि हरिकृष्णा की जीत ने भारत की स्थिति को और मजबूत किया है। प्रज्ञानंदा फिलहाल अपने प्रदर्शन से स्थिरता दिखा रहे हैं,लेकिन अगले राउंड में उन्हें अधिक आक्रामक खेल दिखाना होगा,ताकि वे टूर्नामेंट के गहराई तक पहुँच सकें।

अर्जुन एरिगैसी का प्रदर्शन भी लगातार प्रभावशाली रहा है। वह टूर्नामेंट में दूसरी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी हैं और उनसे आगे के मुकाबलों में अच्छे परिणामों की उम्मीद की जा रही है। उन्होंने अब तक अपने खेल में परिपक्वता दिखाई है और कई अनुभवी ग्रैंडमास्टर्स को चौंकाया है।

फिडे विश्व कप 2025 में भारतीय खिलाड़ियों की उपस्थिति इस बार विशेष रूप से चर्चा में है,क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में भारतीय शतरंज ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी अलग पहचान बनाई है। प्रज्ञानंदा,एरिगैसी और हरिकृष्णा जैसे खिलाड़ियों ने भारत को शतरंज की वैश्विक ताकत के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है।

जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ेगा,सभी की निगाहें इस बात पर टिकी रहेंगी कि क्या कोई भारतीय खिलाड़ी खिताब की दौड़ में शामिल हो पाएगा। फिलहाल,भारतीय खेमे के लिए मंगलवार का दिन मिश्रित नतीजों वाला जरूर रहा,लेकिन प्रदर्शन में निरंतरता और दृढ़ता दिखी है। अब सभी खिलाड़ी बुधवार को होने वाले अपने दूसरे मुकाबलों की तैयारी में जुट गए हैं,जहाँ वे अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ नई रणनीतियों के साथ उतरेंगे।