नोम पेन्ह,13 नवंबर (युआईटीवी)- भारत और दक्षिण-पूर्व एशियाई देश कंबोडिया के बीच ऐतिहासिक कदम उठाते हुए गुरुवार से पहली बार डायरेक्ट फ्लाइट सेवा की शुरुआत होने जा रही है। इंडिगो एयरलाइन भारत के कोलकाता और कंबोडिया के सांस्कृतिक शहर सिएम रीप के बीच सीधी उड़ानें संचालित करेगी। यह उड़ान न केवल दोनों देशों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देगी,बल्कि व्यापार,सांस्कृतिक और जन-संपर्क संबंधों को भी नए स्तर पर ले जाएगी।
कंबोडिया के पर्यटन मंत्री हुओत हाक ने बुधवार को इस ऐतिहासिक पहल की पुष्टि करते हुए कहा कि “भारत और कंबोडिया के बीच सीधी हवाई सेवा का आरंभ दोनों देशों के पर्यटन क्षेत्र के लिए बेहद अहम है। यह कदम न केवल यात्रियों के लिए यात्रा समय को घटाएगा,बल्कि दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को भी मजबूत करेगा।”
एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने भी अपनी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी है कि वह इस नई सेवा के लिए अपने एयरबस ए320 नियो विमान का संचालन करेगी। यह विमान सप्ताह में तीन बार—सोमवार, गुरुवार और शनिवार उड़ान भरेगा। उड़ान सेवा के तहत कोलकाता से सिएम रीप और सिएम रीप से कोलकाता के बीच यात्रियों को अब बिना किसी ट्रांजिट के यात्रा करने की सुविधा मिलेगी।
सिएम रीप कंबोडिया का वह ऐतिहासिक शहर है,जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल अंकोर वाट मंदिर परिसर के लिए प्रसिद्ध है। अंकोर पुरातत्व पार्क को दक्षिण-पूर्व एशिया के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में गिना जाता है,जहाँ हर साल लाखों पर्यटक दर्शन और इतिहास की झलक देखने पहुँचते हैं। इस सीधी उड़ान के शुरू होने से भारतीय पर्यटकों के लिए सिएम रीप की यात्रा अब और आसान हो जाएगी।
भारत और कंबोडिया के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराने हैं। दोनों देशों को बौद्ध धर्म ने गहराई से जोड़ा है। सिएम रीप में भारतीय पर्यटकों की संख्या पहले से ही बढ़ रही थी,लेकिन अब सीधी उड़ान के बाद पर्यटन में और तेजी आने की उम्मीद है।
इस बीच कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट ने 20 अक्टूबर को देश के सबसे बड़े नए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे टेको इंटरनेशनल एयरपोर्ट (टीआईए) का उद्घाटन किया था। 2.3 अरब डॉलर की लागत से तैयार यह आधुनिक हवाई अड्डा अब कंबोडिया की नई पहचान बन चुका है। यह हवाई अड्डा राजधानी नोम पेन्ह से लगभग 20 किलोमीटर दूर,दक्षिणी कंदल और ताकेओ प्रांतों में 2,600 हेक्टेयर भूमि पर फैला हुआ है।
टेको इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कंबोडिया एयरपोर्ट इन्वेस्टमेंट कंपनी लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है,जबकि इसका निर्माण चाइना स्टेट कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन ने किया। इस परियोजना पर 2020 में काम शुरू हुआ था। प्रधानमंत्री हुन मानेट ने इसे कंबोडिया के आर्थिक और पर्यटन विकास के लिए एक “टर्निंग पॉइंट” बताया।
उद्घाटन समारोह में पीएम हुन मानेट ने कहा था, “टेको इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब कंबोडिया का सबसे बड़ा और आधुनिक हवाई अड्डा है। यह न केवल कंबोडिया को क्षेत्रीय,बल्कि वैश्विक स्तर पर भी जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा। मुझे विश्वास है कि यह एयरपोर्ट हमारे देश के पर्यटन,निवेश और व्यापार को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा कि यह एयरपोर्ट 4 किलोमीटर लंबे दोहरे रनवे से सुसज्जित है,जो लंबी दूरी की उड़ानों और बड़े विमानों की लैंडिंग को संभव बनाता है। पीएम मानेट ने कहा कि यह “4 एफ-स्तरीय इंटरनेशनल एयरपोर्ट” भविष्य में कंबोडिया को एक बड़े यात्री और लॉजिस्टिक्स हब के रूप में विकसित करेगा।
भारत और कंबोडिया के बीच यह हवाई संपर्क केवल यात्रा की सुविधा नहीं,बल्कि कूटनीतिक और आर्थिक रिश्तों को भी नई ऊर्जा प्रदान करेगा। भारत दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ अपने “एक्ट ईस्ट पॉलिसी” के तहत क्षेत्रीय देशों के साथ कनेक्टिविटी और सहयोग को लगातार मजबूत कर रहा है।
कंबोडिया,जो दक्षिण-पूर्व एशिया का एक महत्वपूर्ण देश है,भारत के लिए रणनीतिक दृष्टि से भी अहम है। इस सीधी उड़ान से भारत और कंबोडिया के बीच व्यापारिक आदान-प्रदान में वृद्धि होगी। अब दोनों देशों के कारोबारी,निवेशक और पर्यटक सीधे उड़ान भर सकेंगे,जिससे द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बल मिलेगा।
भारतीय एयरलाइन इंडिगो पहले से ही एशिया और मध्य पूर्व के कई देशों में अपनी सेवाएं दे रही है। कंपनी के अनुसार, “कोलकाता-सिएम रीप रूट का उद्देश्य भारत के पूर्वी हिस्से को दक्षिण-पूर्व एशिया के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक केंद्रों से जोड़ना है।” यह उड़ान विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए फायदेमंद होगी,जो बौद्ध तीर्थ स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं,क्योंकि भारत और कंबोडिया दोनों बौद्ध सांस्कृतिक धरोहरों से समृद्ध हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस सीधी उड़ान से न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी,बल्कि रोजगार और आतिथ्य उद्योग को भी गति मिलेगी। एयरलाइन,होटल,पर्यटन एजेंसियाँ और गाइड सेवाएँ सीधे इस नई पहल से लाभान्वित होंगी।
भारत के कोलकाता एयरपोर्ट अथॉरिटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “कंबोडिया के लिए सीधी उड़ान शुरू होना न केवल कोलकाता,बल्कि पूरे पूर्वी भारत के लिए गर्व का विषय है। इससे दक्षिण-पूर्व एशिया के अन्य देशों तक संपर्क और आसान होगा और क्षेत्रीय पर्यटन में तेजी आएगी।”
भारत और कंबोडिया के बीच यह नई उड़ान सेवा निश्चित रूप से एक नए युग की शुरुआत का संकेत है,जहाँ दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक,सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्ते और अधिक गहराई और मजबूती के साथ आगे बढ़ेंगे।

