वेलिंगटन टेस्ट के पहले दिन न्यूजीलैंड के ब्लेयर टिकनर ने ली चार विकेट (तस्वीर क्रेडिट@wiplayers)

वेलिंगटन टेस्ट के पहले दिन वेस्टइंडीज 205 पर ढेर,न्यूजीलैंड के ब्लेयर टिकनर ने ली चार विकेट,ग्लेन फिलिप्स की दमदार वापसी ने बढ़ाई कीवी टीम की ताकत

वेलिंगटन,10 दिसंबर (युआईटीवी)- वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के बीच दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला का दूसरा मुकाबला बुधवार से वेलिंगटन के प्रतिष्ठित बेसिन रिज़र्व मैदान पर शुरू हुआ। पहले दिन का खेल पूरी तरह गेंदबाजों के नाम रहा,जिसमें मेजबान न्यूजीलैंड ने शानदार गेंदबाजी करते हुए वेस्टइंडीज को पहली पारी में सिर्फ 205 रन पर समेट दिया। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ब्लेयर टिकनर ने सर्वाधिक चार विकेट झटके और वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी की कमर तोड़ने में अहम भूमिका निभाई।

न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया,जो कप्तान टॉम लैथम की रणनीति के हिसाब से सही साबित हुआ। हालाँकि,शुरुआत में वेस्टइंडीज के ओपनरों ने कीवी गेंदबाजों को थोड़ा परेशान जरूर किया। जॉन कैंपबेल और ब्रैंडन किंग ने सँभलकर खेल शुरू किया और नई गेंद पर बेहतरीन नियंत्रण दिखाया। दोनों ने पहले विकेट के लिए 66 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूत आधार दिया। वेलिंगटन की तेज हवा और पिच की उछाल के बावजूद वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने धैर्य से खेलते हुए रन बनाए।

अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने की जिम्मेदारी कैंपबेल और किंग दोनों ही नहीं निभा सके। पहले ब्रैंडन किंग 33 रन बनाकर टिकनर की गेंद पर पवेलियन लौटे और थोड़ी देर बाद जॉन कैंपबेल भी 44 रन पर चलते बने। उनका विकेट न्यूजीलैंड को तब मिला,जब वे सेट हो चुके थे और एक बड़ी पारी की उम्मीद जगा रहे थे। इन दोनों के आउट होते ही वेस्टइंडीज की पारी पटरी से उतरने लगी।

वेस्टइंडीज का मध्यक्रम लगातार दबाव में आता दिखा। पिछले मैच में शानदार शतक लगाने वाले शाई होप इस बार भी अच्छी लय में नजर आए,लेकिन 48 रन बनाकर वह आउट हो गए। उनकी पारी बेहद संयमित थी,लेकिन वे टीम को मुश्किल परिस्थिति से बाहर लाने के लिए अर्धशतक में तब्दील नहीं कर सके। कप्तान रोस्टन चेज 29 रन बनाकर आउट हुए। उनके शॉट चयन पर सवाल जरूर उठे,क्योंकि वह इस पिच पर गेंदबाजों को टिककर खेलने के बजाय तेज रन बटोरने की जल्दी में दिखे।

पिछले टेस्ट में दोहरा शतक ठोककर मुकाबले को ड्रा कराने वाले जस्टिन ग्रिव्स से इस मैच में भी बड़ी पारी की उम्मीद थी,लेकिन वह सिर्फ 13 रन बनाकर आउट हो गए। उनकी पारी बेहद संघर्षपूर्ण रही और ऐसा लगा कि न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने उन्हें पूरी तरह पढ़ लिया है। वेस्टइंडीज की टीम के चार बल्लेबाज तो खाता तक नहीं खोल सके,जो इस बात का संकेत है कि कीवी गेंदबाजों ने कितनी सटीक लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी की। विकेटकीपर टेवलिन इमलेच ने 16 रन बनाने में कामयाबी हासिल की,लेकिन वे भी टिकनर और साउथी के सामने ज्यादा देर टिक नहीं पाए।

पूरी वेस्टइंडीज टीम 75 ओवर में 205 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। रन बनाने में संघर्ष और साझेदारियों की कमी वेस्टइंडीज की पारी की सबसे बड़ी कमजोरी रही। शुरुआती 66 रन की साझेदारी के बाद उनकी अगली कोई भी साझेदारी विशेष असर नहीं छोड़ सकी।

न्यूजीलैंड की गेंदबाजी की बात करें तो ब्लेयर टिकनर दिन के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 4 विकेट लेकर वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। उनके अलावा टिम साउथी और मैट हेनरी ने भी कसी हुई गेंदबाजी की और महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट हासिल किए। न्यूजीलैंड की गेंदबाजी की खास बात यह रही कि उन्होंने वेस्टइंडीज के हर बल्लेबाज को अलग रणनीति से आउट किया और किसी को भी लंबे समय तक क्रीज पर टिकने नहीं दिया।

दिन का एक बड़ा आकर्षण रहा ग्लेन फिलिप्स की वापसी। फिलिप्स ने लंबे समय बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी की। वे पिछली बार इंग्लैंड के खिलाफ हैमिल्टन में खेले थे और उसके बाद कमर की चोट के कारण टीम से बाहर थे। चोट से रिकवरी के बाद उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में जोरदार प्रदर्शन किया,जिसने उन्हें फिर से टेस्ट टीम का हिस्सा बनाया। उनकी वापसी से न्यूजीलैंड की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में गहराई आई है,क्योंकि वे एक गुणवत्ता वाले ऑल-राउंडर हैं। पहले दिन उन्होंने गेंदबाजी में तो प्रभाव नहीं छोड़ा,लेकिन टीम में उनकी मौजूदगी से कीवी खेमे में आत्मविश्वास जरूर बढ़ा है।

पहले दिन की समाप्ति तक न्यूजीलैंड के सामने मुकाबला मजबूत स्थिति में लाने का सुनहरा मौका था। वेस्टइंडीज का 205 रन का स्कोर इस पिच पर औसत माना जा रहा है,क्योंकि यहाँ पहली पारी में 300 से ज्यादा का स्कोर टीमों को मुकाबले में टिकाए रखता है। न्यूजीलैंड की नजरें अब पहले दिन के बाद अपनी पारी में मजबूत शुरुआत करने पर होंगी।

वेलिंगटन का बेसिन रिज़र्व मैदान अपने तेज और उछाल भरे स्वभाव के लिए जाना जाता है। यहाँ बल्लेबाजों को समय बिताने और गेंद की लाइन पर खेलने की जरूरत होती है,जबकि गेंदबाजों को हवा की दिशा का फायदा उठाकर लगातार सही जगह पर गेंद डालनी होती है। पहले दिन के खेल ने इस परंपरा को कायम रखा और गेंदबाजों को विशेष मदद मिली।

अब मुकाबला इस बात पर निर्भर करेगा कि न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी कितनी मजबूती से शुरुआत करती है और वेस्टइंडीज के गेंदबाज कितनी जल्दी वापसी कर पाते हैं। अगले दिन का खेल मैच की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा।