डोनाल्ड ट्रंप (तस्वीर क्रेडिट@SonOfBharat7)

फ्लोरिडा की जूरी ने गोल्फ कोर्स पर ट्रंप की हत्या के प्रयास मामले में रयान राउथ को दोषी ठहराया,आजीवन कारावास की सजा संभव

वाशिंगटन,24 सितंबर (युआईटीवी)- फ्लोरिडा की एक जूरी ने अमेरिका की राजनीति को झकझोर देने वाले एक सनसनीखेज मामले में रयान राउथ को दोषी करार दिया है। राउथ पर आरोप था कि उसने तत्कालीन रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश की थी। जूरी ने उसे हत्या के प्रयास,एक संघीय अधिकारी पर हमले और हथियारों से जुड़े तीन अलग-अलग संघीय अपराधों का दोषी पाया है। अदालत में दोषसिद्धि के बाद अब उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा सकती है।

यह घटना 15 सितंबर 2024 की है,जब डोनाल्ड ट्रंप वेस्ट पाम बीच स्थित अपने एक गोल्फ कोर्स पर गोल्फ खेल रहे थे। यह स्थान उनके मार-ए-लागो स्थित निजी आवास से करीब 15 मिनट की दूरी पर है। खेल के दौरान अचानक सुरक्षा एजेंसियों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और उसी दौरान रयान राउथ को हिरासत में ले लिया गया। जाँच में सामने आया कि राउथ ने ट्रंप पर हमले की योजना बनाई थी और वह घातक हथियार से लैस था। इस घटना ने उस समय पूरे अमेरिका को हिला दिया था और चुनावी माहौल में भारी तनाव पैदा कर दिया था।

इस मुकदमे की सुनवाई फ्लोरिडा के दक्षिणी जिले की अमेरिकी जिला न्यायालय की न्यायाधीश ऐलीन कैनन ने की। दिलचस्प बात यह रही कि रयान राउथ ने अदालत में अपनी पैरवी खुद की। उसने खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश की,लेकिन अभियोजन पक्ष ने पुख्ता सबूत और गवाह पेश किए,जिनसे यह साफ हो गया कि उसने हत्या के प्रयास की योजना बनाई थी और उसे अंजाम देने की पूरी तैयारी भी की थी।

अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पामेला बॉन्डी ने फैसले के बाद एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, “आज इस मामले में आरोपी रयान राउथ को दोषी करार दिया गया है। यह फैसला राजनीतिक हिंसा में शामिल लोगों को दंडित करने के लिए न्याय विभाग की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।” उन्होंने आगे कहा, “हत्या का यह प्रयास केवल राष्ट्रपति पर हमला नहीं था,बल्कि यह पूरे राष्ट्र का भी अपमान था। लोकतंत्र में राजनीतिक असहमति को हिंसा के जरिये खत्म करने की कोशिश किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

इस फैसले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा कि यह फैसला अमेरिका में न्याय और कानून के लिए एक “बहुत बड़ा क्षण” है। ट्रंप ने लिखा, “यह केवल मेरे लिए नहीं बल्कि हर अमेरिकी के लिए जीत है,जो यह मानता है कि हिंसा और आतंक का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है।”

ट्रंप पर यह हमला उस समय हुआ था,जब वह रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे और चुनावी अभियान अपने चरम पर था। उनके खिलाफ हत्या की कोशिश ने देश की राजनीति को झकझोर कर रख दिया था। उस वक्त अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी थी। कई आलोचकों ने इस घटना को देश में बढ़ती राजनीतिक ध्रुवीकरण और असहिष्णुता का नतीजा बताया था।

राउथ का नाम पहले भी राजनीतिक विरोध प्रदर्शनों में सामने आ चुका था। हालाँकि,ट्रंप की हत्या के प्रयास जैसा गंभीर मामला पहली बार उसके खिलाफ दर्ज किया गया। अभियोजन पक्ष ने अदालत में कहा कि राउथ ने इस हमले की पूरी योजना पहले से बनाई थी और हथियारों का अवैध रूप से इस्तेमाल करने की तैयारी कर ली थी। अदालत ने माना कि यह हमला पूर्वनियोजित था और किसी आकस्मिक गुस्से का नतीजा नहीं।

अब जबकि जूरी ने राउथ को दोषी ठहराया है,उसे अधिकतम आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा सकती है। सजा का ऐलान आने वाले हफ्तों में किया जाएगा।

यह मामला न केवल डोनाल्ड ट्रंप के लिए बल्कि पूरे अमेरिका के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है। राजनीतिक हिंसा की यह घटना लोकतंत्र के मूल्यों पर सीधे हमले के तौर पर देखी जा रही है। फैसले के बाद एक ओर जहाँ ट्रंप समर्थक इसे न्याय की जीत बता रहे हैं,वहीं आलोचक इस पर बहस कर रहे हैं कि आखिर क्यों अमेरिकी समाज में राजनीतिक ध्रुवीकरण इतना गहरा हो गया है कि एक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की जान तक खतरे में पड़ जाए।

अमेरिका में इससे पहले भी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन,जॉन एफ. कैनेडी और रोनाल्ड रीगन जैसे नेताओं पर हमले हुए थे,जिनमें कुछ घटनाएँ घातक साबित हुईं। रयान राउथ का मामला एक बार फिर यह याद दिलाता है कि राजनीतिक हिंसा लोकतंत्र के लिए कितना बड़ा खतरा बन सकती है।

अब सबकी नजरें अदालत के अगले फैसले पर टिकी हैं,जिसमें तय होगा कि राउथ को कितनी सजा मिलती है,लेकिन फिलहाल यह साफ है कि ट्रंप की हत्या का प्रयास करने वाले को दोषी साबित करके अमेरिकी न्याय प्रणाली ने लोकतंत्र और कानून के शासन में जनता का भरोसा मजबूत किया है।