गोरखपुर,31 अक्टूबर (युआईटीवी)- पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी,जो अब संन्यास लेकर धर्म की राह पर अग्रसर हैं और स्वयं को महामंडलेश्वर यमाई ममता नंदगिरी के नाम से पहचानती हैं,एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में एक साक्षत्कार (इंटरव्यू) के दौरान उन्होंने ऐसा बयान दिया,जिसे लेकर मीडिया और सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। यह बयान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़ा हुआ था। हालाँकि,अब ममता कुलकर्णी ने सफाई देते हुए कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और वह दाऊद नहीं,बल्कि अपने पूर्व परिचित विक्की गोस्वामी की बात कर रही थीं।
गोरखपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान ममता कुलकर्णी ने कहा कि उन्होंने कभी भी दाऊद इब्राहिम से मुलाकात नहीं की और न ही उनका उससे कोई संबंध रहा है। उन्होंने कहा, “कल मेरे शब्दों को गलत ढंग से पेश किया गया। सबसे पहले मुझसे पूछा गया कि क्या मेरा नाम दाऊद इब्राहिम से जुड़ा है। इस पर मैंने साफ कहा कि यह बिल्कुल गलत है। न मैंने कभी दाऊद इब्राहिम से मुलाकात की,न मैं उसे जानती हूँ। तो,यह सवाल ही मुझसे पूछा नहीं जाना चाहिए था।”
उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि जब उन्होंने यह कहा था कि “जिससे मेरा नाम जुड़ा था”, तो उनका इशारा विक्की गोस्वामी की ओर था,न कि दाऊद इब्राहिम की ओर। उन्होंने कहा, “जिस व्यक्ति से मेरा नाम पहले जुड़ा था,वह विक्की गोस्वामी था,लेकिन मैंने उससे भी बहुत पहले नाता तोड़ लिया है। वह भी कभी किसी देशविरोधी गतिविधि में शामिल नहीं रहा। आपने कभी सुना है कि विक्की गोस्वामी ने कोई ब्लास्ट किया हो? मेरा किसी भी देशविरोधी व्यक्ति से कोई संबंध नहीं रहा है। मैं कट्टर हिंदूवादी हूँ, इसलिए तो मैंने भगवा धारण किया है।”
ममता कुलकर्णी ने आगे कहा कि अगर उन्होंने भगवा धारण किया है,तो समाज को उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए,न कि उनके धार्मिक जीवन पर सवाल उठाने चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर मैंने भगवा धारण किया है,तो आपको मुझे आशीर्वाद देना चाहिए,मुझ पर शक नहीं करना चाहिए। मैं महाकाली की उपासक हूँ और पिछले 25 वर्षों से ध्यान और तप में लीन रही हूँ। अगर कोई इसे मजाक समझता है,तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरे पास ज्ञान और विद्या है और मुझे महाकाली का आशीर्वाद प्राप्त है। मैं सनातन धर्म के प्रचार में और अधिक समर्पित रहूँगी।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह अब किसी भी अंडरवर्ल्ड गतिविधि से जुड़ी बातों पर टिप्पणी नहीं करना चाहतीं। उन्होंने कहा, “दाऊद इब्राहिम मेरे लिए एक आतंकवादी है। उसकी वजह से कई निर्दोष लोगों की जानें गई हैं। मैं ऐसे व्यक्ति का समर्थन कभी नहीं कर सकती। विक्की गोस्वामी का उसके साथ क्या संबंध है,यह मुझे नहीं पता और न ही मैं इस विषय पर कुछ बोलना चाहती हूँ। मैं अब धर्म और ध्यान के मार्ग पर हूँ।”
ममता कुलकर्णी का नाम कभी विक्की गोस्वामी के साथ जोड़ा गया था,जो ड्रग्स तस्करी के एक बड़े मामले में आरोपी था। उस पर लगभग 2,000 करोड़ रुपए की ड्रग्स तस्करी में शामिल होने का आरोप लगा था। इस मामले में ममता कुलकर्णी का नाम भी सामने आया था,लेकिन बाद में उन्हें इस केस से बरी कर दिया गया। उस समय उन्होंने कहा था कि वह कई सालों से केन्या में ध्यान और साधना में लगी हुई थीं और किसी भी अवैध गतिविधि से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
90 के दशक की लोकप्रिय अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने बॉलीवुड में ‘करण अर्जुन’, ‘सबसे बड़ा खिलाड़ी’, ‘बाजी’ और ‘चाइना गेट’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय से पहचान बनाई थी। वह लंबे समय से फिल्मी दुनिया से दूर हैं और अब पूर्णतः धार्मिक जीवन में लीन हैं। उनका कहना है कि उन्होंने भौतिक जीवन को त्याग दिया है और अब केवल अध्यात्म,साधना और सनातन धर्म के प्रचार के लिए काम कर रही हैं।
हालाँकि,हालिया विवाद के बाद सोशल मीडिया पर उनकी चर्चाएँ फिर तेज हो गई हैं। कई लोगों ने उनके बयान को लेकर सवाल उठाए हैं,जबकि कुछ लोग उनके धार्मिक जीवन की प्रशंसा भी कर रहे हैं। ममता कुलकर्णी ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें गलत समझा गया है और अब वह किसी भी तरह की अंडरवर्ल्ड या फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी चर्चाओं में हिस्सा नहीं लेना चाहतीं।
उन्होंने अंत में कहा, “मैंने जो भी कहा,वह सत्य था,लेकिन मीडिया ने मेरे शब्दों को गलत दिशा में पेश किया। मैं केवल भगवान की भक्ति में लगी हूँ और अब मेरा जीवन सनातन धर्म की सेवा को समर्पित है। मैं किसी विवाद का हिस्सा नहीं बनना चाहती। महाकाली की कृपा से मैं आगे भी धर्म के प्रचार में जुटी रहूँगी।”
इस प्रकार,ममता कुलकर्णी का यह बयान न केवल उनके आध्यात्मिक जीवन की झलक देता है,बल्कि यह भी दर्शाता है कि वह अतीत से पूरी तरह दूरी बनाकर अब अध्यात्म के मार्ग पर चलने को दृढ़ संकल्पित हैं। हालाँकि,दाऊद इब्राहिम का नाम आते ही यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा किस दिशा में जाता है।

