नई दिल्ली,28 अक्टूबर (युआईटीवी)- गैरी कर्स्टन ने पाकिस्तान का साथ छोड़। उन्होंने पाकिस्तान के वनडे और टी20 टीम के कोच के पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका यह करार अप्रैल 2023 में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के साथ 2 साल के लिए हुआ था,लेकिन अब यह करार सिर्फ 6 महीने में ही समाप्त हो गया है। पीसीबी के साथ उनके मनमुटाव को कर्स्टन के इस्तीफे की वजह माना जा रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए गैरी कर्स्टन का इस्तीफा ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले एक बड़ा झटका है।
गैरी कर्स्टन की ओर से इस्तीफे को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार पीसीबी के साथ उनकी अनबन इस फैसले की मुख्य वजह है। दोनों के बीच विचारों में मतभेद कई मुद्दों पर लगातार बने रहे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्स्टन डेविड रीड को पाकिस्तान का हाई परफॉर्मेंस कोच बनाना चाहते थे, लेकिन पीसीबी ने इस पर अपनी सहमति नहीं दी। दूसरी ओर,पीसीबी जिन्हें हाई परफॉर्मेंस कोच बनाना चाहती थी,वह कर्स्टन को स्वीकार्य नहीं थे।
The Pakistan Cricket Board today announced Jason Gillespie will coach the Pakistan men’s cricket team on next month’s white-ball tour of Australia after Gary Kirsten submitted his resignation, which was accepted.
— Pakistan Cricket (@TheRealPCB) October 28, 2024
मोहम्मद रिजवान को टीम के कप्तान बनाए जाने से भी कर्स्टन के इस्तीफे को जोड़ा जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस बदलाव से कर्स्टन खुश नहीं थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,कर्स्टन के इस्तीफे का एक बड़ा कारण पाकिस्तान टीम के खिलाड़ियों के साथ उनके रिश्तों में रही कड़वाहट भी बड़ी वजहों में एक रहे।
गैरी कर्स्टन का इस्तीफा इस बात की पुष्टि करता है कि वह अब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम के साथ नहीं होंगे। ऐसे में एक बड़ा सवाल पाकिस्तान का अगला व्हाइट बॉल कोच के बारे में भी उठ रहा है। इस महत्वपूर्ण सवाल का जवाब पीसीबी को जल्द ही खोजना होगा, खासकर जब चैंपियंस ट्रॉफी भी अधिक दूर नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रेड बॉल टीम के कोच जेसन गिलेस्पी इस समय पीसीबी के पहली पसंद हो सकते हैं। 4 नवंबर से पाकिस्तान का ऑस्ट्रेलिया दौरा शुरू हो रहा है और यह 18 नवंबर तक चलेगा,जिसमें पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया में 3 वनडे और 3 टी20 की सीरीज खेलनी है।
गैरी कर्स्टन का इस्तीफा न केवल पाकिस्तान क्रिकेट के लिए बल्कि उनके स्वयं के करियर के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पीसीबी इस स्थिति को कैसे संभालता है और किस नए कोच को नियुक्त करता है।