न्यूयॉर्क,11 जून (युआईटीवी)- गाजा में स्थायी युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के अमेरिकी प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पारित किया। 9 महीने से इजराइल-हमास युद्ध जारी हैं,जिससे पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ते ही जा रहे हैं। गाजा में स्थायी युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के प्रस्ताव अमेरिका द्वारा तैयार किया गया और राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 31 मई को हमास से इस प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए कहा। इस प्रस्ताव को इजरायल ने पहले ही स्वीकार कर लिया है।
14 मत इस प्रस्ताव के पक्ष में पड़े हैं,जबकि कोई इसके खिलाफ में आगे नहीं आया है। वहीं रूस इससे दूरी बनाते हुए,इसमें हिस्सा नहीं लिया और अपनी वीटो शक्ति का प्रयोग नहीं करने का फैसला किया। संयुक्त राष्ट्र समाचार के मुताबिक,जो प्रस्ताव पारित किए गए हैं,उसका उद्देश्य एक व्यापक युद्धविराम समझौते पर तीन चरणों में पहुँचना है।
इन तीन चरणों में से पहले चरण में महिलाओं,बुजुर्गों और घायलों सहित बंधकों की रिहाई की माँग की गई है। साथ ही इसमें माँग की गई है कि जो बंधक इस युद्ध के दौरान मारे गए हैं,उनमें से कुछ के अवशेषों को वापस किया जाए और तत्काल पूर्ण युद्धविराम की बात फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली के साथ किया जाए। फिलिस्तीनियों को अपने घरों और समुदायों में लौटने की अनुमति दी जाए। इस प्रस्ताव में माँग की गई है कि गाजा के आबादी वाले इलाकों को इजराइली सैनिक छोड़ दें और व्यापक तथा सुरक्षित रूप से मानवीय सहायता का वितरण किया जाए।
दूसरे चरण में शत्रुता के स्थायी अंत की माँग की गई है और इसके बदले में उन सभी बंधकों को रिहा कर दिया जाएगा,जो गाजा में कैद हैं। इजराइली सेना गाजा से पूरी तरह से वापस लौट जाएगी। तीसरे चरण में एक प्रमुख बहुवर्षीय पुनर्निर्माण योजना गाजा के लिए होगी। अभी भी जो मृत बंधक के अवशेष गाजा पट्टी में मौजूद हैं,उसे इजराइल को लौटा दिया जाएगा।
इस समझौते को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक युद्धविराम के रूप में वर्णित किया,जिससे स्थायी रूप से युद्ध का अंत होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि कतर द्वारा हमास के नेतृत्व के समझौते की शर्तों को बता दिया गया है। इस बीच अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने संयुक्त राष्ट्र में कहा कि यदि सुरक्षा परिषद द्वारा अनुमोदित समझौते पर हमास अभी अपनी सहमति जाता देता है,तो आज ही लड़ाई को रोका जा सकता है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि अब तो हमास को स्पष्ट तौर से समझ लेना चाहिए कि 9 महीने से जारी इजराइल-हमास युद्ध के विराम के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय एकजुट हो गया है। यह एकजुटता जीवन को बचाने वाले समझौते के लिए किया गया है। यह समझौता फिलिस्तीनी नागरिकों को गाजा में पुनर्निर्माण और उपचार की शुरुआत करने में सहयोग करेगा। यह एकजुटता एक ऐसे समझौते के पीछे है,जो आठ महीने की कैद के बाद बंधकों को उनके परिवारों से मिलाएगा।
राजदूत थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि अब समय आ गया है कि मौजूदा स्थिति से बाहर निकला जाए और इजरायल अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करे और इसे सुनिश्चित करने में अमेरिका अपनी तरफ से पूरा सहायता करेगा। हालाँकि,इस शर्त पर यह सब किया जाएगा कि इस समझौते को हमास द्वारा स्वीकार किया जाए।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद इस प्रस्ताव में ऐसे किसी भी प्रयास की अनुमति नहीं देती है,जो गाजा पट्टी में जनसांख्यिकीय या क्षेत्रीय परिवर्तन को दर्शाती है। इसमें ऐसे कोई भी कार्रवाई शामिल नहीं है,जो एन्क्लेव के क्षेत्र को कम करने वाली है। यह परिषद की दो-राज्य समाधान के दृष्टिकोण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को भी दोहराता है। इस संबंध में प्रस्ताव में पश्चिमी तट के साथ गाजा पट्टी को फिलिस्तीनी प्राधिकरण के तहत एकीकृत करने के महत्व पर जोर दिया गया है।
हमास द्वारा हमले करने के बाद 7 अक्टूबर से गाजा में संघर्ष बढ़ गया है। गाजा पर इजराइल ने आतंकवादी समूह को खत्म करने के मकसद से हमास के बुनियादी ढाँचे को निशाना बनाकर हमले करते रहे हैं।
