आरोपी बलराज गिल गिरफ्तार

गुरुग्राम होटल हत्याकांड : बंगाल में किया गया फरार आरोपी बलराज गिल को गिरफ्तार

गुरुग्राम,12 जनवरी (युआईटीवी)- गुरुग्राम होटल हत्याकांड के आरोपी बलराज गिल को पश्चिम बंगाल में गुरुग्राम पुलिस की एक टीम ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। बलराज गिल पर आरोप है कि उसने होटल में गैंगस्टर संदीप गाडोली की प्रेमिका और गुरुग्राम की पूर्व मॉडल दिव्या पाहुजा की हत्या कर फरार हो गया था। फरार आरोपी बलराज गिल के गिरफ्तारी की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने दी है। सूत्रों के अनुसार,आरोपी बलराज गिल विदेश भागने की योजना बना रहा था,लेकिन पुलिस ने उसके इस योजना को विफल कर दिया और उसे भागने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया।

गिल और एक अन्य आरोपी रवि बंगा के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस ने बुधवार को लुकआउट सर्कुलर जारी किया था,साथ ही उन पर 50,000 रुपये का इनाम भी जारी किया था। आरोपी बलराज गिल को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है,लेकिन एक और अन्य आरोपी रवि बंगा अभी भी फरार है।

होटल सिटी प्वाइंट के मालिक अभिजीत सिंह ने 2 जनवरी को 27 वर्षीय दिव्या पाहुजा की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी।

पुलिस के मुताबिक,अभिजीत और दिव्या एक रिश्ते में थे। दिव्या के मोबाइल फोन में अभिजीत के कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें थे,जिसे उसने हटाने से मना कर दिया था।इसलिए गुस्से में आकर अभिजीत ने युवती की हत्या कर दी।

बलराज और रवि पर संदेह किया जा रहा है क्योंकि ये दोनों अभिजीत के दोस्त हैं और ऐसा माना जा रहा है कि दिव्या के निर्जीव शरीर को बलराज और रवि ने ही कार की डिग्‍गी में ले जाकर पंजाब में कहीं फेंक दिया है।

पुलिस को जाँच के दौरान पता चला कि इस हत्या में बलराज गिल और रवि बांगा भी शामिल थे। बलराज गिल पंचकूला के सेक्टर-5 निवासी है और रवि बांगा हिसार के गुरुद्वारा रोड मॉडल टाउन निवासी है।

अब तक पुलिस ने दिव्या की हत्या के मामले में पाँच लोगों मुख्य आरोपी अभिजीत सिंह,उसके सहयोगी ओम प्रकाश,हेमराज,एक महिला मेघा और बलराज गिल को गिरफ्तार किया है।

दिव्या की हत्या के मामले जिस महिला को गिरफ्तार किया गया है,उस पर आरोप है कि,उसने हत्या के हथियार,दस्तावेज और दिव्या पाहुजा के निजी सामान को फेंकने में मदद की थी। उसी ने मुख्य आरोपी अभिजीत सिंह को छिपने में भी सहयोग किया था।

दिव्या की हत्या कर अभिजीत ने उसके शव को बीएमडब्ल्यू कार के बूट में डाला था,जिसमे उसकी सहायता ओम प्रकाश और हेमराज ने की थी।

उसके बाद दिव्या के शव को बलराज और रवि लेकर भाग गए। पुलिस को महिला आरोपी मेघा ने बताया कि 2 जनवरी को जब वह होटल पहुँची तो उसने वहाँ दिव्या का शव देखा।

सूत्रों ने बताया कि अभिजीत ने महिला आरोपी मेघा से मृत युवती दिव्या के सामान को ठिकाने लगाने के लिए कहा,लेकिन वह बहुत डरी हुई थी और वह डरते-डरते अभिजीत के निर्देशों का पालन कर रही थी।

मेघा के बारे में सूत्रों से जानकारी मिली है कि वह एक ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी में काम करती थी।

दिव्या के शव के बारे में पुलिस का कहना है कि हो सकता है कि पटियाला के पास दिव्या के शव को फेंक दिया गया हो।

जिस बीएमडब्ल्यू कार का इस्तेमाल दिव्या के शव को पटियाला ले जाने के लिए किया गया था,उस कार को बरामद कर लिया गया है। लेकिन अभी तक शव बरामद नहीं किया जा सका है। पुलिस पूछताछ के दौरान अभिजीत ने बताया कि दिव्या उसे ब्लैकमेल करती थी और उससे पैसे वसूलती थी।

दिव्या,अभिजीत के संपर्क में जेल में बंद गैंगस्टर बिंदर गुज्जर के जरिए आई थी। गुरुग्राम पुलिस और गैंगस्टर संदीप गाडोली की कथित “फर्जी मुठभेड़” जो 2016 में मुंबई में हुई थी,उसका मुख्य साजिशकर्ता बिंदर गुज्जर को माना जाता है।

इस मामले में मुख्य आरोपी दिव्या पाहुजा थी। गैंगस्टर की हत्या के सिलसिले में बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था और उसने इस मामले में जेल में सात साल बिताए।

बॉम्बे हाईकोर्ट ने पिछले साल जून में दिव्या को जमानत दे दी थी। जेल से छूटने के बाद एक साल से भी कम समय में उसकी हत्या कर दी गई। दिव्या के परिवार वालों ने उसकी हत्या का आरोप संदीप गाडोली के परिवार वालों पर लगाते हुए कहा कि संदीप गाडोली के परिवार वालों ने अभिजीत के साथ मिलकर दिव्या की हत्या की साजिश रची थी।

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