नई दिल्ली,18 फरवरी (युआईटीवी)- ज्ञानेश कुमार को भारत का नया मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। ज्ञानेश कुमार,जो पहले मार्च 2024 में चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त हुए थे,अब भारत के अगले मुख्य चुनाव आयुक्त बन गए हैं। वह वर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त,राजीव कुमार की जगह लेंगे। ज्ञानेश कुमार को यह जिम्मेदारी इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले बंगाल,असम और तमिलनाडु में चुनावों की देखरेख करने के रूप में मिलेगी।
ज्ञानेश कुमार, जिनका जन्म 1964 में हुआ, केरल कैडर के 1988 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। वे तीन सदस्यीय चुनाव आयोग पैनल के वरिष्ठ आयुक्त थे,जिसमें उनके साथ उत्तराखंड कैडर के अधिकारी सुखबीर सिंह संधू भी थे। राजीव कुमार के नेतृत्व में यह पैनल कार्यरत था। पैनल के अन्य सदस्य भी भारतीय प्रशासनिक सेवा के उच्चतम स्तर पर कार्यरत अधिकारी हैं और उनका योगदान चुनावों के संचालन में महत्वपूर्ण है।
ज्ञानेश कुमार के शिक्षा और पेशेवर अनुभव की बात करें तो उन्होंने आईएलटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने आईसीएएफएल से बिजनेस फाइनेंस की पढ़ाई की और हार्वर्ड विश्वविद्यालय, अमेरिका से पर्यावरण अर्थशास्त्र में उच्च शिक्षा हासिल की। यह विविध शिक्षा ज्ञानेश कुमार को कई जटिल समस्याओं को हल करने में मददगार सिद्ध हुई है,खासकर चुनावों और प्रशासनिक निर्णयों में।
अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत में,उन्होंने केरल राज्य सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। उनके कार्यकाल में एर्नाकुलम के सहायक कलेक्टर, अदूर के सब कलेक्टर,केरल राज्य सहकारी बैंक के एमडी और कोचीन निगम के नगर आयुक्त के रूप में कई अहम जिम्मेदारियाँ थीं। इसके अलावा,वे केरल राज्य परिवहन परियोजना के परियोजना निदेशक और त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट डेवलपमेंट सोसाइटी के एमडी के रूप में भी कार्यरत रहे। ज्ञानेश कुमार ने केरल सरकार के विभिन्न विभागों में अपने नेतृत्व कौशल और प्रशासनिक दक्षता का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने गोश्री द्वीप विकास प्राधिकरण के सचिव के रूप में भी महत्वपूर्ण काम किया,जो एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय और विकास परियोजना थी।
ज्ञानेश कुमार ने दिल्ली में केरल हाउस के रेजिडेंट कमिश्नर के रूप में भी अपनी जिम्मेदारी निभाई, जहाँ उन्होंने केरल राज्य की नीतियों और योजनाओं को बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया। उनके प्रशासनिक अनुभव और उनके नेतृत्व में किए गए कार्यों ने उन्हें एक कुशल प्रशासक के रूप में पहचान दिलाई।
मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में उनके कार्यकाल की शुरुआत के साथ,ज्ञानेश कुमार चुनाव आयोग के कार्यों को और बेहतर बनाने की दिशा में कई कदम उठा सकते हैं। उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव 2025 और बंगाल,असम और तमिलनाडु के आगामी चुनावों की देखरेख करनी है,जो भारतीय लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे। इन चुनावों के दौरान उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी,क्योंकि उनके नेतृत्व में चुनाव आयोग का उद्देश्य निष्पक्ष,स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव कराना होगा।
ज्ञानेश कुमार के पास प्रशासनिक अनुभव,बहुपक्षीय शिक्षा और चुनाव प्रक्रिया का गहरा ज्ञान है,जो उन्हें एक सक्षम मुख्य चुनाव आयुक्त बनाता है। उनके नेतृत्व में चुनाव आयोग की कार्यक्षमता और विश्वसनीयता में वृद्धि हो सकती है,जिससे भारतीय लोकतंत्र को और मजबूती मिल सकती है।
