हिमाचल और पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी (तस्वीर क्रेडिट@SikanderBJP)

हिमाचल और पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी,कहा- भारत सरकार हर पीड़ित के साथ खड़ी है

नई दिल्ली,9 सितंबर (युआईटीवी)- देश के उत्तरी राज्यों में इस समय बाढ़ और भूस्खलन ने तबाही मचा रखी है। ऐसे कठिन हालात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश और पंजाब का दौरा शुरू किया और आश्वासन दिया कि भारत सरकार प्रभावित लोगों के साथ हर कदम पर खड़ी है। दिल्ली से रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि यह बेहद दुखद घड़ी है,लेकिन केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में जुटी है और हर संभव मदद पहुँचाई जाएगी।

अधिकारियों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा एक दिवसीय है,जिसके दौरान वह पहले हिमाचल प्रदेश में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लेंगे और फिर पंजाब पहुँचेंगे। हिमाचल प्रदेश में हाल के दिनों में हुई भारी बारिश और भूस्खलन से कई जिलों में हालात गंभीर बने हुए हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी पंजाब के गुरदासपुर जिले में हवाई सर्वेक्षण करेंगे,जहाँ बाढ़ ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। गुरदासपुर में वह वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर जमीनी हालात की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री बाढ़ प्रभावित परिवारों से भी मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे। साथ ही वह राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ),राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और आपदा मित्र टीम से भी बातचीत करेंगे,जो दिन-रात राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं।

प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए गुरदासपुर में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। राज्य प्रशासन ने कहा कि प्रधानमंत्री का दौरा बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए उम्मीद की किरण है और इससे केंद्र और राज्य के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होगा। पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ ने पहले ही यह जानकारी दी थी कि प्रधानमंत्री मोदी बाढ़ की स्थिति को लेकर लगातार नजर बनाए हुए हैं और हर अपडेट पर कड़ी निगरानी कर रहे हैं।

पंजाब इस समय पिछले कई दशकों में सबसे भीषण बाढ़ आपदा से गुजर रहा है। सतलुज,व्यास और रावी नदियों में उफान ने आसपास के इलाकों को जलमग्न कर दिया है। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा से मौसमी नाले भी उफान पर हैं। इन सब कारणों ने मिलकर पंजाब में हालात और गंभीर कर दिए हैं। हाल के दिनों में राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश ने भी बाढ़ की स्थिति को और बदतर बना दिया।

आधिकारिक आँकड़ों के अनुसार,पंजाब में अब तक बाढ़ से 51 लोगों की जान जा चुकी है,जबकि हजारों परिवार बेघर हो गए हैं। राज्य के ग्रामीण और शहरी इलाकों में बड़ी संख्या में मकान ढह गए हैं और बुनियादी ढाँचे को भारी नुकसान पहुँचा है। सबसे चिंताजनक स्थिति कृषि क्षेत्र की है,जहाँ लगभग 1.84 लाख हेक्टेयर में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसानों का कहना है कि यह नुकसान उनकी कई सालों की मेहनत पर पानी फेरने जैसा है और अब उनके सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।

प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है,जब प्रभावित इलाकों के लोगों को राहत और पुनर्वास की सबसे अधिक आवश्यकता है। केंद्र सरकार पहले ही एनडीआरएफ की टीमें राज्यों में भेज चुकी है और राहत सामग्रियों की आपूर्ति भी की जा रही है। प्रधानमंत्री के दौरे से उम्मीद है कि आपदा प्रभावित परिवारों को त्वरित मदद और पुनर्वास की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएँगे। इसके अलावा यह दौरा प्रशासनिक मशीनरी को और तेज करने का भी संदेश है,ताकि बचाव और राहत कार्य में कोई ढिलाई न हो।

पंजाब और हिमाचल दोनों ही राज्यों में बाढ़ के चलते हालात सामान्य जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर चुके हैं। स्कूल और कॉलेज बंद हैं,कई सड़कों का संपर्क टूट चुका है और ग्रामीण इलाकों में पीने के पानी और बिजली की समस्या गंभीर हो गई है। राज्य सरकारें केंद्र से अतिरिक्त वित्तीय सहायता की माँग कर रही हैं,ताकि राहत कार्यों को गति दी जा सके।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पिछले कार्यकाल में भी प्राकृतिक आपदाओं के समय राज्यों का दौरा कर प्रभावित लोगों को भरोसा दिलाया था। इस बार भी उनका दौरा प्रभावित परिवारों के लिए सहारा और उम्मीद के रूप में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया है कि केंद्र सरकार हिमाचल और पंजाब की सरकारों के साथ समन्वय बनाकर तेजी से काम करेगी और किसी भी तरह की मदद पहुंचाने में देर नहीं की जाएगी।

हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाओं ने पहाड़ी इलाकों में काफी तबाही मचाई है। वहीं पंजाब में बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान गुरदासपुर,होशियारपुर और फिरोजपुर जैसे जिलों में देखने को मिला है। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से इन इलाकों के प्रभावित परिवारों को न केवल राहत की उम्मीद है,बल्कि केंद्र सरकार से आर्थिक और पुनर्वास पैकेज की भी संभावना जताई जा रही है।

प्रधानमंत्री मोदी का हिमाचल और पंजाब का दौरा न केवल आपदा प्रबंधन के लिहाज से महत्वपूर्ण है,बल्कि यह संदेश भी देता है कि सरकार हर संकट की घड़ी में जनता के साथ है। यह दौरा प्रभावित परिवारों को यह भरोसा दिलाने का प्रयास है कि उनकी पीड़ा अनदेखी नहीं की जाएगी और उनकी मुश्किलों को दूर करने के लिए सरकार पूरी ताकत से काम करेगी।