पीएम नरेंद्र मोदी

हॉकी एशिया कप 2025 जीत पर पीएम मोदी ने हॉकी टीम को दी बधाई,कहा- यह पूरे भारत के लिए गर्व का पल

नई दिल्ली,8 सितंबर (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में खेले गए हॉकी एशिया कप 2025 फाइनल में भारतीय पुरुष हॉकी टीम की ऐतिहासिक जीत पर टीम को हार्दिक बधाई दी। भारत ने मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराकर चौथी बार एशिया कप का खिताब अपने नाम किया। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले एफआईएच विश्व कप के लिए भी सीधा क्वालीफिकेशन हासिल कर लिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि भारतीय टीम का यह प्रदर्शन पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने लिखा, “बिहार के राजगीर में आयोजित एशिया कप 2025 में शानदार जीत के लिए हमारी पुरुष हॉकी टीम को बधाई। यह जीत और भी खास है क्योंकि उन्होंने गत विजेता दक्षिण कोरिया को हराया है। यह भारतीय हॉकी और भारतीय खेलों के लिए गर्व का क्षण है। हमारे खिलाड़ी और भी ऊँचाइयों को छूते रहें और देश को और गौरवान्वित करें।”

पीएम मोदी ने न केवल खिलाड़ियों की मेहनत और जज़्बे की सराहना की,बल्कि बिहार सरकार और वहाँ के लोगों के योगदान की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राजगीर ने जिस तरह इस टूर्नामेंट की मेजबानी की,वह पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, “मैं बिहार सरकार और लोगों की भी सराहना करना चाहूँगा,जिनके प्रयासों से राजगीर एक शानदार टूर्नामेंट की मेजबानी कर पाया और एक जीवंत खेल केंद्र बन गया है।”

प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी टीम इंडिया को बधाई दी। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “शानदार प्रदर्शन! बिहार के राजगीर में आयोजित एशिया कप हॉकी के फ़ाइनल में कोरिया को 4-1 से हराकर चैंपियन का खिताब जीतने पर भारतीय हॉकी टीम को हार्दिक बधाई। आप सभी ने पूरे एशिया कप में बेहतरीन खेल की मिसाल कायम की है; सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ।”

वहीं,कांग्रेस महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस जीत को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने लिखा,“भारत ने चौथी बार हॉकी एशिया कप जीतकर इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही,भारत ने विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है। यह पूरे देश के लिए बेहद खुशी और गर्व का पल है। टीम इंडिया को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ।”

टूर्नामेंट में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा। हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय टीम ने अजेय रिकॉर्ड के साथ खिताब पर कब्जा जमाया। भारत ने पूल चरण में लगातार तीन जीत हासिल कीं और अपने ग्रुप में दबदबा बनाए रखा। सुपर 4 में भी भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार फॉर्म जारी रखी और मलेशिया को 4-1 तथा चीन को 7-0 से मात दी। हालाँकि,दक्षिण कोरिया के खिलाफ सुपर 4 का मुकाबला 2-2 से ड्रॉ रहा,लेकिन फाइनल में टीम ने उसी कोरिया को 4-1 से हराकर इतिहास रच दिया।

फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम का आक्रामक खेल देखने लायक था। मैच की शुरुआत से ही भारतीय खिलाड़ियों ने दबदबा बना लिया। पहले ही मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने शानदार पास देते हुए सुखजीत सिंह को गोल का मौका दिया और उन्होंने बैकहैंडर शॉट से गेंद को गोलपोस्ट में पहुँचा दिया। इसके बाद दिलप्रीत सिंह ने लगातार दो गोल दागकर भारत को मजबूत बढ़त दिलाई। चौथे क्वार्टर में अमित रोहिदास ने चौथा गोल कर जीत को पक्का कर दिया। कोरिया की ओर से अंतिम क्षणों में एक गोल जरूर आया,लेकिन वह टीम को हार से नहीं बचा पाया।

इस जीत के साथ भारत ने आठ साल बाद एशिया कप का खिताब जीता। भारत ने इससे पहले 2003, 2007 और 2017 में यह खिताब अपने नाम किया था। वहीं,दक्षिण कोरिया इस टूर्नामेंट के इतिहास में अब तक की सबसे सफल टीम है,जिसने पाँच बार खिताब जीता है। उन्होंने 1994, 1999, 2009, 2013 और 2022 में जीत दर्ज की थी। हालाँकि,इस बार भारत ने उन्हें पछाड़ते हुए एशिया में अपनी श्रेष्ठता साबित की।

भारतीय टीम की इस जीत का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इसके साथ ही उन्होंने सीधे विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया। बेल्जियम और नीदरलैंड में अगले साल होने वाले इस टूर्नामेंट में भारत अब एशिया की चैंपियन टीम के रूप में उतरेगा। यह उपलब्धि खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को और मजबूत करेगी।

इस जीत पर देशभर से बधाइयों का तांता लग गया है। खेल प्रेमियों और पूर्व खिलाड़ियों ने इसे भारतीय हॉकी के लिए सुनहरा पल बताया है। हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल माना जाता है और लंबे समय बाद टीम इंडिया ने जिस तरह से पूरे टूर्नामेंट में दबदबा बनाया,उसने देशवासियों को पुराने सुनहरे दिनों की याद दिला दी।

फिलहाल पूरी टीम और कोचिंग स्टाफ इस जीत का जश्न मना रहे हैं,लेकिन असली चुनौती अब विश्व कप में होगी,जहाँ भारत को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेलना होगा। हालाँकि,राजगीर में मिली यह जीत भारतीय खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को नई ऊँचाई पर ले जाएगी और टीम को वैश्विक स्तर पर शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगी।

इस ऐतिहासिक जीत ने न केवल भारतीय हॉकी को एशियाई शिखर पर पहुँचाया है,बल्कि पूरे देश में खेलों के प्रति नई ऊर्जा और उत्साह भी भर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी के शब्दों में कहें तो यह सचमुच “भारतीय खेलों और भारतीय हॉकी के लिए गर्व का क्षण” है,जिसने करोड़ों भारतीयों का सिर ऊँचा कर दिया है।