लंदन,17 जून (युआईटीवी)- दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए ऑस्ट्रेलिया को पाँच विकेट से हराकर पहली बार आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीता। इस ऐतिहासिक जीत के दो दिन बाद सोमवार को पूरी दक्षिण अफ्रीकी टीम प्रतिष्ठित टेस्ट गदा के साथ इंग्लैंड के ऐतिहासिक मैदान लॉर्ड्स में लौटी। यह महज एक औपचारिक वापसी नहीं थी,बल्कि 28 सालों बाद किसी आईसीसी टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका की पहली जीत का शानदार और गर्व से भरा उत्सव था।
आईसीसी की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक,सभी 15 खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ के सदस्य लॉर्ड्स में एक बार फिर इकट्ठा हुए। टेस्ट गदा उनके हाथों में थी और चेहरों पर गर्व की चमक थी। खिलाड़ी लॉर्ड्स में अपनी जीत के प्रतीक के साथ आखिरी बार सार्वजनिक रूप से दिखाई दिए,इसके बाद वे स्वदेश लौटने की तैयारी में हैं।
ऑलराउंडर वियान मुल्डर ने लॉर्ड्स से बात करते हुए कहा, “यह कुछ बहुत ही अच्छे दिन रहे हैं। मैंने इससे पहले कभी ऐसा जश्न नहीं मनाया। पूरी टीम बेहद खुश है और ‘क्रिकेट के घर’ से बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती इस खुशी को जाहिर करने के लिए।”
मुल्डर ने यह भी बताया कि जीत के बाद से वह मुश्किल से सो पाए हैं। मैच से पहले उनके मन में घबराहट थी,लेकिन जैसे ही जीत मिली,उस घबराहट ने जश्न में तब्दील होकर उन्हें सोने नहीं दिया।
The class of South Africa’s #WTC25 triumph 📸🤩 pic.twitter.com/oHb46mvAIe
— ICC (@ICC) June 16, 2025
उन्होंने कहा कि टीम का हर सदस्य,चाहे खिलाड़ी हो या सहयोगी स्टाफ,इस जश्न में पूरे दिल से शामिल था। खासकर ‘वेस्टर्न प्रोविंस’ (पश्चिमी प्रांत) के खिलाड़ी इस जश्न में सबसे आगे थे।
जब मुल्डर से पूछा गया कि टीम में सबसे ज्यादा उत्साही कौन था,तो उन्होंने बिना हिचकिचाए कहा, “यह वेस्टर्न प्रोविंस की टीम थी। वे सभी जीत का बहुत जोश से जश्न मना रहे थे। काइल वेरिन,डेन पैटरसन,डेविड बेडिंघम और हमारे बल्लेबाजी कोच एशवेल प्रिंस वाइब टीम के लीडर हैं।”
मुल्डर ने हँसते हुए कहा कि इन खिलाड़ियों ने जीत की खुशी मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लॉर्ड्स के ऐतिहासिक वातावरण में जोश,संगीत और जीत का गर्व, सबकुछ एक साथ देखने को मिला।
मुल्डर ने यह भी बताया कि दक्षिण अफ्रीका में उनके परिवार और दोस्तों से उन्हें बधाई संदेशों की बाढ़ आ गई है। देश भर से लोगों ने इस जीत को अपने व्यक्तिगत गर्व का हिस्सा मानते हुए खिलाड़ियों की सराहना की।
इस शानदार जीत के बाद मुल्डर ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने अपने आईपीएल साथी और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ट्रैविस हेड से बात की थी,जो ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे।
उन्होंने कहा, “मैंने ट्रैविस हेड से फोन पर बात की थी। वो हमारी जीत को लेकर खुश थे, हालाँकि,ऑस्ट्रेलिया की हार से निराश भी थे।” उन्होंने आगे कहा, “ऑस्ट्रेलियाई टीम के बारे में अक्सर यह धारणा होती है कि वे कठोर होते हैं,लेकिन इस बार उन्होंने असली खेल भावना दिखाई। वे सच्चे चैंपियंस की तरह व्यवहार कर रहे थे।”
यह जीत सिर्फ एक टूर्नामेंट का खिताब नहीं है,बल्कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट इतिहास का एक नया अध्याय है। आखिरी बार 1998 में दक्षिण अफ्रीका ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था,उसके बाद से देश एक आईसीसी ट्रॉफी का इंतजार कर रहा था।
इस जीत ने न केवल खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ाया है,बल्कि पूरे देश को गर्व की अनुभूति कराई है। लॉर्ड्स में यह अंतिम उपस्थिति एक ऐतिहासिक क्षण बन गई है, जिसमें जश्न के साथ उम्मीदें और भावनाएँ भी जुड़ी हुई हैं।
दक्षिण अफ्रीका की टीम ने यह साबित कर दिया कि कड़ी मेहनत,समर्पण और एकजुटता से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। लॉर्ड्स की यह वापसी सिर्फ एक विजयी टीम की तस्वीर नहीं है,बल्कि यह उस 28 साल की संघर्षपूर्ण यात्रा का अंत भी है,जिसने इस टीम को महानता के पथ पर अग्रसर किया है।
यह जीत खेल भावना,धैर्य और क्रिकेट के प्रति समर्पण का प्रतीक है,जिसे आने वाली पीढ़ियाँ भी याद रखेंगी।