ऋषभ पंत और शिखर धवन

अवैध सट्टेबाजी ऐप मामले में शिखर धवन ईडी के समक्ष पेश हुए

नई दिल्ली,5 सितंबर (युआईटीवी)- पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन कथित अवैध सट्टेबाजी ऐप,1xBet से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जाँच के सिलसिले में 4 सितंबर, 2025 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। अधिकारियों ने ईडी के दिल्ली कार्यालय में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत उनका बयान दर्ज किया,जहाँ उनसे इस प्लेटफॉर्म से उनके जुड़ाव के बारे में पूछताछ की गई।

एजेंसी का ध्यान धवन द्वारा 1xBet के विज्ञापनों पर है,जिसने भारत में सट्टेबाजी के बड़े पैमाने पर अवैध होने के बावजूद,ऐप की बढ़ती पहुँच में योगदान दिया हो सकता है। जाँचकर्ता इस बात की जाँच कर रहे हैं कि क्या इस तरह के विज्ञापनों ने अप्रत्यक्ष रूप से धोखाधड़ी,कर चोरी या उपयोगकर्ताओं के शोषण को बढ़ावा दिया है। धवन की उपस्थिति,गैरकानूनी सट्टेबाजी गतिविधियों से जुड़े सेलिब्रिटी प्रचारों पर ईडी की व्यापक कार्रवाई का एक और कदम है।

यह मामला एक बड़ी जाँच का हिस्सा है,जिसमें पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और अभिनेता राणा दग्गुबाती सहित कई हाई-प्रोफाइल हस्तियाँ पहले ही शामिल हो चुकी हैं और दोनों से भी इसी तरह के प्लेटफ़ॉर्म से उनके संबंधों के बारे में पूछताछ की गई है। अधिकारियों का मानना ​​है कि सेलिब्रिटी विज्ञापन अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को वैध बनाने और लाखों उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

यह जाँच ऐसे समय में हो रही है,जब भारत सरकार ने ऐसे प्लेटफ़ॉर्म को विनियमित और अवरुद्ध करने के प्रयास तेज़ कर दिए हैं। अधिकारियों का अनुमान है कि भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी उद्योग का मूल्य 100 अरब अमेरिकी डॉलर से ज़्यादा है,जिसके लगभग 22 करोड़ उपयोगकर्ता हैं,जिनमें से आधे नियमित खिलाड़ी हैं। 2022 से जून 2025 के बीच,सरकार ने सट्टेबाजी ऐप्स के ख़िलाफ़ 1,500 से ज़्यादा ब्लॉकिंग आदेश जारी किए,जो इस समस्या की गंभीरता को दर्शाता है। धवन की पूछताछ इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे नियामक अब न केवल ऑपरेटरों पर,बल्कि उन सार्वजनिक हस्तियों पर भी अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं,जो इन प्लेटफ़ॉर्म का प्रचार करते हैं।