प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

दुनिया के किसी भी देश में संकट आए तो भारत मदद के लिए सबसे पहले हाथ बढ़ाता है – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

वारसॉ,22 अगस्त (युआईटीवी)- पोलैंड के वारसॉ में आयोजित सामुदायिक कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि, मैं आज यहाँ पोलैंड का 140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनन्दन करता हूँ। आपको मैं सेल्यूट करता हूँ, बहुत सी समानता भारत और पोलैंड में है, जिसमें से एक समानता लोकतंत्र (डेमोक्रेसी) भी है। आप भारत की भाषाओं को पोलैंड की यूनिवर्सिटी में देख सकेंगे। पोलैंड ने भारत के गाँव की कबड्डी को और अधिक ऊँचाइयों तक पहुँचा दिया है।

भारत की नीतियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि,ऐसे कई देश हैं,जहाँ भारत का कोई पीएम दशकों तक नहीं पहुँचा था। लेकिन,अभी की परिस्थितियाँ दूसरी है,आज के भारत की नीति सभी देशों से नजदीकी बनाने की है। आज का भारत सबके साथ है और सबके विकास की बात करता है। हमें गर्व है कि भारत को आज दुनिया विश्वबंधु का भाव दे रही है। जिन्हें कहीं भी जगह नहीं मिली,भारत ने उन्हें अपने दिल और जमीन में जगह दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराजा जाम साहब जडेजा को याद किया और भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, “पोलैंड तो सनातन भाव का साक्षी रहा है। विश्व युद्ध-2 (वर्ल्ड वार-2) के दौरान पोलैंड जब संकट में था,तब महाराजा जाम साहब जडेजा आगे आए और उनके लिए उन्होंने कैंप बनवाया था। अभी भी पोलैंड ने जाम साहब के बनाए रास्ते को बरकरार रखा है। दो दशक पहले जब गुजरात में भूकंप आया था,तो सबसे पहले पोलैंड मदद लेकर पहुँचा था। प्रधानमंत्री ने कहा कि,हम भारतीयों में सबके बारे में सोचने की एक पहचान है। दुनिया के किसी भी देश में यदि संकट आए,तो भारत सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाता है। भारत ने कोविड के दौरान मानवता सर्वप्रथम की बात कही थी। दुनिया के 150 से अधिक देशों को हमने दवाइयाँ और वैक्सीन भेजी।

दुनिया में कहीं भी भूकंप या कोई भी आपदा आती है,तो भारत का एक ही मंत्र मानवता सर्वप्रथम है। भारत दुनियाभर के नागरिकों की मदद मानवता सर्वप्रथम के मंत्र भाव से ही करता है। स्वतंत्रता दिवस का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि,आप लोगों ने कुछ दिन पहले ही यहाँ आजादी का उत्सव मनाया है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी के आंदोलन के समय समृद्ध भारत का सपना देखा था और आज उस सपने को हर भारतीय जी-तोड़ मेहनत कर साकार करने में जुटा हुआ है। भारत ने 2047 तक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य तय किया है और इस संकल्प को लेकर भारत आगे की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है।

आगे उन्होंने कहा कि,अभी दो दिन बाद,23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस है। भारत ने चंद्रमा के साउथ पोल पर इसी दिन अपना चंद्रयान उतारा था। कोई देश जहाँ नहीं पहुँच पाया,भारत वहाँ पहुँचा है और उस स्थान का नाम शिवशक्ति है। देश की जनता को मैंने अपने तीसरे कार्यकाल में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का वादा किया है। नैसकॉम के अनुमान के अनुसार,भारत इस दशक के आखिर तक अपने डिजिटल अवसंरचना के कारण एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगी।