नई दिल्ली,24 अक्टूबर (युआईटीवी)- आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में शुक्रवार सुबह एक भीषण बस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। बेंगलुरु से हैदराबाद जा रही एक निजी वोल्वो बस में अचानक आग लगने से 21 लोगों की मौत हो गई,जबकि कई यात्री गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूरी बस आग की लपटों में घिरकर पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। घटना कुरनूल जिले के कल्लूर मंडल के चिन्नाटेकुर गाँव के पास तड़के सुबह हुई,जब बस में लगभग 40 यात्री सवार थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक,बस जैसे ही कुरनूल हाईवे पर पहुँची,अचानक इंजन के पास से धुआं उठने लगा और देखते ही देखते आग की लपटों ने पूरी बस को अपनी गिरफ्त में ले लिया। यात्रियों में अफरातफरी मच गई। कई लोग खिड़कियाँ तोड़कर बाहर निकलने की कोशिश करने लगे। स्थानीय लोगों ने तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी,लेकिन जब तक राहत दल मौके पर पहुँचता,तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी। हालाँकि,लगभग 12 यात्री आपातकालीन द्वार तोड़कर बाहर निकलने में सफल रहे और उन्हें मामूली चोटें आईं।
हादसे में मारे गए लोगों की पहचान अभी तक पूरी तरह से नहीं हो पाई है। प्रशासन ने बताया कि मृतकों के शवों को कुरनूल जिला अस्पताल भेजा गया है,जहाँ पोस्टमार्टम के बाद उनकी पहचान की जाएगी। हादसे के बाद पूरे इलाके में मातम का माहौल है। कुरनूल के स्थानीय निवासी और बचावकर्मी पूरी रात घटनास्थल पर राहत कार्य में जुटे रहे। बस के मलबे से उठता धुआं और जले हुए अवशेष इस हादसे की भयावहता की गवाही दे रहे थे।
देश के शीर्ष नेताओं ने इस भीषण दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर शोक जताते हुए लिखा, “आंध्र प्रदेश के कुरनूल में बस में आग लगने की दुखद घटना में हुई जान-माल की हानि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूँ और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूँ।”
The loss of lives in a tragic bus fire accident in Kurnool, Andhra Pradesh is deeply unfortunate. I extend my heartfelt condolences to the bereaved family members and pray for the speedy recovery of those injured.
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 24, 2025
उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने भी इस हादसे पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “कुरनूल जिले में हुई दुखद बस आग दुर्घटना से गहरा दुख हुआ है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हृदयविदारक घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा, “इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएँ प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।” प्रधानमंत्री ने साथ ही मुआवजा राशि की घोषणा भी की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी,जबकि घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
राज्य सरकार ने भी घटना की जाँच के आदेश दे दिए हैं। आंध्र प्रदेश के परिवहन मंत्री मंडीपल्ली रामप्रसाद रेड्डी तुरंत घटनास्थल पर पहुँचे और राहत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर पहुँचकर कहा, “इतने सारे लोगों की जान जाना वाकई दिल दहला देने वाला है। हम हर संभव मदद करेंगे और घायलों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।” मंत्री ने स्थानीय प्रशासन,पुलिस और दमकल विभाग को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कुरनूल जिला अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों से मुलाकात भी की और डॉक्टरों को उनके उचित इलाज का आदेश दिया।
प्रारंभिक जाँच के अनुसार,हादसे का कारण बस के इंजन में शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। बस कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है,ताकि यह पता लगाया जा सके कि वाहन की मेंटेनेंस में कोई लापरवाही तो नहीं बरती गई थी। राज्य सरकार ने परिवहन विभाग को निर्देश दिया है कि राज्य में चल रही सभी निजी बसों की तकनीकी जाँच की जाए,ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
घटना के बाद से ही कुरनूल जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। डीएम और एसपी ने घटनास्थल का दौरा किया और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। स्थानीय लोगों की मदद से बस के मलबे को हटाने और सड़क को फिर से सामान्य यातायात के लिए खोले जाने का कार्य शुरू किया गया।
इस भीषण हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले कुछ महीनों में दक्षिण भारत के विभिन्न हिस्सों में बसों में आग लगने और हादसों की कई घटनाएँ सामने आ चुकी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बसों की नियमित जाँच और सुरक्षा मानकों के पालन में ढिलाई ऐसी त्रासदियों का कारण बनती है।
कुरनूल हादसे के बाद राज्यभर में शोक की लहर है। सोशल मीडिया पर लोग पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी हैं,जबकि प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने कहा है कि मृतकों के परिजनों को राज्य की ओर से भी अतिरिक्त आर्थिक सहायता दी जाएगी और हादसे के लिए जिम्मेदार पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल,कुरनूल जिले का यह हादसा एक बार फिर इस कड़वे सच की याद दिलाता है कि सड़कों पर सुरक्षा और वाहन निरीक्षण को लेकर ज़रा-सी लापरवाही कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है।

